Monday, 30 May 2022

आज पत्रकारिता दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन राज होटल रिजविखन जौनपुर में डॉ दिलीप कुमार सिंह के आवास पर सुबह आयोजित किया गया जिसमें पत्रकारिता दिवस और इसके विभिन्न आयामों का विस्तार पूर्वक विचार विमर्श किया गया

आज पत्रकारिता दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन राज होटल रिजविखन जौनपुर में डॉ दिलीप कुमार सिंह के आवास पर सुबह आयोजित किया गया जिसमें पत्रकारिता दिवस और इसके विभिन्न आयामों का विस्तार पूर्वक विचार विमर्श किया गया

इस संगोष्ठी में मुख्य रूप से श्रीमती पदमा सिंह शिप्रा सिंह बाल गोपाल अनुरोध शिवानी सचिन जायसवाल मुन्ना बिंद अतुल सिंह एसके उपाध्याय के एन राय कमलेश कुमार अग्रहरी जैसे विद्वानों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए

वक्ताओं ने कहा की उदंत मार्तंड जिसे हिंदी का प्रथम समाचार पत्र माना जाता है कि समय से अब तक हिंदी साहित्य में अनगिनत पत्र पत्रिकाएं प्रकाशित हो रही हैं और समय के साथ साथ हिंदी पत्रकारिता में विश्व की पत्रकारिता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना सीख लिया है और आज हिंदी की पत्रकारिताभारत और विश्व व्यापार में प्रमुख स्थान रखती है

वक्ताओं ने कहा कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ इंटरनेट मीडिया और सोशल मीडिया जिसमें प्रमुख रुप से व्हाट्सएप टि्वटर फेसबुक हैं ने भी बहुत अग्रगामी भूमिका निभाई है और अब कलम की जगह कीबोर्ड और उसके आगे वॉइस टाइपिंग जैसी सुविधाओं से पत्रकारिता जगत में क्रांति आ गई है और प्रत्येक व्यक्ति पत्रकार बन सकता है

वक्ताओं ने कहा कि पत्रकारिता के लिए अर्थ वित्त बहुत आवश्यक है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि केवल अर्थ वित्त के पीछे भागते हुए पत्रकारिता का स्तर पूरी तरह गिरा कर इसे अविश्वसनीय बना दिया जाए और कलम की ताकत को पैसे के आगे समर्पित कर दिया जाए वास्तव में जो सामान्य जनता नहीं खा पाते उनकी कष्ट पीड़ा व्यथा को व्यक्त करना पत्रकारिता जगत का मुख्य दिए हैं साथ ही साथ देश विदेश की प्रमुख घटनाओं को विश्वसनीय रूप में देना भी हर प्रकार के पत्रकारिता का लक्ष्य है और साथ ही अभी मीडिया को देखना चाहिए कि वह पाठकों को और जनता को अधिक दे रहा है अथवा पैसो के चक्कर में विज्ञापन दाताओं को सर्वोच्च वरीयता दे रहा है

यह भी विचार व्यक्त किया गया कि यद्यपि विश्व की सबसे बड़ी और सबसे प्रामाणिक तथा कंप्यूटरीकृत भाषा हिंदी ही है लेकिन हिंदी को अभी तक हर पार्टियों की सरकारों ने मिलकर राष्ट्रभाषा का दर्जा भी नहीं प्रदान किया है और स्वतंत्र देश में हिंदी अंग्रेजी की गुलाम बनकर रह गए हैं लोगों के अंदर सरकार द्वारा यह बात बैठा दी गए कि बिना अंग्रेजी के उनका उद्धार नहीं है
विद्वान वक्ताओं के द्वारा कहा गया कि श्रेष्ठ पत्रकारिता और पत्रकार जब अपनी आवाज उठाते हैं तो वह मुख्य रूप से शासन प्रशासन और पुलिस के विरुद्ध होता है या फिर माफिया अराजक तत्व और देश विरोधी तत्वों के विरुद्ध होता है इसलिए अनेक बार उनको जान का खतरा उत्पन्न हो जाता है और उपर्युक्त सभी लोग उन्हें पीड़ित प्रताड़ित करने लगते हैं और सच का लिखना असंभव हो जाता है सबसे बड़ी बात की मीडिया जगत के और सोशल मीडिया के मालिक ऐसे धनकुबेर हैं जिनका आधार ही चोरी बेईमानी लूट खसोट और शेयरों की हेराफेरी तथा गलत धंधों पर टिका है अब उनके विरुद्ध कोई लिख नहीं सकता यह पत्रकारिता जगत की सबसे बड़ी खामी है और शासन प्रशासन पुलिस भी निडर निर्भीक निष्पक्ष पत्रकारों को पीड़ित करके चापलूस और पीत पत्रकारिता के लोगों को घोषित करता है और उन्हीं को अनुदान पुरस्कार जबरदस्ती प्रदान करता है पत्रकारों का जीवन खतरों से भरा होता है यूक्रेन का युद्ध उदाहरण है जहां अनेक निडर और प्रसिद्ध पत्रकार मारे गए इस संगोष्ठी में गणेश शंकर विद्यार्थी और प्रताप नारायण मिश्र जैसे पत्रकारों को याद किया गया


बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी एवं मध्यस्थता अधिकारी ने कहा कि जो यह समझते हैं कि बिना अंग्रेजी के भारत का विकास और उद्धार नहीं हो सकता वही लोग देश के विकास और हिंदी के विकास के सबसे बड़े विरोधी हैं और देशद्रोही हैं


 स्पेन जर्मनी फ्रांस नार्वे नीदरलैंड सहित यूरोपीय देशों का रूस और जापान तथा चीन का खोरिया वियतनाम इजराइल का और तमाम दक्षिणी अमेरिकी देशों का उदाहरण देते हुए उन्होंने विस्तार से समझाएं कि इनमें से एक भी देश अंग्रेजी नहीं बोलता और वह सभी विश्व की महाशक्ति हैं इसराइल ने तो मरी हुई हिब्रू भाषा को 2000 वर्ष बाद जिंदा कर दिया और यहां हम लोग संस्कृत पूरी तरह भूल गए हैं जिससे हिंदी ही नहीं समस्त विश्व की भाषाओं का जन्म हुआ है उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि अभी भी संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी अंतर्राष्ट्रीय भाषा नहीं बन पाई ना राष्ट्रभाषा ही बन पाए जबकि स्पेन और और फ्रांस तथा अरबी और रूसी भाषाएं वहां की अंतर्राष्ट्रीय भाषा है जो मिला कर भी हिंदी की आधी भी नहीं है चीनी अंग्रेजी भी हिंदी से कम बोली और समझी जाती हैं उन्होंने कहा कि हिंदी का साहित्य दुनिया के हर साहित्य से सर्वश्रेष्ठ हैं


 और इसके महाकवि चंद्रवरदाई अब्दुल रहमान सर्रहपा jagnik Kabir Surdas Kabir Das mirabai Tulsidas Premchand aage Upendra nath yah Shankar Prasad Mahadevi Verma Suryakant Tripathi Nirala pant ramdhari Singh Dinkar Mahadevi Verma हिंदी ही नहीं विश्व के सर्वश्रेष्ठ कवि और साहित्यकारों में अग्रगण्य हैं जिनमें गोस्वामी तुलसीदास और जयशंकर  प्रसाद जय सब पूरे विश्व साहित्य में कोई फायदा ही नहीं हुआ है

यह भी कहा गया कि संसार के हर महान काम में बाधाएं आती हैं और बाधाओं से निखर कर आगे बढ़ना ही जीवन शक्ति और भाषा की जिजीविषा का प्रमाण है आज नहीं तो कल हिंदी राष्ट्रभाषा और विश्व भाषा बन कर रहेगी क्योंकि अब पूरी दुनिया में बोली और समझी जा रही है और जो जो विज्ञान-टेक्नॉलॉजी बढ़ रहा है इसका विकास लगातार बढ़ता चला जा रहा है पंत जी के पंक्ति का उद्धरण दिया गया आज पल्लवित हुई है डाल खिलेगा कल गुंजित मधुमास मुकदर होंगे मधु से मधु बाल सूरज से अस्थिर मरुत आकाश

इस संगोष्ठी का संचालन शिवानी सिंह के द्वारा किया गया

*आस्था व उत्साह से मनाया गया वट सावित्री पूजन*_(संवाददाता--उपेन्द्र श्रीवास्तव_ )

*आस्था व उत्साह से मनाया गया वट सावित्री पूजन*

_(संवाददाता--उपेन्द्र श्रीवास्तव_ )

जौनपुर -- हिन्दू धर्म में महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री व्रत रखतीं हैं। उत्तर भारत जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, एवं उड़ीसा राज्य में वट सावित्री व्रत हर साल सुहागिन महिलाएं ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को जबकि महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण भारतीय राज्यों में विवाहित महिलाएं उत्तर भारतीयों की तुलना में पन्द्रह दिन बाद अर्थात ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा को समान रीति से इस दिन अखण्ड सौभाग्य के लिए व्रत रखतीं हैं। इस साल वट सावित्री व्रत के दिन सर्वार्थसिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है, इसलिए इस दिन का महत्व और बढ़ गया है। मान्यता है कि इस योग में किये गए कार्य पूर्ण होते हैं।

सावित्री व्रत कथा के अनुसार वट वृक्ष के नीचे ही उनके सास ससुर को दिव्य ज्योति, छिना हुआ राज्य तथा वहीं उनके मृत पति के शरीर में प्राण वापस आये थे। पुराणों के अनुसार वट वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों का वास है। इसके नीचे बैठकर पूजन, व्रत,कथा आदि सुनने से मनोकामना पूरी होती है। भगवान बुद्ध को इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था,इसीलिए वट वृक्ष को ज्ञान, निर्वाण व दीर्घायु का पूरक माना गया है।

कथा के अनुसार राजर्षि अश्वपति की एक ही सन्तान थी,जिसका नाम सावित्री था। सावित्री का विवाह वनवासी राजा द्युमत्सेन के पुत्र सत्यवान से तय हो गया। नारद जी ने सावित्री को बताया कि उसके होने वाले पति की आयु कम है,तब भी सावित्री अपने निर्णय से नहीं हटीं। विवाह पश्चात वह राज वैभव त्याग कर सत्यवान के साथ उनके परिवार की सेवा करने के लिए वन में रहने लगीं। जिस दिन सत्यवान का अंतिम दिन था,उस दिन वह लकड़ियां काटने के लिए जंगल चले गए, वहां वह अचानक मूर्छित हो कर गिर पड़े।

उसी समय यमराज वहां आये और सत्यवान के प्राण ले लिये। तीन दिनों से उपवास में रह रहीं सावित्री इस बात को जानती थीं। इसलिये वह बिना व्याकुल हुए यमराज से सत्यवान के प्राण न लेने की प्रार्थना करने लगीं। सावित्री के बार बार प्रार्थना करने के बावजूद भी यमराज ने सत्यवान के प्राण ले ही लिए,और यमलोक की ओर प्रस्थान करने लगे,तब सावित्री भी यमराज के पीछे-पीछे जाने लगीं। यमराज ने सावित्री को कई बार पीछे आने से मना किया,फिर भी सावित्री उनके पीछे निर्भीक होकर चलने लगीं। सावित्री का यह साहस और त्याग देखकर यमराज अत्यंत प्रसन्न हुए।

उन्होंने सावित्री से तीन वरदान मांगने को कहा,तब सावित्री ने पहले वरदान के रूप में सत्यवान के दृष्टिहीन माता-पिता की आंखें मांगी। दूसरे वरदान में उन्होंने अपने पति का छीना हुआ राज्य मांगा। तीसरे वरदान में उन्होंने  सौ पुत्र मांगे। यह सुनकर यमराज ने तथास्तु कहा, तथास्तु कहने के बाद यमराज समझ गए कि सावित्री के पति को अब ले जाना संभव नहीं है। इसलिए उन्होंने सावित्री को अखंड सौभाग्यवती रहने का वरदान दिया,और सत्यवान को वहीं छोड़कर अंतर्ध्यान हो गए।

उस समय सावित्री अपने पति को लेकर वट वृक्ष के नीचे बैठी हुई थीं। इसलिये उस दिन से सभी सुहागिन महिलाएं अपने परिवार और पति की दीर्घायु के लिए वट वृक्ष का पूजन करतीं हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष को भोग अर्पित करके उन्हें धागे से लपेट कर उनकी पूजा करतीं हैं।

सावित्री को भारतीय संस्कृति में आदर्श नारीत्व व पातिव्रत के लिए ऐतिहासिक व पौराणिक चरित्र माना जाता है। सावित्री का अर्थ वेदमाता गायत्री व माता सरस्वती भी होता है। वट वृक्ष का पूजन और सावित्री-सत्यवान की कथा का स्मरण करने के विधान के कारण ही यह व्रत वट सावित्री के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

जनपद में भी वट सावित्री पूजन विवाहित महिलाओं के द्वारा किया गया। धर्मप्राण व्रती महिलाओं द्वारा सुबह से ही वट वृक्ष का पूजन श्रद्धा व उत्साह पूर्वक किया जा रहा था,फिर चाहे अस्वस्थता की स्थिति हो या प्लास्टर चढ़ा हो,महिलाओं ने आस्था को प्रधानता देते हुए इसे जीवंत रखा,यद्यपि वट वृक्ष की बेहद कमी देखने को मिली,जिससे महिलाओं को असुविधा भी हुई,जिसका एकमात्र उपाय वृक्षारोपण ही है,सरकार के साथ जनता को भी बढ़चढ़ कर वृक्षारोपण करना चाहिए।


अमरेंद्र श्रीवास्तव

Sunday, 29 May 2022

सम्मान निधि हड़पने के 2690 अपात्रों पर गिरेगी गाज*

*सम्मान निधि हड़पने के 2690 अपात्रों पर गिरेगी गाज*

अंबेडकरनगर। बिना पात्रता के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे 2690 अपात्रों पर जल्द ही गाज गिरेगी। इसके लिए संबंधित अपात्रों को नोटिस जारी कर तत्काल आहरित धनराशि सरेंडर करने का निर्देश दिया गया है। धनराशि वापस न करने पर आरोपी के खिलाफ बकाया राजस्व की वसूली की तरह कड़ी कार्रवाई होगी। इससे बचने के लिए अब तक 506 अपात्रों ने संबंधित ब्लाक मुख्यालय पर 40.71 लाख की धनराशि जमा भी कर दी है।
किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का संचालन किया जा रहा है। योजना के तहत लघु सीमांत किसानों को योजना का लाभ दिलाते हुए प्रति वर्ष छह हजार रुपये की राशि दो दो हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है। योजना के तहत जिले में तीन लाख से अधिक किसानों को योजना का लाभ दिया जा रहा है। इनमें तमाम ऐसे भी किसान शामिल हैं जो अपात्र होते हुए भी योजना का लाभ ले रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए लाभार्थियों का स्थलीय सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन में अपात्र मिलने वालों से रिकवरी की का

Saturday, 28 May 2022

UP में महिलाओं की नाइट शिफ्ट खत्म: सरकार का आदेश- शाम 7 से सुबह 6 बजे तक महिलाओं से ड्यूटी नहीं करा सकते....!!!*

*लखनऊ अपडेट*‼️

*UP में महिलाओं की नाइट शिफ्ट खत्म: सरकार का आदेश- शाम 7 से सुबह 6 बजे तक महिलाओं से ड्यूटी नहीं करा सकते....!!!*

UP में महिलाओं के लिए अहम खबर है। अब शाम 7 से सुबह 6 बजे तक उनसे ड्यूटी नहीं करवाई जा सकती है। यह नियम सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों पर लागू होगा। योगी सरकार ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। सरकार ने यह भी कहा है कि अगर किन्हीं कारणों से किसी महिला कर्मचारी की ड्यूटी शाम 7 से सुबह 6 के बीच में लगानी है तो इसके लिए उसकी लिखित अनुमति लेनी पड़ेगी।

मौसम एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र के अनुसार आज सुबह 4:00 बजे से 7:00 बजे तक आसमान में घने काले बादल छाए रहेंगे और हल्की वर्षा या बूंदाबांदी दूर-दूर तक होगी 7:00 से 9:00 बजे सुबह के बीच घने काले वर्षा वाले बादल आसमान से गायब हो जाएंगे 9:00 बजे से भीषण गर्मी पड़ने शुरू हो जाएगी और दिन भर लोग उमस पसीना और भीषण आर्द्रता से परेशान रहेंगे 12:00 बजे से 4:00 बजे तक भीम भयंकर प्रलयंकर गर्मी उमस और पसीना से लोगों की हालत खराब हो जाएगी रात को मौसम थोड़ा बहुत सुहावना हो जाएगा और हल्की हवा तेज हवा में बदल जाएगी इस बीच बादल भी आते जाते रहेंगे और कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हल्की वर्षा हो सकती हैं*

*Mausam ki bhavishyvani हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र के अनुसार आज सुबह 4:00 बजे से 7:00 बजे तक आसमान में घने काले बादल छाए रहेंगे और हल्की वर्षा या बूंदाबांदी दूर-दूर तक होगी 7:00 से 9:00 बजे सुबह के बीच घने काले वर्षा वाले बादल आसमान से गायब हो जाएंगे 9:00 बजे से भीषण गर्मी पड़ने शुरू हो जाएगी और दिन भर लोग उमस पसीना और भीषण आर्द्रता से परेशान रहेंगे 12:00 बजे से 4:00 बजे तक भीम भयंकर प्रलयंकर गर्मी उमस और पसीना से लोगों की हालत खराब हो जाएगी रात को मौसम थोड़ा बहुत सुहावना हो जाएगा और हल्की हवा तेज हवा में बदल जाएगी इस बीच बादल भी आते जाते रहेंगे और कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हल्की वर्षा हो सकती हैं*

*हमारे केंद्र के अनुसार आज से लेकर कल तक अर्थात 30 मई तक मानसून केरल में प्रवेश कर जाएगा जबकि स्काईमेट स्काईवेदर और भारतीय मौसम विज्ञान के लोगों ने 25 मई को मानसून के भारत में गाजे-बाजे के साथ प्रवेश करने की भविष्यवाणी किया था और अब वे अपना मुंह छुपा रहे हैं जब कोई भी संस्था घनघोर परिश्रम नहीं करती और वातानुकूलित कमरों में बैठकर अंड वएंड जो भी लिख देती है तो उसका यही परिणाम होता है*

*आज प्रदूषण धरती और आसमान पर अत्यधिक रहेगा जबकि हवा की गुणवत्ता ठीक-ठाक रहेगी हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम की होगी और सापेक्षिक आर्द्रता 30% से 90% के बीच होगी पराबैंगनी किरणों का स्तर माध्यम से खतरनाक होगा और वायु दृश्यता लगभग 11 से 15 किलोमीटर के बीच होगी* 

*तो आइए एक खतरनाक उमस और पसीने से भरा और काफी घातक दिन का सामना करने के लिए तैयार हो जाए और यह लगातार 7 जून तक बढ़ता ही जाएगा अभी तापमान जल्दी ही मंगलवार बुधवार बृहस्पतिवार को अत्यंत भयानक और 47 डिग्री के आसपास हो जाएगा जबकि आज का अधिकतम तापमान तिरालिस डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेंटीग्रेड रहेगा*

*डॉ दिलीप कुमार सिंह निदेशक मौसम विज्ञानी एवं ज्योतिष शिरोमणि अल्का शिप्रा वैष्णवी बाल गोपाल शिवानी ज्योतिष मौसम एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र साथ में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के सुरेश कुमार वर्मा इसरो के राजकुमार मौर्य गूढ़ विद्याओं के जानकार एसके उपाध्याय एवं केएन राय ज्योतिषी डॉ मानवेंद्र डॉक्टर श्वेता कर्मकांडी एवं कहावतों के विशेषज्ञ कन्हैया लाल पांडे पदमा सिंह और मनीष कुमार पांडे*"

भारत नेपाल सीमा पर चल रहे अवैध डग्गामार वाहन व अतिक्रमण को लेकर जिलाधिकारी का दौरा*

*💥भारत नेपाल सीमा पर चल रहे अवैध डग्गामार वाहन व अतिक्रमण को लेकर जिलाधिकारी का दौरा*

संवाददाता :- बच्चे भारती/कैलाश नाथ राना*


रूपई डीहा (बहराइच ) अवैध वाहन स्टैंड से नाराज़ उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को सख्त आदेश जारी करते हुए कहा था कि अगले 48 घन्टो के अन्दर सभी अवैध डग्गामार वाहन स्टैंड खत्म हो जाने चाहिए।‌ इसी आदेश को लेकर आज देर शाम जिलाधिकारी डा0 दिनेश चन्द्र, पुलिस अधीक्षक केशव प्रसाद चौधरी, एसडीएम नानपारा अजीत कुमार परेस, अन्य अधिकारियों के साथ‌ रुपईडीहा कस्बे में पहुंचे।  जिलाधिकारी ने डग्गामार वाहन ओवर लोड गाड़िया तथा बाजार की सफाई के लेकर अपने अधिनस्थ को दिशा निर्देश दिया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने माल वाहक गाड़ियों को जांच करने के उद्देश्य से कस्टम कार्यालय रुपईडीहा जाकर जांच किया। उन्होंने सड़कों पर लोड खड़े ट्रक चालकों से जब कागज़ात मांगा तो ट्रक चालकों ने कहा कि मेरे पास कागज़ नहीं मेरे कागज़ जो गाड़ियों को नेपाल के लिए पास कराते हैं उनके पास जामा है। इसकी जानकारी करने के लिए जिलाधिकारी कस्टम कार्यालय रुपईडीहा पहुंचकर इस संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर एआरटीयो, नायब तहसीलदार व खण्ड विकास अधिकारी नवाबगंज, एसएसबी के जवान, रुपईडीहा के थाना प्रभारी निरीक्षक श्रीधर पाठक अपने दल बल के साथ मौजूद रहे।

__उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें__*

*__उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें__*

👉 कानपुर। कानपुर में क्राइम ब्रांच के सात पुलिस कर्मी लाइन हाजिर,अपराधियों से सांठगांठ रखने पर पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई

👉 लखनऊ। पावर कॉर्पोरेशन के 6 इंजीनियर सस्पेंड, गलत तरीके से कनेक्शन देने और रेवेन्यू बढ़ाने में फेल रहने पर हुई कार्रवाई

👉 मेरठ। शादी समारोह में मोबाइल उड़ाने की स्टाइल, नये कपड़े पहनकर बन जाते थे रिश्तेदार, 200 से ज्यादा मोबाइल उड़ाए

👉 हापुड़। हापुड़ में महिला से गैंगरेप, शराब पिलाकर ढाबे पर गैंगरेप; 4 आरोपी हिरासत में

👉 बरेली। बरेली के आरोग्य हॉस्पिटल को बम से उड़ाने की धमकी, खाली कराया गया अस्पताल

👉 अलीगढ़। अलीगढ़ में सराफा कारोबारी की पत्नी व बेटे के हत्यारे सीसीटीवी में आए नजर,50 हजार का ईनाम घोषित, मृतका की बहन से पूछताछ जारी।

यूपी : डायल 112 में अवैध वसूली की शिकायत पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी का एक्शन,सीधे 500 सिपाहियों का किया ट्रांसफर*

*यूपी : डायल 112 में अवैध वसूली की शिकायत पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी का एक्शन,सीधे 500 सिपाहियों का किया ट्रांसफर*

यूपी सरकार ने जनता की मदद के लिए डायल 112 की सेवा की शुरू की ताकि जनता को तत्काल पुलिस की मदद मिल सके। वहीं मेरठ में अलग ही मामला सामने आया है। मेरठ एसएसपी प्रभाकर चौधरी को डायल 112 में कार्यरत पुलिस जवानों के अवैध गतिविधियों में शामिल होने की सूचना मिलने पर सख्त कार्रवाई की है। एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी ने बड़ा एक्शन लेते हुए डायल 112 पर तैनात 500 सिपाहियों का ट्रांसफर कर दिया है।

*कई मामलों में हो रही गोपनीय जांच* 

दरअसल, अवैध गतिविधियों और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों पर निगरानी रखने के लिए एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पिछले वर्ष मेरठ में कार्यभार संभालते ही व्हाट्सएप नंबर जारी किया था. जिस पर पिछले कुछ समय से डायल 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों की शिकायतें लगातार मिल रही थीं. आरोप था कि डायल 112 कर्मी अवैध गतिविधियों को अंजाम दिलवाते हैं. पुलिसकर्मियों का यह फेरबदल लंबे समय से एक ही इलाके में बने कोकस को तोड़ने के लिए किया गया है. इसी के साथ ही पुलिस कई मामलों में गोपनीय जांच भी करा रही है. 

*जांच में हुआ ये खुलासा* 

दरअसल, जब इस मामले में एसएसपी ने जांच कराई तो पोल खुली. जांच में खुलासा हुआ कि कई पुलिसकर्मी 5 से 6 साल से एक ही रूट पर जमे हुए हैं. साथ ही अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं. फिर क्या था, एसएसपी ने एक साथ 500 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर कर दिया. जिसमें डायल 112 में तैनात दरोगा, सिपाही, हेड कांस्टेबल समेत होमगार्ड को भी शामिल हैं. जल्द ही इस मामले में दोबारा और बड़ा एक्शन हो सकता है एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने डायल 112 में तैनात सभी पुलिस कर्मियों का डाटा मंगा लिया और देखा की किसकी तैनाती कब हुई और कितने सालो से एक ही क्षेत्र में तैनात हैं।

*तत्काल किया गया ट्रांसफर, चलेगी जांच*

जांच में पता चला की डायल 112 पर तैनात पुलिस कर्मी एक ही रूट मार्ग पर 5 या 6 साल से कार्यरत है। कप्तान ने चिन्हित किए 500 पुलिस कर्मियों को डायल 112 से तत्काल हटा कर उनकी जगह अन्य थानों से सिपाही की ड्यूटी लगा दी गई है। वहीं पुराने जमे हुए सिपाहियों अब जनपद की विभिन्न थानों में तैनाती दी जायेगी। इसके साथ ही उनकी जांच भी जारी रहेगी।

*अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे-एसएसपी*


वंही इस पूरे मामले पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है की यूपी में 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों को लगातार शिकायते मिल रही थी और सभी लंबे समय से एक ही रूट पर तैनात थे और अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। सभी पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर कर दिया गया है और जांच की करवाई जा रही है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी इससे पहले वाराणसी, बुलन्दशहर, बिजनौर, सीतापुर, मुरादाबाद जिले के कप्तान रह चुके हैं। उनकी गिनती तेज तर्रार और ईमानदार आईपीएस अफसरों में होती है। ज्यादातर जिलों में उनका कार्यकाल 6 से 8 महीने तक रहा है।

💥बौडी थाने में तैनात सिपाही ने युवती को दिया ब्लड, आज होगा ऑपरेशन चारों तरफ हो रही सराहना*

*💥बौडी थाने में तैनात सिपाही ने युवती को दिया ब्लड, आज होगा ऑपरेशन चारों तरफ हो रही सराहना*


बहराइच। महसी तहसील के साधुवापुर निवासी युवती का शनिवार को जिला अस्पताल में आपरेशन होना है। खून की जरूरत थी। जिसकी जानकारी होने पर थाने में तैनात सिपाही ने पूरी कर दी। पुलिस के इस कार्य की लोग सराहना कर रहे हैं। महसी तहसील के ग्राम सधुवापुर निवासी अंजली देवी पुत्री दुर्गेश कुमार के पित्ताशय में पथरी होने के कारण शनिवार को ऑपरेशन होना है। युवती को ब्लड की बहुत ही सख्त आवश्यकता थी।
सधुवापुर के रहने वाले लक्षमेंद्र बाजपाई ने सदस्य जिला पंचायत भरत लाल पांडेय ददुआ को फोन किया। बताया कि एक यूनिट ब्लड की अति आवश्यकता है। सदस्य जिला पंचायत ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर पोस्ट डाली पोस्ट को देखते ही बौंडी थाने में कार्यरत मुख्य आरक्षी अमित कुमार मिश्र जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पहुंचकर मरीज को एक यूनिट ब्लड देकर उसकी जान बचाई जिससे हर तरफ अमित की तारीफ हो रही है।

गुन्नौर भाई बहन मिले तो दरोगा ने गले लगाया बस में रोए थे बहन भाई

गुन्नौर भाई बहन मिले तो दरोगा ने गले लगाया बस में रोए थे बहन भाई
गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र के आगरा मुरादाबाद नेशनल हाईवे पर नरोरा डिपो अलीगढ़ की तरफ जा रही थी तबी नरौरा पहुंचते ही उसी में सवार आशीष पुत्र रूप किशोर उम्र 6 वर्ष अर्चना कुमारी उम्र 3 वर्ष पुत्री रूपकिशोर नरोरा पर पहुंचने पर दोनों भाई बहन रो रहे थे वही नरोरा डिपो के बस चालक परिचालक ने बस को वापस कर गुन्नौर पुलिस में तैनात  उपनिरीक्षक आकाश कुमार को सौंपा वहीं पुलिस ने दोनों भाई बहन से पूछताछ की जिसमें दोनों ने अपना नाम पिता का नाम बताया है गांव का नाम नहीं बता पा रहे हैं जिसे पुलिस सोशल मीडिया के जरिए परिजनों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

*💥जरवल-गोण्डा हाईवे स्थित पेट्रोल पंप के सामने कार में लगी आग, टला बड़ा हादसा....*

*💥जरवल-गोण्डा हाईवे स्थित पेट्रोल पंप के सामने कार में लगी आग, टला बड़ा हादसा....*


कर्नलगंज, गोण्डा। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के भंभुआ चौकी अन्तर्गत जरवल-गोण्डा हाईवे स्थित ग्राम पचमरी के पास शुक्रवार की देर शाम भारत पेट्रोल पंप के सामने अचानक आग लगने से सड़क के किनारे कार धू-धू करके जलने लगी।जहाँ सूचना पाकर मौके पर पहुँचे दमकल कर्मियों ने बड़ी मशक्कत करके आग पर काबू पाया तब तक कार काफी हद तक जल चुकी थी।                                                                                                प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना ग्राम पचमरी के पास भारत पेट्रोल पंप के सामने की है। यहां शुक्रवार की देर शाम तेल भरवाकर सड़क के किनारे पहुंची एक लग्जरी कार में अचानक आग लग गई। जिससे कार में सवार लोग बाहर निकलकर भागने लगे। वहीं देखते ही देखते कार धू-धू करके जलने लगी। गनीमत यह थी कि कार पेट्रोल पंप से कुछ आगे बढ़ चुकी थी, नही तो बढ़ी घटना घटित हो सकती थी। जहाँ सूचना पाकर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने काफी प्रयास करके आग पर काबू पाया। तब तक कार काफी हद तक जल चुकी थी। उक्त संबंध में भंभुआ पुलिस चौकी प्रभारी वेदप्रकाश शुक्ला ने बताया कि कार कहां से आ रही थी और कहां जा रही थी और उसमें कितने लोग सवार थे, इसका पता अभी नही चल सका है। उन्होंने बताया कि कार लगभग जल चुकी है।

तथाकथित पत्रकार अनिल गौड़ को कोर्ट के आदेश पर भेजा जेल

तथाकथित पत्रकार अनिल गौड़ को कोर्ट के आदेश पर भेजा जेल

आपको बताते चलें कि दिनांक 15/1/ 2022 को अनिल गौड़ पुत्र चंद्रप्रकाश शर्मा द्वारा दलित महिला( दिव्या सिंह )को जानते हुए भी  मारपीट की गई थी, महिला को  गाली गलौज व जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया था । यह सब अनिल गौड़ द्वारा द्वेष की भावना से किया गया था ।अनिल गौड़ अपने आपको बड़े बैनर का पत्रकार बताता है । इस तथाकथित  पत्रकार की सच्चाई जानकर हैरान रह जाएंगे  ,इस तथाकथित पत्रकार का कार्य पुलिस व वन विभाग पर अपनी पत्रकारिता के रोब द्वारा और कुछ पुलिस के भ्रष्ट सिपाहियों से मिलकर आए दिन किसी ना किसी मामले को लेकर दबाव बनाया जाता है ,और बिना परमिशन व बिना परमिट एवं निकासी के पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से हरे भरे पेड़ों का  कटान किया जाता है। चाहे वह  आम का बाग हो या शीशम के पेड़ फिर चाहे सरकारी सागोन ही क्यों ना हो पकड़े जाने पर अपने पास काम कर रहे मजदूरों व्यक्ति के नाम पर जुर्मना कटवा कर  भरवा देता है ,और अपने आप को बड़ी चालाकी से बचा लेता है। लगभग एक से डेढ़ वर्ष पहले बढ़ापुर क्षेत्र के गांव इनायतपुर में अनिल गौड़ द्वारा ही एक हरा भरा आम का बाग कटवाया जा रहा था ,जिसकी सूचना पत्रकार  त्रिलोक सिंह के द्वारा उस समय के वर्तमान जिलाधिकारी महोदय रमाकांत पांडे जी को दी गई थी, सूचना पर तत्काल प्रभाव से जिलाधिकारी महोदय द्वारा संज्ञान में लेते हुए संबंधित विभाग को आदेशित किया गया और विभाग द्वारा इस अवैध रूप से काटे जा रहे हरे भरे आम के बाग पर एक से डेढ़ लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया लेकिन यह कटानिया यहां नहीं रुका दबंग व्यक्ति अनिल गौड़ ने दोबारा से इसी बाग को अवैध रूप से कटवाना शुरू कर दिया, जिसकी सूचना पत्रकार त्रिलोक सिंह द्वारा नगीना उप जिलाधिकारी को दीं गई, जिसको  संज्ञान  मे लेते हुए उप जिलाधिकारी द्वारा संबंधित विभाग से फिर से जुर्माना कराया गया, जिस कारण पत्रकार त्रिलोक सिंह से द्वेष की भावना रखते हुए त्रिलोक सिंह की पत्नी(दिव्या सिंह) से अनिल गौड़ पुत्र चंद्रप्रकाश शर्मा द्वारा मारपीट की गई थी ।अनिल गौड़ के खिलाफ शेरकोट थानाध्यक्ष संजय कुमार द्वारा संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था ,जिसकी जमानत के लिए अनिल गौड़ पुत्र चंद्रप्रकाश शर्मा निवासी रानी बाग कॉलोनी धामपुर कोर्ट में पेश हुआ था। जिसको स्पेशल जज एससी एसटी एडीजे (।।) श्री बलजोर सिंह की कोर्ट द्वारा 24/5/2022 को भेजा गया जेल ।यह सब सुनते ही क्षेत्र भर में खुशी की लहर दौड़ उठी। जिसने भी निर्णय को सुना उसने यही कहा की "सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं"

ब्राह्मण चेहरा व बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे कांग्रेस में शामिल*

*ब्राह्मण चेहरा व बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे कांग्रेस में शामिल*


*प्रदेश के कई बड़े नेता, मशहूर हस्तियाँ जल्द थामेंगे कांग्रेस का हाथ*


*2024 की तैयारियों के साथ एक मज़बूत विकल्प के रूप में उतरेगी कांग्रेस* 



दिल्ली/लखनऊ, 26 मई 2022. बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे ने आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। नकुल दुबे यूपी की सियासत में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं, जिसके सहारे बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2007 में ब्राह्मण- दलित गठजोड़ के चलते सत्ता में काबिज हुई थीं। पेशे से अधिवक्ता नकुल दुबे की उत्तरप्रदेश के प्रबुद्ध जनों के बीच गहरी पैठ है। 


पार्टी के सूत्रों के मुताबिक़ कुछ दिनों पहले नकुल दुबे ने कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाक़ात की थी। कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी से मुलाक़ात के बाद आज नकुल दुबे ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। 


उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के प्रमुख चेहरे के तौर पर जाने जाने वाले नकुल दुबे ने भाईचारा कमेटियों का संयोजन कर मायावती को सत्ता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।


Friday, 27 May 2022

उत्तर प्रदेश सरकार के नियमों को ठेंगा दिखा रहे पनकी ट्रांसपोर्ट नगर में अवैध मोरम मंडी संचालक और अवैध ऑटो टेंपो स्टैंड संचालक, मौरंग ट्रांसपोर्टरों द्वारा तय मानक सीमा से अधिक डम्प कर रक्खी है मोरंग वही प्रदेश के मुखिया के तीखे तेवरों के बाद भी पनकी के साथ-साथ शहर के तमाम हिस्सों में अवैध टेंपो स्टैंड संचालित*

*बिग ब्रेकिंग न्यूज़ कानपुर नगर..*

*उत्तर प्रदेश सरकार के नियमों को ठेंगा दिखा रहे पनकी ट्रांसपोर्ट नगर में अवैध मोरम मंडी संचालक और अवैध ऑटो टेंपो स्टैंड संचालक, मौरंग ट्रांसपोर्टरों द्वारा तय मानक सीमा से अधिक डम्प कर रक्खी है मोरंग वही प्रदेश के मुखिया के तीखे तेवरों के बाद भी पनकी के साथ-साथ शहर के तमाम हिस्सों में अवैध टेंपो स्टैंड संचालित*

आपको बताते चलें अगर इस मुद्दे पर अगर बात करते हैं तो थाना पनकी के ट्रांसपोर्ट नगर मोरम मंडी जो कि निरंतर अवैध तरीके से रोड को अतिक्रमण कर दोनों तरफ ओवरलोडिंग गाड़ियां खड़ी कर लगा रखा है जाम जिसके कारण आए दिन होते रहते हैं हादसे एवं पूर्व में जा चुकी है कई लोगों की जान

*आपको बता दें कि थाना पनकी के ट्रांसपोर्ट नगर में निरंतर कई वर्षों से रोड के दोनों तरफ अवैध दुकानदारों एवं और उनके दबंग मौरंग ठेकेदारों के द्वारा कब्जा कर रोड को दिया गया है पाट*

अब ऐसे में सोचने योग्य बात यह है कि जहां उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री के द्वारा अवैध स्टैंड अतिक्रमण एवं रोड के पर फुटपाथ अन्य किसी भी प्रकार का अतिक्रमण होने पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं
 *अवैध रूप से संचालित हो रही मोरम मंडी पर क्यों है मेहरबान है थाना प्रभारी पनकी एवं कानपुर कमिश्नरेट के आला अधिकारी?*

*अब ऐसे में देखना होगा कि इन दबंग मोरम ठेकेदारों पर कब जाता कानपुर प्रशासन एवं आला अधिकारियों का ध्यान और कम मिल पाता है क्षेत्र की तमाम जनमानस को रोड पर अतिक्रमण से निजात*

*मामला थाना पनकी के ट्रांसपोर्ट नगर अवैध मोरम मंडी का*  

 *सवांददाता - उमेश भार्गव*✍️

पहले देवालय उसके बाद शौचालय और अन्य चीजेंमंदिर चाहिये रोजगार नहीं क्योंकि सनातन हिंदू सिख जैन बौद्ध पारसी लोगों के मठ मंदिर धर्म स्थान तो स्वयं ही रोजी-रोटी रोजगार के सबसे बड़े केंद्र हैं जितनी नौकरियां भारत सरकार और केंद्र तथा राज्य के सरकारी मिलकर नहीं दे पाती उससे ज्यादा लोगों को रोजगार बिना किसी डिग्री के मंदिर और धर्म स्थानों की वजह से मिलता है क्यों मिलता है उसको शांति से निष्पक्षता से पढ़ें तब आपको लगेगा कि पहले देवालय उसके बाद ही शौचालय का नारा सहीहै

पहले देवालय उसके बाद शौचालय और अन्य चीजेंमंदिर चाहिये  रोजगार नहीं क्योंकि सनातन हिंदू सिख जैन बौद्ध पारसी लोगों के मठ मंदिर धर्म स्थान तो स्वयं ही रोजी-रोटी रोजगार के सबसे बड़े केंद्र हैं जितनी नौकरियां भारत सरकार और केंद्र तथा राज्य के सरकारी मिलकर नहीं दे पाती उससे ज्यादा लोगों को रोजगार बिना किसी डिग्री के मंदिर और धर्म स्थानों की वजह से मिलता है क्यों मिलता है उसको शांति से निष्पक्षता से पढ़ें तब आपको लगेगा कि पहले देवालय उसके बाद ही शौचालय का नारा सहीहै

एक दिन मैं एक प्रसिद्ध मंदिर पर बैठा था तभी एक तथाकथित बुद्धिजीवी विधर्मी पत्रकार आकर पूछने लगा की मंदिर और धर्म स्थान का क्या फायदा है इसकी जगह तो रोजगार देने वाले केंद्र होने चाहिए मैंने उस विधर्मी को समझाते हुए कहा।यह मंदिर दो से ढाई हजार लोगों को रोजगार दे रहा है। यह काम तो हजार करोड़ लगाकर कोई कम्पनी नहीं कर सकती है।

लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात है। मंदिर किसको रोजगार दे रहा है ! यह वह लोग है ,जिनके पास किसी संस्थान से डिग्री नहीं है। इतना धन नहीं है कि कोई बड़ा निवेश कर सकें। अर्थव्यवस्था में समाज के निचले स्तर के लोग है।
*मंदिर*
*करोड़ो लोगों को रोजगार देते हैं।*
*कैसे...... ????*

१.धार्मिक पुस्तक बेचने वालों को और उन्हें छापने वालों को रोजगार देते हैं।

२. माला बेचने वालों को घंटी-शंख और पूजा का सामान बेचने वालों को रोजगार देते हैं।

३. फूल वालों को माला बनाने और किसानों को रोजगार देते हैं।

४. मूर्तियां-फोटुएं बनाने और बेचने वालों को रोजगार देते हैं।

५. मंदिर प्रसाद बनाने और बेचने वालों को रोजगार देते हैं।

६. कांवड़ बनाने-बेचने वालों को भी रोजगार देते हैं।

७. रिक्शे वाले गरीब लोग जो कि धार्मिक स्थल तक श्रद्धालुओं को पहुंचाते हैं उन रिक्शा और आटो चालकों को रोजगार देते हैं।

८. लाखों  पुजारियों को भी रोजगार देते हैं।

९. रेलवे की अर्थव्यवस्था का १८% हिस्सा मंदिरों से चलता है।

१०. मंदिरों के किनारे जो गरीबों की छोटी-छोटी दुकानें होती है उन्हें भी रोजगार मिलता है।

११. मंदिरों के कारण अंगूठी-रत्न बेचने वाले गरीबों का परिवार भी चलता है।

१२. मंदिरों के कारण दिया बनाने और कलश बनाने वालों को भी तो रोजगार मिलता है।

१३. मंदिरो से उन ६५,००० खच्चर वालों को रोजगार मिलता है जो किश्रद्धालुओ श्रद्धालुओं को दुर्गम पहाड़ों पर प्रभु के द्वार तक ले जाते हैं।

१४. भारत में दो लाख से अधिक जो भी होटल हैं और धर्मशालाएं हैं उनमें रहने वाले लोगों को मंदिर ही तो रोजगार देतें हैं।

१५. तिलक बनाने वाले- नारियल और सिंदूर आदि बेचने वालों को भी ये मंदिर रोजगार देते हैं।

१६. गुड-चना बनाने वालों को भी मंदिर रोजगार देते हैं।

१७. मंदिरों के कारण लाखों अपंग और भिखारियों और अनाथ बच्चों को रोजी-रोटी मिलती है।

१८. मंदिरों के कारण लाखों वानरों की रक्षा होती है और सांपों की हत्या होने से बचती है।

१९. मंदिरों के कारण ही हिंदू धर्म में पीपल-बरगद -पिलखन- आदिहै वृक्षों की रक्षा होती है।

२०. मंदिर के कारण जो हजारों मेले हर वर्ष लगते हैं- मेलों में जो चरखा-झूला चलाने वालों को भी तो रोजगार मिलता है।

२१. मंदिरों के कारण लाखों टूरिस्ट मंदिरों में घूमते हैं और छोटे-छोटे चाय-पकौडे-टिक्की बेचने वाले सभी गरीबों का जीवन यापन भी तो चलता है।

सनातन धर्म उन करोड़ों लोगों को रोजगार देता है जो गरीब हैं।
जो ज्यादा पड़े लिखे नहीं हैं और जिन के पास धन-जमीन और खेती नहीं है जो बचपन में अनाथ हो गए।

जिनका कोई नहीं उनका राम है।
उनका श्याम है उनका शिव है।

यह मंदिर कई सौ वर्ष तक रहेगा।
तब तक रोजगार देता रहेगा।

यह सामाजिक , धार्मिक उन्नयन का केंद्र है।
यदि आर्थिक दृष्टि से देखे तो मंदिर , अपने निवेश से कई हजार गुना रोजगार दे रहा है।
शायद हमनें अपनी धार्मिक आस्था के कारण इसको देखा नहीं। हमारे मंदिर , आर्थिक वितरण के बहुत बड़े , स्थाई केंद्र है।
Ab to aap samajh hi gaye honge ki इतना सब सुनने के बाद उस आतंक के फरिश्ते हरे विषय ले सांप रूपी बुद्धिजीवी पत्रकार का चेहरा उतर गया जाते-जाते मैंने उससे कहा की विधर्मी भी जब भोजन पानी के बिना मरते हैं तो छापा तिलक लगाकर मंदिर ही आते हैं मस्जिद से तो उन्हें कुछ मिलता नहीं
जय श्री राम

@आज और कल का मौसम जौनपुर में आज का मौसम बेहद गर्म पसीना और उम्र से भरा होगा दक्षिणी दक्षिणी पश्चिमी हवाएं 7 से 11 किलोमीटर की गति से चलेंगी बहुत दिनों बाद हवा की गुणवत्ता थोड़ी खराब दिखेगी जबकि दृश्यता सीमा 12 से 15 किलोमीटर होगी पराबैगनी किरणों का स्तर मध्यम होगा जबकि प्रदूषण का स्तर खतरनाक रहेगा वर्षा होने की कोई संभावना नहीं है जौनपुर और आसपास दोपहर के बाद और रात में हल्के-फुल्के बादल हो सकते हैं कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी संभव है आमतौर पर मौसम शांत रहेगा

@आज और कल का मौसम जौनपुर में आज का मौसम बेहद गर्म पसीना और उम्र से भरा होगा दक्षिणी दक्षिणी पश्चिमी हवाएं 7 से 11 किलोमीटर की गति से चलेंगी बहुत दिनों बाद हवा की गुणवत्ता थोड़ी खराब दिखेगी जबकि दृश्यता सीमा 12 से 15 किलोमीटर होगी पराबैगनी किरणों का स्तर मध्यम होगा जबकि प्रदूषण का स्तर खतरनाक रहेगा वर्षा होने की कोई संभावना नहीं है जौनपुर और आसपास दोपहर के बाद और रात में हल्के-फुल्के बादल हो सकते हैं कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी संभव है आमतौर पर मौसम शांत रहेगा
कल का मौसम काफी तूफानी गरज चमक और बादल वाला कहीं-कहीं बूंदाबांदी और हल्की वर्षा वाला भी रहेगा हवाओं की गति बहुत तेज होगी जो आमतौर पर 15 किलोमीटर से लेकर 32 किलोमीटर प्रति घंटे होगी अर्थात आंधी तूफान बवंडर और अंधड़ जैसी घटनाएं घटेगी इसीलिए तदनुसार तैयार रहें

हर हाल में 25 मई तक मानसून आने की भारतीय यूरोपीय और अमेरिकी मौसम विज्ञान विभाग की और बड़े-बड़े दिग्गज स्काईमेट स्काईवेदर की खरबो खराब सुपर कंप्यूटरों की मदद से की गई भविष्यवाणी पूरी तरह से फेल हो गई है 27 मई आ चुका है और मानसून का नामोनिशान नहीं है

जबकि केवल एक दर्जन साधारण यंत्रों का प्रयोग करके हमारे विद्वान ज्योतिषी देसी कहावतों के विशेषज्ञ और मौसम विज्ञानी लोगों के द्वारा की गई भविष्यवाणी की मानसून 29 मई या उसके बाद ही केरल में वह बैंगलोर कोच्चि और कोझिकोड में सबसे पहले प्रवेश करेगा की भविष्यवाणी आगे चलकर सही होगी 29 या 30 मई को आप इसे सत्य होता देखेंगे और ईश्वर की कृपा से पिछले 45 वर्षों की तरह इस बार भी पूरी तरह सही होगी मानसून अनिश्चित अनियमित और विलंबित गति से आगे बढ़ेगा मिली जुली खेती करने वालों को ही लाभ होगा डॉ दिलीप कुमार सिंह अलका श्री बाल गोपाल शिवानी ज्योतिष मौसम एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र

*मौसम की भविष्यवाणी आज दिन भर धूप छांव बादल वर्षा उमस पसीना का मौसम रहेगा अधिकतम तापमान 44 कृष्ण सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 सेल्सियस के बीच रहेगा हवा सुबह सुबह बिल्कुल शांत दोपहर में तेज और शाम को बहुत तेज हो सकती है सुबह से शाम रात तक कभीभी हल्की वर्षा हो सकती है वायु की गुणवत्ता ठीक-ठाक रहेगी लेकिन प्रदूषण जी मात्रा से देखो विश औरत वाले किरणों का स्तर खतरनाक होगा गर्मी की मात्रा तापमान की अपेक्षा बहुत अधिक रहेगी और दृश्यता की सीमा अच्छी रहेगी*

*मौसम की भविष्यवाणी आज दिन भर धूप छांव बादल वर्षा उमस पसीना का मौसम रहेगा अधिकतम तापमान 44 कृष्ण  सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26  सेल्सियस के बीच रहेगा  हवा सुबह सुबह बिल्कुल शांत दोपहर में तेज और शाम को बहुत तेज हो सकती है सुबह से शाम रात तक कभीभी हल्की वर्षा हो सकती है वायु की गुणवत्ता ठीक-ठाक रहेगी लेकिन प्रदूषण जी मात्रा से देखो विश औरत वाले किरणों का स्तर खतरनाक होगा गर्मी की मात्रा तापमान की अपेक्षा बहुत अधिक रहेगी और दृश्यता की सीमा अच्छी रहेगी*

* *27 मई से मौसम का परिर्वतन का चक्र शुरू हुआ है और यह 5 मई तक जारी रहेगा और 1 मई से 5 जून तक जौनपुरऔर आसपास सर्वोच्च गर्मी का मौसम रहेगा इसमें तापमान 45 या 48 डिग्री से के बीच रहेगा इस दौरान कभी भी कहीं भी जौनपुर और आसपास अथबा पूरे उत्तर भारत में आंधी तूफान बवंडर वर्षा हो सकती है और हमारे केंद्र की 2 महीने पहले की भविष्यवाणी की अनुसार भारत मैं केरल मी में मानसून 29 मई या 30 मई को ही प्रवेश करेगा जबकि  सारे सरकारी गैर सरकारी चैनल और ज्योतिषी एवं मौसम वैज्ञानिक 25 मई से ही केरल में मानसून आने की बहुत बार घोषणा कर चुके थे डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह और समस्त सहयोग अल्फा शिप्रा वैष्णवी जोशी मौसम और विज्ञान अनुसंधान केंद्र*

प्रेस विज्ञप्ति**27/05/2022**सड़क सुरक्षा जागरूकता बाइक रैली*माननीय राज्य मंत्री परिवहन उत्तर प्रदेश सरकार श्री दया शंकर सिंह के आह्वान पर सूचना और तकनीकी मंत्रालय भारत सरकार की अधिकृत संस्था सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड द्वारा संचालित कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों के माध्यम से सड़क सुरक्षा जागरूकता बाइक रैली का आयोजन दिनांक 27-मई 2022 दिन शुक्रवार को जनपद मुरादाबाद में किया गया। जिसको जनपद मुरादाबाद के जिलाधिकारी श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह जी ने कलेक्ट्रेट कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उक्त बाइक रैली कलेक्ट्रेट कार्यालय से महिला थाना होते हुए विकास भवन तक पहुंची, व रास्ते में लोगो को ट्रैफिक नियमो के पालन हेतु प्रेरित किया गया।

*प्रेस विज्ञप्ति*

*27/05/2022*

*सड़क सुरक्षा जागरूकता बाइक रैली*
माननीय राज्य मंत्री परिवहन उत्तर प्रदेश सरकार श्री दया शंकर सिंह के आह्वान पर सूचना और तकनीकी मंत्रालय भारत सरकार की अधिकृत संस्था सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड द्वारा संचालित कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों के माध्यम से सड़क सुरक्षा जागरूकता बाइक रैली का आयोजन दिनांक 27-मई 2022 दिन शुक्रवार को जनपद मुरादाबाद में किया गया। जिसको जनपद मुरादाबाद के जिलाधिकारी श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह जी ने कलेक्ट्रेट कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उक्त बाइक रैली कलेक्ट्रेट कार्यालय से महिला थाना होते हुए विकास भवन तक पहुंची, व रास्ते में लोगो को ट्रैफिक नियमो के पालन हेतु प्रेरित किया गया।
उपरोक्त बाइक रैली में जिला प्रबन्धक श्री मोहित राजपूत, श्री रोहित सिंह जादौन, जिला समन्वयक श्री हिमांशु विश्नोई के साथ लगभग पचास से अधिक सीएससी केंद्र संचालको ने भाग लिया।

Thursday, 26 May 2022

एक बार फिर हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी बाल गोपाल शिवानी ज्योतिष मौसम और विज्ञान अनुसंधान केंद्र का डंका बजा जो मैंने 1 महीने पहले कहा था कि मौसम विज्ञान विभाग और दुनिया भर के मौसम विभाग तथा स्काईमेट स्काईवेदर कि मानसून के 1 सप्ताह पहले आने की भविष्यवाणी पूरी तरह गलत होगी मानसून केरल में किसी भी तरह 29 मई के पहले नहीं पहुंच सकता है और आज 27 मई हो गई है

[5/27, 6:52 AM] Dileep Singh Rajput Jounpur: *एक बार फिर हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी बाल गोपाल शिवानी ज्योतिष मौसम और विज्ञान अनुसंधान केंद्र का डंका बजा जो मैंने 1 महीने पहले कहा था कि मौसम विज्ञान विभाग और दुनिया भर के मौसम विभाग तथा स्काईमेट स्काईवेदर कि मानसून के 1 सप्ताह पहले आने की भविष्यवाणी पूरी तरह गलत होगी मानसून केरल में किसी भी तरह 29 मई के पहले नहीं पहुंच सकता है और आज 27 मई हो गई है केरल में मानसून का कहीं नामोनिशान नहीं है अब यह मानसून केरल के 250 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है इस तरह हमारे केंद्र का सारी दुनिया में डंका बज रहा है इसी के साथ इस बात को फिर से दोहरा दे रहा हूं कि हर दावे के विपरीत इस वर्ष का मानसून अत्यधिक अनियमित निश्चित होगा जो विलंबित से आगे बढ़ेगा अनेक स्थानों पर भयंकर बाढ़ तो अनेक स्थानों पर अकाल का पूरा योग बन रहा है फिर से सुझाव दे रहा हूं कि इस वर्ष मिश्रित खेती करने वाले ही सफल होंगे डॉ दिलीप कुमार सिंह और सभी विद्वान सदस्य गण ईश्वर की ऐसी महान कृपा है कि हमारे परम प्रिय और परम आदरणीय आलोचक गण और शत्रुघ्न एवं शत्रु होते हुए भी मित्र का दिखावा करने वाले आस्तीन के सांप कई वर्षों से आलोचना करने के लिए कुछ पा नहीं रहे जय श्री राम*
[5/27, 7:18 AM] Dileep Singh Rajput Jounpur: आज और कल का मौसम जौनपुर में आज का मौसम बेहद गर्म पसीना और उम्र से भरा होगा दक्षिणी दक्षिणी पश्चिमी हवाएं 7 से 11 किलोमीटर की गति से चलेंगी बहुत दिनों बाद हवा की गुणवत्ता थोड़ी खराब दिखेगी जबकि दृश्यता सीमा 12 से 15 किलोमीटर होगी पराबैगनी किरणों का स्तर मध्यम होगा जबकि प्रदूषण का स्तर खतरनाक रहेगा वर्षा होने की कोई संभावना नहीं है जौनपुर और आसपास दोपहर के बाद और रात में हल्के-फुल्के बादल हो सकते हैं कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी संभव है आमतौर पर मौसम शांत रहेगा


कल का मौसम काफी तूफानी गरज चमक और बादल वाला कहीं-कहीं बूंदाबांदी और हल्की वर्षा वाला भी रहेगा हवाओं की गति बहुत तेज होगी जो आमतौर पर 15 किलोमीटर से लेकर 32 किलोमीटर प्रति घंटे होगी अर्थात आंधी तूफान बवंडर और अंधड़ जैसी घटनाएं घटेगी इसीलिए तदनुसार तैयार रहें

हर हाल में 25 मई तक मानसून आने की भारतीय यूरोपीय और अमेरिकी मौसम विज्ञान विभाग की और बड़े-बड़े दिग्गज स्काईमेट स्काईवेदर की खरबो खराब सुपर कंप्यूटरों की मदद से की गई भविष्यवाणी पूरी तरह से फेल हो गई है 27 मई आ चुका है और मानसून का नामोनिशान नहीं है

जबकि केवल एक दर्जन साधारण यंत्रों का प्रयोग करके हमारे विद्वान ज्योतिषी देसी कहावतों के विशेषज्ञ और मौसम विज्ञानी लोगों के द्वारा की गई भविष्यवाणी की मानसून 29 मई या उसके बाद ही केरल में वह बैंगलोर कोच्चि और कोझिकोड में सबसे पहले प्रवेश करेगा की भविष्यवाणी आगे चलकर सही होगी 29 या 30 मई को आप इसे सत्य होता देखेंगे और ईश्वर की कृपा से पिछले 45 वर्षों की तरह इस बार भी पूरी तरह सही होगी मानसून अनिश्चित अनियमित और विलंबित गति से आगे बढ़ेगा मिली जुली खेती करने वालों को ही लाभ होगा डॉ दिलीप कुमार सिंह अलका श्री बाल गोपाल शिवानी ज्योतिष मौसम एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र

महिला कोटेदार लगा रही है न्याय की गुहार**इन दबंगों को जरा भी बाबाजी के बुलडोजर का डर और खौफ खौफ नहीं है*

*जनपद बहराइच से बड़ी खबर*

*प्रधान प्रतिनिधि कर रहे हैं दबंगई कोटेदार को दे रहे हैं धमकी अगर वितरण के समय 1000 रुपए और एक बोरी अनाज देना हो गा*

*महिला कोटेदार लगा रही है न्याय की गुहार*

*इन दबंगों को जरा भी बाबाजी के बुलडोजर का डर और खौफ खौफ नहीं है*



*वि0खं0 शिवपुर के रामपुर धोबिया हार  मामले से आला अधिकारी अनजान* 

*जहां एक तरफ लोगों के साथ न्याय होता है वही कोटेदार फातमा को कर रहे हैं प्रताड़ित*

*कोटेदार फातमा का आरोप भोले-भाले ग्रामीणों से फालतू बयान लेकर कोटा निरस्त करने की धमकी दी जा रही है*

*जनपद बहराइच के तहसील नानपारा अंतर्गत विकासखंड शिवपुर के ग्राम पंचायत रामपुर धोबिया हार में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानदार फातमा बेगम के द्वारा वर्तमान समय में खाद्यान्न सुरक्षा अधिनियम अंतर्गत वितरण किए जाने वाले राशन को वितरण प्रणाली निहित आदेशानुसार व नियमानुसार प्रति यूनिट 5 किलोग्राम की दर से समस्त कार्डधारकों को राशन वितरण किया गया। ज्ञातव्य हो कि नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के दलालों के द्वारा कोटा सस्पेंड करवाने की धमकी देकरके प्रति वितरण पर एक बोरी राशन अथवा ₹1000 नगदी की मांग कर रहे हैं* 

*ऑडियो वीडियो के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है*

*खबर प्रकाशित होने तक प्रार्थना पत्र देने के बावजूद प्रधान के दलाल धमकी दे रहे हैं*

*खबर प्रकाशित होने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई आखिर कब मिलेगा फातमा को न्याय कब होगी इन दबंगों पर कार्रवाई जिले के आला अधिकारी मामले को संज्ञान में लेते हैं आगे देखते हैं क्या होती है कार्रवाई*

अपनी दुकानों के सामने किसी को भी ना करने दे अतिक्रमण, प्रतिबंधित पॉलीथिन ना खरीदें ना ही बेचें:- इंदु सिंह

अपनी दुकानों के सामने किसी को भी ना करने दे अतिक्रमण, प्रतिबंधित पॉलीथिन ना खरीदें ना ही बेचें:- इंदु सिंह



जौनपुर शहर को सुंदर, स्वच्छ और जाम से मुक्त रखने के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी हम सभी की है।
जनपद के सम्मानित व्यापारियों से सहयोग की अपील करते हुए उक्त बातें व्यापार मंडल के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष इंद्रभान सिंह इंदु ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही है।
जिलाध्यक्ष ने कहाकि अपने शहर और जनपद को स्वच्छ,सुंदर और अतिक्रमण से मुक्त कराना स्वास्थ्य ,व्यापारी एवं व्यापार हित में आवश्यक है।
उन्होंने व्यापारियों से सहयोग की अपील करते हुए कहाकि सड़कों पर अतिक्रमण के कारण जाम लगता है जिससे आम जनता को जहां परेशानी होती है,वहीं व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित होता है। आवश्यक आवश्यकताएं भी प्रभावित होती है,ऐसे में सभी सम्मानित व्यापारियों से अनुरोध है कि अपनी दुकानों के सामने और नालियों,पटरियों को अतिक्रमण से मुक्त रखे जिससे बाजारों को सुंदर और स्वच्छ बनाते हुए जाम से मुक्त किया जा सके।
श्री इंदू सिंह ने आगे कहा की अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रतिबंधित पॉलीथिन की खरीद और बिक्री कदापि ना करें।
जनपद में दोहरे की भी खरीद बिक्री प्रतिबंधित है,यहां तक कि उसका सेवन कितनो के जीवन को समाप्त कर दिया इसलिए दोहरे के कारोबारियों से मैं अनुरोध करता हूं की वो इस जानलेवा कारोबार को बंद कर जनहित में कोई दूसरा सम्मानजनक कारोबार कर लें।
जिलाध्यक्ष इंदू सिंह ने व्यापारियों एवं आम जनता से अपील करते हुए कहा कि बाजारों में विशेष रूप से शहर में पार्किंग ना होने के कारण प्रतिष्ठान के स्वामियों,स्टाफ और ग्राहकों की गाड़ियों को सड़क के बिल्कुल किनारे खड़ी करें और करवाएं,जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या ना उत्पन्न होने पाए।

*यूपी बोर्ड रिजल्ट पर बड़ा बदलाव, ईमेल पर भी भेजे जाएंगे हाई स्कूल और इंटर परीक्षा परिणाम*

*यूपी बोर्ड रिजल्ट पर बड़ा बदलाव, ईमेल पर भी भेजे जाएंगे हाई स्कूल और इंटर परीक्षा परिणाम*

 प्रयागराज:उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) द्वारा हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन और छूटे परीक्षार्थियों के लिए प्रायोगिक परीक्षाओं के आयोजन बाद अब यूपी बोर्ड द्वारा रिजल्ट 2022 की तैयारियां की जा रही हैं। इस बीच परिषद द्वारा विभिन्न जनपदों में कक्षा 10 और कक्षा 12 के 47 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं की ईमेल आइडी बनाये जाने की प्रक्रिया चलाई जा रही है।समस्त स्कूलों को विद्यालय की बेबसाइट व 9 से 12तक के विद्यार्थियों की ई मेल आई डी बनाकर बोर्ड की बेबसाइट  पर अपलोड किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए 26 मई 2022 की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यूपीएमएसपी 10वीं, 12वीं रिजल्ट 2022 छात्रों को उनके इन्हीं पंजीकृत ईमेल आइडी पर भेजने की व्यवस्था की जा सकती है, जो कि वेबसाइट upmsp.edu.in और रिजल्ट पोर्टल, upresults.nic.in के अतिरिक्त होगी।यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटर रिजल्ट 2022 को लेकर प्राप्त जानकारी के मुताबिक आमतौर पर स्टूडेंट्स को नतीजे चेक करने के लिए साइबर कैफे के चक्कर लगाने पड़ते हैं। साथ ही, अत्यधित यूजर्स के यूपी रिजल्ट पोर्टल पर एकसाथ विजिट करने से वेबसाइट हैंग होने की समस्या रहती है। ऐसे में यूपी बोर्ड रिजल्ट 2022 ईमेल पर भेजे जाने से छात्र अपना यूपीएमएसपी 10वीं रिजल्ट 2022 और यूपीएमएसपी 12वीं रिजल्ट 2022 को घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर देख सकेंगे। साथ ही, इस व्यवस्था से यूपीएमएसपी का उद्देश्य छात्रों से सीधा संवाद स्थापित करना है।इस व्यस्था के तहत बोर्ड सीधा कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों से बात करके उनसे शिक्षा संबंद्धित जानकारी प्राप्त करेगा।

यह बजट प्रदेश की 25 करोड़ जनता की जनभावनाओं को ध्यान में रखकर,समाज के प्रत्येक तबके को ध्यान में रखकर बनाया गया है

उत्तर प्रदेश-

CM योगी की PC-

मैं आपका पूरी टीम की ओर से स्वागत करता हूँ, उत्तरप्रदेश में हमारी सरकार ने आज 2022-23 का बजट प्रस्तुत किया है

यह बजट प्रदेश की 25 करोड़ जनता की जनभावनाओं को ध्यान में रखकर,समाज के प्रत्येक तबके को ध्यान में रखकर बनाया गया है

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में लोककल्याण संकल्पपत्र के अनुरूप प्रदेश 25 करोड़ की जनता की भावनाओ को पूर्ण कर सके ,इसलिए ये बजट 

हम लोगो ने 2022 का विधानसभा चुनाव के पूर्व एक लोक कल्याण संकल्पपत्र जारी किया था, हमने 130 संकल्पों में से 97 संकल्पों को पहले बजट को शामिल किया है,इसके लिए 44 संकल्प नए हैं 

इनमें प्रमुख उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 2 गैस सिलेंडर का प्रावधान किया गया

किसानों के लिए भामाशाह योजना का प्रावधान, आलू,प्याज़ टमाटर जैसी फसलों के लिए कोष की व्यवस्था की है

हम प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए पहले से कार्ययोजना बनाई थी, उसके लिए हर कमिश्नरी में टेस्टिंग लैब स्थापित है,अगले 5 वर्ष में बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती का लक्ष्य है

किसानों के सिंचाई व्यवस्था की योजना को फ्री में देने का लक्ष्य है,इसके लिए हम पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत सोलर पैनल की योजना है

किसानों को एमएसपी का लाभ देने की योजना लायी गयी है

निषादराज बोर्ड के तहत नाविकों को नाव खरीदने की योजना लायी गयी

गरीब कल्याण कार्ड की योजना लायी गया है

रोजगार स्व रोजगार की कार्ययोजना के लिए बजट में स्थान दिया गया

MBBS, PG की सीटें बढ़ी हैं,इसके लिए बजट का प्रावधान किया गया,

बुजुर्ग पुजारियों सन्तो के लिए पुरोहित कल्यान बोर्ड के गठन को भी शामिल किया गया

युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण योजना लागू की,इसके लिए बजट में स्थान दिया गया,

सामूहिक विवाह योजना में बजट का प्रावधान,निराश्रित महिलाओं के लिए योजना लाया गया है

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लिए बजट जारी किया गया

चीनी उद्योग के लिए प्रदेश ने अग्रणी काम किया,हमने कोरोनकाल में भी चीनी मिलें बंद नही हुई,
हमने 3 नई चीनी मिल की स्थापना की,रमाला, मुंडेरवा चीनी मिलें इसमे शामिल है

चीनी मिलों की क्षमता विस्तार की कार्ययोजना है,छाता, बुढ़वल, आदि मिले इसमे शामिल है

2019 का प्रयागराज कुंभ देश दुनिया में एक छाप छोड़ी है,2025 के लिए हम अभी से तैयारी कर रहे है,बजट में भी इसकी अलग से व्यवस्था की गई

लोककला,लोकगाथा की अलग संस्कृति है,अवधी, बुन्देली,ब्रजभाषा,भोजपुरी जैसी भाषाओं के उत्थान के लिए एकेडमी की स्थापना के लिए बजट में स्थान दिया गया

वाराणसी में फुट स्ट्रीट,रोपवे व मेट्रो के निर्माण का प्रावधान और बजट रखा गया

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी की स्मृति में बाबूजी कल्याण योजना एक नई योजना व बजट रखा गया है

महर्षि बाल्मीकि के स्थान चित्रकूट को,तुलसीदास की भूमि राजापुर सहित अन्य को विकास के लिए बजट में स्थान दिया है

महाविद्यालय में स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था के लिए बजट में प्रावधान है,
ग्रामीण क्षेत्रो में मिनी स्टेडियम के लिए बजट में स्थान है

हमने पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना अच्छा कार्य हुये, उसके लिए भी बजट में प्रावधान है

विकलांग कल्याण के लिए पेंशन का विशेष स्थान दिया गया

प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के साथ शहरी क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए बजट में स्थान दिया है 

लोगो को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने के लिए भी बजट में स्थान है,युवाओं को स्वयं का स्टार्टअप शुरू करने के लिए बजट में प्रावधान है

इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक्सप्रेस वे पर औद्योगिक गलियारों के विकास के लिए बजट का प्रावधान रखा गया 

बुंदेलखंड में जनरल विपिन रावत डिफेंस कॉरिडोर के लिए व्यवस्था की गई है 

जल जीवन मिशन ने हर घर नल योजना ग्रामीण के साथ शहरी क्षेत्र में लागू हो इसकी कार्ययोजना है,पहले चरण में बुंदेलखंड व विंध्य क्षेत्र में योजना जारी है,

महिला पुलिस बटालियन के गठन व विकास के लिए बजट का प्रावधान है,

प्रदेश के 8 मंडल में एंटी करप्शन यूनिट की स्थापना की व्यवस्था है

यह बजट प्रदेश के अगले 5 वर्ष के लिए सर्वसमावेशी विकास के लिए एक विजन का कार्य करेगा

यह बजट अबतक का सबसे बड़ा बजट है,इस बार बजट 6 लाख 15 हजार 518 करोड़,97 लाख का है,बजट का दायरा दोगुना है,हमने राजस्व का दायरा बढ़ाया 

हमने राजस्व बढ़ाया,एक्साइज में हमको 36 हजार 231 करोड़ से ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ,माइनिंग में 2664 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ

प्रदेश ने अपना रेवेन्यू बढ़ाया,जिसके फलस्वरूप प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है

रिजर्व बैंक ने राज्यों के लिए ऋण लेने की लिमिट को बढ़ाया गया,उत्तरप्रदेश ने समाज के प्रत्येक तबके बजट को लाने के बाद भी हम उस ऋण लेने के दायरे से नीचे ही हैं

मैं अपने पूरे टीम को धन्यवाद देता हूँ,हम 1 ट्रिलियन इकोनॉमी को पूरा करने में सहभागी बनेंगे..

अब सरकारी हॉस्पिटल कांठ में होंगे सिजिरियन ऑपरेशन

अब सरकारी हॉस्पिटल कांठ में होंगे सिजिरियन ऑपरेशन
कॉउंटरी मशीन ना होने के कारण लगभग 1 महीने से सरकारी हॉस्पिटल कांठ मे डिलीवरी नही हो पा रही थी पेशेन्ट को मुरादाबाद रेफर किया जा रहा था उस दर्द को समझते हुए  चिकित्सक ज़ुल्फ़िकार अहमद ने अपने निजी खर्च से कॉउंटरी मशीन उपलब्ध करा दी जिस की क़ीमत लगभग पचास हज़ार रुपये है  जिस से अब डिलीवरी बधित नही होंगी ओर किलकारी गूंजेंगी उनके इस नेक काम से तमाम कांठ क्षेत्रवासियों को लाभ मिलेगा

विधानसभा, विधान परिषद की कार्यवाही शुरू..**-वित्त मंत्री* *@SureshKKhanna ने बजट पेश किया**-वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया**-विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट पेश किया**-जनता ने हमें सेवा का मौका दिया है - सुरेश खन्ना.**-हमने प्रदेश में कानून का राज कायम किया- सुरेश खन्ना*

*बड़ी अपडेट*‼️

*विधानसभा, विधान परिषद की कार्यवाही शुरू..*

*-वित्त मंत्री* *@SureshKKhanna  ने बजट पेश किया*
*-वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया*
*-विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट पेश किया*
*-जनता ने हमें सेवा का मौका दिया है -  सुरेश खन्ना.*
*-हमने प्रदेश में कानून का राज कायम किया- सुरेश खन्ना*
*-स्वास्थ्य,शिक्षा क्षेत्र में बहुत काम किया गया- सुरेश खन्ना*
*-पीएम और सीएम के मार्गदर्शन में विकास हुआ- सुरेश खन्ना* 
*-कोरोना काल में सरकार जनता के साथ खड़ी रही- खन्ना*
*-किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया – खन्ना*
*-पीएम सम्मान निधि से किसानों को लाभ – सुरेश खन्ना*
*-हमने माफियाओं पर कार्रवाई की – सुरेश खन्ना*
*-5 एक्सप्रेस-वे वाला देश का पहला राज्य यूपी- खन्ना.* 
*-5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला पहला राज्य होगा यूपी- खन्ना*
*-1.56 लाख करोड़ रुपए का निर्यात कर रहे हैं – खन्ना*
*-2.55 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि – खन्ना*
*-यूपी में बड़े पैमाने पर निवेश हुआ – सुरेश खन्ना*
*-सरकार ने जनता को फ्री राशन उपलब्ध कराया- खन्ना.* 
*-2.61 करोड़ शौचालय का निर्माण कराया गया – सुरेश खन्ना*
*-186 भूमाफियाओं पर कार्रवाई कर जेल भेजा – सुरेश खन्ना*
*-जीरो टॉलरेंस नीति पर सरकार काम कर रही – खन्ना*
*-अपराधियों पर हमारी सरकार कार्रवाई कर रही – खन्ना*
*-गन्ना मूल्य भुगतान में यूपी नंबर वन- सुरेश खन्ना.* 
*-1 करोड़ 41 लाख बिजली कनेक्शन दिए – सुरेश खन्ना*
*-यूपी 112 के लिए 730 करोड़ 88 लाख – सुरेश खन्ना*
*-थानों की सुरक्षा के लिए 250 करोड़ – सुरेश खन्ना*
*-कानपुर, बहराइच में एटीएस सेंटर की स्थापना- खन्ना*
*-महिला सुरक्षा के लिए 720 करोड़ रुपए – सुरेश खन्ना*. 
*-15 हजार सोलर पंपों की स्थापना कराई जाएगी- खन्ना*
*-किसानों को मुफ्त सिंचाई के लिए 1 हजार करोड़- खन्ना*
*-योगी सरकार का 6वां बजट सदन में पेश*
*-6 लाख 15 हजार 518 करोड़ 97 लाख रुपए का बजट*
*-योगी सरकार ने लगातार 6वां बजट पेश किया*
*-यूपी का बजट 6.15 लाख करोड़ से अधिक.*

*-दिव्यांग अनुदान 300 से बढ़ाकर एक हजार किया गया*
*-एक हजार रुपए प्रति माह दिव्यांग अनुदान दिया जाएगा*
*-अटल आवासीय विद्यालय के लिए 300 करोड़ का बजट*
*-NHM के तहत 10 हजार 547 करोड़ का बजट*
*-आशा कार्यकत्रियों के लिए 300 करोड़ का बजट*
*-अटल विहारी विवि लखनऊ के लिए 100 करोड़*
*-14 मेडिकल कॉलेजों को 2100 करोड़ का बजट*
*-प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के लिए 897 करोड़*
*-बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे,डिफेंस कॉरिडोर के किनारे विकास कार्य होंगे*
*-ग्रीन फील्ड और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 500 करोड़*
*-मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए 695 करोड़*

Wednesday, 25 May 2022

कानपुर देहात पुलिस की बड़ी कार्यवाही गजनेर थाना अंतर्गत अवैध डीजल पेट्रोल बाड़े का किया भंडाफोड़..

*बिग ब्रेकिंग न्यूज़ कानपुर देहात
*कानपुर देहात पुलिस की बड़ी कार्यवाही गजनेर थाना अंतर्गत अवैध डीजल पेट्रोल बाड़े का किया भंडाफोड़..*

👉कानपुर देहात पुलिस अधीक्षक के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में थाना गजनेर पुलिस द्वारा हिंदुस्तान पेट्रोलियम डिपो रोड पर स्थित अपना ढाबा पर अवैध रूप से एकत्रित 500 लीटर अवैध डीजल व पेट्रोल बरामद किया गया।

*कई दिनों से कानपुर देहात अंतर्गत डीजल पेट्रोल के अवैध तेल के बाड़े चलने की सूचना मिल रही थी जिस पर आज गजनेर थाना अंतर्गत पामा चौकी इंचार्ज गजेंद्र पाल सिंह के नेतृत्व में छापेमारी कर डीजल पेट्रोल के अवैध तेल वाले का खुलासा किया गया*

👉कानपुर देहात के तेजतर्रार चौकी इंचार्ज में जाने जाते हैं *गजेंद्र पाल सिंह* इससे पहले अकबरपुर की *रनिया रिपोर्टिंग चौकी* व रसूलाबाद की *कंहजरी चौकी* क्षेत्र में कार्यरत रहे हैं गजेंद्र पाल सिंह वही गजनेर थाना अंतर्गत पामा चौकी आते ही आज अवैध डीजल पेट्रोल के बाड़े का खुलासा कर अपनी कार्यप्रणाली पर खरे उतरे हैं

*कानपुर देहात रिपोर्ट

जगन्नाथ मंदिर के सामने पुजारी के बेटे की गोली मारकर हत्या…**👉इलाके में दहशत का माहौल…*

*💥जगन्नाथ मंदिर के सामने पुजारी के बेटे की गोली मारकर हत्या…*

*👉इलाके में दहशत का माहौल…*


ओडिशा, 25 मई। जगन्नाथ पूरी मंदिर के सामने मंदिर के पुजारी के बेटे की गोली मारकर हत्या का मामला सामने आया है। हत्या का कारण व्यक्तिगत पुरानी दुश्मनी हो सकती है। फिलहाल स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा के पूरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के सामने वहां के पुजारी के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है। सामने आई जानकारी के अनुसार आरोपी ने व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते पुजारी के बेटे की हत्या की। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। बता दें मृतक की पहचान तीर्थ नगरी हरचंदी तालुचा शाही के एक मंदिर के पुजारी के बेटे शिवराम पात्रा के रूप में हुई है। इस घटना के पुरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, जगन्नाथ मंदिर के मुख्य द्वार से लगभग 20 मीटर की दूरी पर बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली चलाई और शिवराम पात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही सिंघा द्वार पुलिस एम्बुलेंस से घायल व्यक्ति को पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जांच में पाया गया कि मुख्य आरोपी की चंदन बारिक ने आपसी युवक पर गोली चलाई। घटना के सिलसिले में उसे हिरासत में लिया गया है। फिलहाल फोरेंसिक जांच चल रही है।

आधार प्रमाणीकरण किये जाने की प्रक्रिया*

*आधार प्रमाणीकरण किये जाने की प्रक्रिया*                                                                        जौनपुर 25 मई 2022 (सू0वि)- जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने अवगत कराया है कि पति की मृत्यु उपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना हेतु सर्वप्रथम गुगल पर sspy-up.gov.in पर जाये, यादि लाभार्थी को अपना रजिस्ट्रेशन नंबर नही पता है जो निराश्रित महिला पेंशन सेलेक्ट करके पेंशन सूची में जाये। अपना जनपद सेलेक्ट करें विकासखण्ड सेलेक्ट करें, ग्राम पंचायत सेलेक्ट करें। मजरा सेलेक्ट करें। पूरी पेंशन सूची होगी जिससे अपना रजिस्ट्रेशन संख्या नोट कर लें, अब पुनः इन्ट्रीग्रटेड पेंशन पोर्टल पर जाये तथा लाल रंग की पट्टी आधार प्रमाणीकरण के लिए फ्लैक्स हो रही है, पेंशन का प्रकार सेलेक्ट करें। विडों पेंशन चयन करें। रजिस्ट्रेशन नं0 दर्ज करें। मोबाईल नं0 दर्ज करें। कैप्चा लिखे फिर सबमिट करे, आपके मोबाईल पर ओ0टी0पी आयेगा। ओ0टी0पी0 को दर्ज करें, तथा सबमिट करें, इस प्रकार से आपका मोबाईल नं0 आनलाईन रजिस्टर्ड हो गया। 
                  अब आपको दूसरे चरण में आधार प्रमाणीकरण करना होगा, आधार प्रमाणीकरण द्वितीय चरण में होता है अब होम पेज पर जायें पेशन लॉगिन पर रजिस्ट्रेशन नं0 यूजर आ0डी0 की तरह दर्ज होगा, तथा आपका मोबाईल न0 पासवर्ड होगा, रजिस्ट्रेशन नं0 दर्ज करें, पासवर्ड के स्थान पर मोबाईल नं0 दर्ज करें, कैप्चा लिखे एवं उसके बाद सबमिट करें, आपके मोबाईल पर दुबारा ओ0टी0पी0 आयेगां। ओ0टी0पी0 दर्ज करें। तत्पश्चात सबमिट करें, यादि आपका नाम पेंशनर सूची में आधार के सामान है तो आपका रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ आधार प्रमाणीकरण हो जायेगा, यदि पेशनर सूची में आधार से अलग होगा। यथा नाम मे उपनाम न लिखा होना या नाम के बीच स्पेस होना या अन्य त्रुटि के कारण आपका डाटा जिला प्रोबेशन अधिकारी पोर्टल पर फारवर्ड हो जायेगा, तत्पश्चात जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा उसे वेरीफाई करने पर 24 घण्टे के बाद पुनः आधार प्रमाणीकरण की प्रक्रिया अपनायें, पेंशन सूची में नाम व आधार के नाम में अन्तर होने पर किसी भी दशा में दोबारा प्रयास न करें अन्यथा आपका डाटा लॉक हो जायेगा।

राजा जौनपुर के महल की गरिमा को तार तार कर रहे है बैंड बाजा व बराती✍

शमशी अज़ीज़
राजा जौनपुर के महल की गरिमा को तार तार कर रहे है बैंड बाजा व बराती✍
जौनपुर  ---------        उत्तर प्रदेश
जौनपुर शिराज़े-ए-हिन्द के नाम से प्रसिद्ध है ये नगरी मुगलों, नवाबो व राजाओं के महल,  किला, मस्जिद व हवेली के नाम से प्रचलित है जिसमे आलीशान मीनारे, विशाल दरवाजे, नक्काशी दार खिड़कियां, व अद्धभुत चित्रकारियां है जो अत्यधिक लुभावन है जिससे जौनपुर की सुंदरता में चाँद चाँद लगाती है इस कारण इतिहास की हर किताबो में जौनपुर की विशेषता अवश्य दिखती है जिसमे विशेषकर राजा साहब का महल है जिसका निर्माण 200 वर्ष पूर्व किया गया था इस महल में वर्षों से परम्परागत कार्य होते आये है जिसमे एक है  विजय दशमी के पर्व पर शस्त्र पूजन कर घोड़े और बल्लम के साथ शाही सवारी का निकलना इस दृश्य को देखने के लिये व आदर सम्मान बढ़ाने के लिये प्रजा की भांति नगर वासी खड़े रहते है इस महल (हवेली)की एक विशेषता ये भी है कि इस महल में वर्षो से देश के सर्वोच्च नेता व महंत लोग अपनी गोपनीय बैठक कर विश्राम किया करते थे जिनमे सर्वोच्च स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी, आरएसएस संघ के प्रमुख माधवराव सदाशिव गोलवलकर, नाना जी देशमुख, भाऊराव देवरस, तेगू गोपालन आदि का आगमन सदा देखा गया है पर वर्तमान समय मे इस महल के 12 वे राजा अपनी गद्दी पर विराजमान होते हुए भी इस महल की गरिमा को बचाये रखने में असमर्थ है वैसे तो मुगलों की इमारतों के साथ साथ इस महल को भी पर्यटक स्थलों के 8 पायदानों में से एक माना जा रहा था पर आज सब कुछ पलट सा गया है आज राजमहल का प्रकाश का कम होना इस धरोहर की कहानी में सेंध लगा रहा है कहने का तात्पर्य ये है राजमहल राजाओं का महल न हो कर वैवाहिक महल के नाम से जाना जाने लगा है जिससे इस महल की धरोहर व इसकी गरिमा विलुप्त होने के कगार पर है इस महल में आज राजाओं के ठाट बाट के बजाय गाना बजाना, धूम धड़ाका व शोर शराबे का स्थान बनता जा रहा है यदि समय रहते हुए प्रशासन ऐसे महलों के प्राचीन धरोहर को संज्ञान में न लेते हुए अमुक दर्शक बनी रही तो पर्यटकों की आवागमन पर भारी कमी देखी जा सकती है यधपि प्रशासन राजमहल के प्रत्येक कार्यक्रमो को गहनता से अध्ययन करे तभी इस महल की सुंदरता व इसकी नक्काशी को बचाया जा सकता है अन्यथा ये पूँजीपतियो के सामूहिक कार्यक्रमो का गढ़ बन जायेगा।
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संवाददाता         लखनऊ लाइव

Tuesday, 24 May 2022

*कैसा रहेगा देश दुनिया का आज का और आने वाला 1 सप्ताह का मौसम* डॉ दिलीप कुमार सिंह ज्योतिष शिरोमणि मौसम विज्ञानी और निर्देशक

*कैसा रहेगा देश दुनिया का आज का और आने वाला 1 सप्ताह का मौसम* डॉ दिलीप कुमार सिंह ज्योतिष शिरोमणि मौसम विज्ञानी और निर्देशक


सबसे पहले अपने जनपद जौनपुर और आसपास के जिलों का मौसम आज जौनपुर और आसपास के जनपदों का मौसम अत्यंत स्वच्छता जा सुहावना और सुबह कुछ ठंडा रहेगा दोपहर में गर्मी थोड़ा अधिक होगी उमस और पसीना के साथ लेकिन शाम और रात को मौसम फिर से अच्छा और सुहाना हो जाएगा कुछ स्थानों पर तेज से बहुत तेज हवाएं 14:00 से 31 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं और कुछ जगहों पर गरज चमक के साथ हल्की वर्षा होने का भी योग है कहीं-कहीं आंधी बवंडर आ सकते हैं हवा की गुणवत्ता बहुत दिनों बाद बहुत ही अच्छी होगी जो 25 से लेकर 40 के बीच होगी जो सामान्य रूप से जौनपुर उत्तर प्रदेश और भारत में बड़ा दुर्लभ होता है इसलिए लोगों को ताजगी और शरीर में ऊर्जा की अनुभूति होगी पराबैंगनी किरणों का स्तर भी सामान्य से मध्यम रहेगा और दृश्यता सीमा 10 किलोमीटर से बढ़कर 15 किलोमीटर हो जाएगी आसमान बिल्कुल स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त दिखेगा

उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत में भी लगभग मौसम इसी प्रकार का रहेगा अनेक क्षेत्रों में गर्मी कुछ ज्यादा रहेगी लेकिन लद्दाख हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मौसम ठंडा सुहावना रहेगा उत्तर भारत के अनेक भागों में तेज हवाओं और वज्रपात के साथ कहीं कहीं मध्यम से हल्की वर्षा होने की संभावना है

पश्चिम और पश्चिमोत्तर भारत अर्थात जम्मू पंजाब हरियाणा दिल्ली पश्चिमी उत्तर प्रदेश राजस्थान का संपूर्ण भाग गुजरात और महाराष्ट्र का अधिकांश भाग ओडिशा मध्य प्रदेश झारखंड बिहार छत्तीसगढ़ का मौसम भयंकर गर्म होगा अनेक जगह लू का प्रकोप रहेगा कई स्थानों पर तापमान 40 से 47 डिग्री तक हो जाएगा इन क्षेत्रों में मौसम मुख्य रूप से सूखा तेज धूप वाला और कहीं-कहीं आंधी तूफान वाला रहेगा

नेपाल भूटान सिक्किम बांग्लादेश पश्चिम बंगाल पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल असम त्रिपुरा मिजोरम नागालैंड मणिपुर में हल्की से मध्यम वर्षा मौसम सुहावना रहेगा लेकिन बंगाल और बांग्लादेश में भीषण गर्मी उमस का भी माहौल रहेगा

दक्षिण के पठार और दक्षिण भारत आंध्र प्रदेश तमिलनाडु केरल गोवा लक्षदीप और कर्नाटक तथा दक्षिणी महाराष्ट्र में गर्मी उमस पसीना का मौसम रहेगा वर्षा की बहुत कम संभावना है कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चल सकती हैं मुंबई कोलकाता चेन्नई और दिल्ली में तथा हैदराबाद बेंगलुरु में मौसम गर्म उमस भरा रहेगा औसत तापमान यहां पर 25 डिग्री से 35 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहेगा लेकिन दिल्ली में तापमान 40 डिग्री के आसपास रहेगा


संपूर्ण पाकिस्तान अरब प्रायद्वीप ईरान इराक और मध्य उत्तरी अफ्रीका मेक्सिको संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी भाग और मेक्सिको की खाड़ी के क्षेत्र और उत्तरी अमेरिका के एक तिहाई भागों में तथा दक्षिण पूर्वी एशिया के संपूर्ण भाग में आस्ट्रेलिया के उत्तरी भागों में भीषण भयंकर गर्मी का प्रकोप रहेगा और अनेक स्थानों पर तेज आंधी तूफान धूल भरी आंधी चलने के साथ-साथ रेत के भयंकर तूफान आ सकते हैं इन स्थानों में चक्रवात भूकंप का भी योग बन रहा है


मध्य अमेरिका पूरे यूरोप मध्य एशिया के भागों में मौसम कुछ और आदर रहेगा यहां पर धूल भरी रेत की पीली आंधी आने का खतरा है विशेषकर चीन में जबकि कनाडा ग्रीनलैंड सुदूर यूरोप के उत्तरी भाग और एशिया के उत्तरी भागों में तथा संपूर्ण अंटार्कटिका अर्थात दक्षिणी ध्रुव महाद्वीप में भयंकर गर्मी हिमपात होगा और प्रबल तूफानी हवाएं चलेंगी विशेषकर अंटार्कटिका के कुछ भागों में 300 किलोमीटर की चक्रवात पैदा होंगे और यहां के अनेक भागों का तापमान माइनस तक पहुंच जाएगा जैसे वो स्टोर कौर दक्षिण गंगोत्री के आसपास हिमालय पर्वत शिखरों पर भी यही स्थिति रहेगी

मौसम के परिवर्तन और उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव के तापमान अंतर भूमध्य रेखा की विशेष स्थिति के कारण और अंतरिक्ष में पृथ्वी और सूर्य की विशेष स्थिति से अनेक भयंकर घटनाएं कांड और उथल-पुथल तथा राजनीतिक परिवर्तन होंगे एक बार फिर से बिल्कुल साफ कर देना चाहता हूं कि 23 मई से ग्रहों का परिवर्तन 25 जून तक जारी रहेगा जो भयंकर उत्पात हिंसा खूनखराबा रक्तपातको  जन्म देगा और कुछ अप्रत्याशित अकल्पनीय रोग बीमारियां और वायरस तथा बैक्टीरिया पशु और पक्षियों से फैल सकते हैं महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार अपराध एवं अपराध अश्लीलता पर रोक लगाने के सारे प्रयास भारत और पूरे विश्व में विफल होंगे यूक्रेन के युद्ध में नेट की परिवर्तन के साथ जून में इसका अंत होने की संभावना दिख रही है जिसमें अंततोगत्वा रूस सफल रहेगा और अमेरिका तथा समर्थक देशमुह की खाएंगे


मैं इस बात को फिर से पूरे गारंटी के साथ दोहरा रहा हूं कि भारतीय मौसम विभाग और अनेक बड़े-बड़े स्कायमेट स्काईवेदर के पूर्वानुमान मानसून को लेकर पूरी तरह गलत सिद्ध होंगे 1 सप्ताह से भी अधिक वाले मानसून केरल में आने की उन सभी की भविष्यवाणी गलत होगी और हमारे केंद्र की भविष्यवाणी ही सही होगी हमेशा की तरह जिसमें हमारे केंद्र द्वारा मानसून के 29 मई से लेकर 3 जून के बीच कभी भी आने की बात 5 महीने पहले ही कहीं गए और बार-बार उसे दोहराया गया एक बार फिर से सभी को कहना चाहूंगा कि यह मानसून बहुत ही अनिश्चित अनियमित होगा और बाढ़ सूखा एक साथ ले आएगा इसलिए इस वर्ष मिली जुली खेती करने वाले लोग ही सफल होंगे डॉ दिलीप कुमार सिंह एवं सभी विद्वान सदस्य गण अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र 25 मई 2022

Monday, 23 May 2022

जौनपुर। जन परिवहन संचालक संघ के बैनर तले बस मालिकों ने जिला अधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा को सौंपा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित पत्रक

जौनपुर। जन परिवहन संचालक संघ के बैनर तले बस मालिकों ने जिला अधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा को सौंपा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित पत्रक। रिपोर्ट -Aumtv786

सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री,
उत्तर प्रदेश।

विषय -: जन परिवहन संचालकों को नगर पालिका परिक्षेत्र में स्थाई स्टैंड सुनिश्चित कराए जाने और जन परिवहन संचालन संबंधित अन्य समस्याओं के संबंध में।

महोदय,
अधोलिखित बिंदुवार निवेदन है,
1. यह कि, श्रीमान जी के निर्देशानुसार, यात्रियों के आवागमन की सुविधा देखते हुए, एक सर्वसुविधायुक्त स्टैंड जिसमें, पेयजल, शौचालय एवम यात्री शेड बना हो, जेसीज चौराहे के निकट सुनिश्चित करें।
2. यह कि, जब तक स्टैंड सुनिश्चित ना हो जाए, तब तक वाहन स्वामियों को किसी भी प्रकार की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई प्रशासन द्वारा ना की जाए।
3. यह कि, हम वाहन स्वामी सारे प्रपत्र पूर्ण होने पर ही अपने वाहनों का संचालन विभिन्न मार्गों पर करते हैं, बावजूद इसके हमारे वाहनों को "डग्गामार" की श्रेणी में रखा जाता है। कृपा करके "डग्गामार" शब्द को परिभाषित करें, जिससे की हम अपनी त्रुटियां सुधार सकें।
4. यह कि,बस स्टैंड की भांति ही, टैक्सी और बैटरी संचालित तीन पहिया वाहनों का भी एक अलग स्टैंड सुनिश्चित करें, क्योंकि मुख्यतः जाम के कारक यही छोटे वाहन ही होते हैं।
5. यह कि, हम वाहन स्वामी, हर परिस्थिति में, चाहे वह कोरोना महामारी का दौर हो, चाहे वह निर्वाचन कार्य में सहयोग हो, या रैलियों और चुनावी सभाओं में सहयोग हो, प्रशासन की मंशा और निर्देश पर सदैव तत्पर रहते हैं। बावजूद इसके हर नुक्कड़ - चौराहे पर चालान का डर दिखाकर अवैध वसूली कर उत्पीड़न किया जाता है, यह कृत्य भी बन्द होना चाहिए।
6. यह कि, कोरोना महामारी के दौरान परिवहन संचालकों की बेपटरी हुई स्थिति, अभी तक संभल नहीं पाई थी कि, प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई से हम सभी वाहन स्वामी, सारे प्रपत्र समर्पण करने को मजबूर हो जाएंगे। जिसके कारण हजारों की संख्या में, वाहन स्वामी और उनसे संबंधित कर्मचारी सपरिवार सड़क पर आ जायेंगे, जिनके भरण पोषण की जिम्मेदारी भी श्रीमान जी सुनिश्चित करने का कष्ट करें।

हम जन परिवहन संचालक संघ के सदस्यगण आशा करते हैं कि, उक्त विषयों का संज्ञान लेते हुए श्रीमान जी एक न्यायसंगत व्यवस्था देने की महती कृपा करेंगे।

प्रार्थी

डॉ. दिनेश सिंह बब्बू
अध्यक्ष
जन परिवहन संचालक संघ
जौनपुर
संपर्क सूत्र - 9838407921

Sunday, 22 May 2022

कैसे कटा २१ से 60* *तक का यह सफ़र,* *पता ही नहीं चला ।*

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*कैसे कटा २१ से 60* 
*तक का यह सफ़र,* 
*पता ही नहीं चला ।*

*क्या पाया, क्या खोया,*
*क्यों खोया,*
*पता ही नहीं चला !*

*बीता बचपन,* 
*गई जवानी* 
*कब आया बुढ़ापा,* 
*पता ही नहीं चला ।*

*कल बेटे थे,* 
*कब ससुर हो गये,* 
*पता ही नहीं चला !*

*कब पापा से* 
*नानु बन गये,* 
*पता ही नहीं चला ।* 

*कोई कहता सठिया गये,*
*कोई कहता छा गये,* 
*क्या सच है,* 
*पता ही नहीं चला !*

*पहले माँ बाप की चली,*
*फिर बीवी की चली,* 
*फिर चली बच्चों की,* 
*अपनी कब चली,* 
*पता ही नहीं चला !*

*बीवी कहती* 
*अब तो समझ जाओ,* 
*क्या समझूँ,* 
*क्या न समझूँ,* 
*न जाने क्यों,* 
*पता ही नहीं चला !*
        
*दिल कहता जवान हूँ मैं,*
*उम्र कहती है नादान हूँ मैं,* 
*इस चक्कर में कब* 
*घुटनें घिस गये,* 
*पता ही नहीं चला !*

*झड़ गये बाल,* 
*लटक गये गाल,* 
*लग गया चश्मा,* 
*कब बदली यह सूरत* 
*पता ही नहीं चला !*

*समय बदला,* 
*मैं बदला* 
*बदल गई* मित्र-
मंडली भी* 
*कितने छूट गये,* 
*कितने रह गये मित्र,* 
*पता ही नही चला*

*कल तक अठखेलियाँ*
*करते थे मित्रों के साथ,* 
*कब सीनियर सिटिज़न* 
*की लाइन में आ गये,* 
*पता ही नहीं चला !*

*बहु, जमाईं, नाते, पोते,*
*खुशियाँ आई,* 
*कब मुस्कुराई उदास*
*ज़िन्दगी,*
*पता ही नहीं चला ।*

*जी भर के जी ले प्यारे*
*फिर न कहना कि ..*

*"मुझे पता ही नहीं चला।*

     
.

उत्तरप्रदेश बिग अपडेट*‼️*सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर राशन कार्ड सरेंडर करने और वसूली को लेकर भ्रामक पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं।**इस संबंध में अवगत कराना है कि यूपी सरकार की ओर से राशन कार्ड सरेंडर व वसूली का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।*

*AumTv NEWS* *💥लखनऊ:  यूपी सरकार ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में राशनकार्ड सरंडेर करने या उनके निरस्तीकरण के सम्बन्ध में कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है, खाद्य आयुक्त ने इस संबंध में प्रसारित खबरों को आधारहीन तथा भ्रामक बताया, राशनकार्ड सत्यापन एक सामान्य प्रक्रिया है।*

BREKING NEWS*

*प्रदेश में राशन कार्ड को लेकर चल रही फर्जी खबरों का 
खंडन*

सरकार की तरफ से नहीं जारी हुआ ऐसा कोई भी आदेश

इस संबंध में प्रसारित खबरें आधारहीन और भ्रामक- खाद्य आयुक्त

राशनकार्ड सत्यापन एक सामान्य प्रक्रिया है- खाद्य आयुक्त

वर्ष 2014 के पात्रता के मानकों में कोई नया बदलाव नही.

 *Jonpur: *राशन कार्ड न तो होंगे सरेंडर और न होगी होगी रिकवरी? यूपी सरकार ने बताई क्या है कार्ड धारकों को लेकर गाइडलाइन* 

यूपी सरकार ने रविवार को साफ किया है कि प्रदेश में राशन कार्ड सरेंडर करने अथवा उनके निरस्तीकरण के सम्बन्ध में कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है। मीडिया पर इस संबंध में प्रसारित भ्रामक व तथ्यों से परे खबरों का खण्डन करते हुए राज्य के खाद्य आयुक्त सौरव बाबू ने कहा कि राशनकार्ड सत्यापन एक सामान्य प्रक्रिया है जो समय-समय पर चलती है।
उन्होंने कहा कि राशन कार्ड सरेंडर करने और पात्रता की नई शर्तों के संबंध में आधारहीन प्रचार हो रहा है। सत्यता यह है कि पात्र गृहस्थी राशनकार्डों की पात्रता/अपात्रता के सम्बन्ध में सात अक्टूबर, 2014 के शासनादेश के मानक निर्धारित किए गए थे जिसमें वर्तमान में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकारी योजनान्तर्गत आवंटित पक्का मकान, विद्युत कनेक्शन, एक मात्र शस्त्र लाइसेंस धारक, मोटर साइकिल स्वामी, मुर्गी पालन/गौ पालन होने के आधार पर किसी भी कार्डधारक को अपात्र घोषित नहीं किया जा सकता है। इसी प्रकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 तथा प्रचलित शासनादेशों में अपात्र कार्डधारकों से वसूली जैसी कोई व्यवस्था भी निर्धारित नहीं की गई है और रिकवरी के सम्बन्ध में शासन स्तर से अथवा खाद्यायुक्त कार्यालय से कोई भी निर्देश निर्गत नहीं किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि विभाग सदैव पात्र कार्डधारकों को नियमानुसार उनकी पात्रता के अनुरूप नवीन राशनकार्ड निर्गमित करता है तथा एक अप्रैल, 2020 से अब तक प्रदेश में कुल 29.53 लाख नवीन राशनकार्ड विभाग द्वारा पात्र लाभार्थियों को जारी किए गए है।


*
 *उत्तरप्रदेश बिग अपडेट*‼️

*सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर राशन कार्ड सरेंडर करने और वसूली को लेकर भ्रामक पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं।*

*इस संबंध में अवगत कराना है कि  यूपी सरकार की ओर से राशन कार्ड सरेंडर व वसूली का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।*

सूचना विभाग, बाराबंकी 18 मई .2022 कलेक्ट्रेट स्थित डीआरडीए गांधी सभागार में जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह की अध्यक्षता में गौ आश्रय स्थलों के निर्माण, गौ आश्रय स्थलों के संरक्षण, पशुओं का टीकाकरण, पशुओं को स्वास्थ्य सेवायें, गौवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण सेल की समीक्षा, दुग्ध उत्पादन संघ की समीक्षा, कौशल विकास मिशन की समीक्षा की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पशुओं के लिए भूसा, चारा की पर्याप्त व्यवस्था बनी रहे तथा भूसा संरक्षण की पर्याप्त व्यवस्था हो। पशुओं के लिए टीन सेड की व्यवस्था हो। उन्होंने यह भी कहा कि खण्ड विकास अधिकारी प्रधान से समन्वय बनाकर भूसा दान प्राप्त करें। 30 कुंतल प्रति ब्लाक दान भूसा प्राप्त करने का लक्ष्य दिया गया है। बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों तथा खराब प्रगति वाले अधिकारियों के खिलाफ जिलाधिकारी द्वारा एक्शन लेते हुए वेतन बाधित करने के निर्देश सम्बन्धित को दे दिये गये है।

प्रेस विज्ञप्ति
सूचना विभाग, बाराबंकी 18 मई .2022
                कलेक्ट्रेट स्थित डीआरडीए गांधी सभागार में जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह की अध्यक्षता में गौ आश्रय स्थलों के निर्माण, गौ आश्रय स्थलों के संरक्षण, पशुओं का टीकाकरण, पशुओं को स्वास्थ्य सेवायें, गौवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण सेल की समीक्षा, दुग्ध उत्पादन संघ की समीक्षा, कौशल विकास मिशन की समीक्षा की गयी।  बैठक में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पशुओं के लिए भूसा, चारा की पर्याप्त व्यवस्था बनी रहे तथा भूसा संरक्षण की पर्याप्त व्यवस्था हो। पशुओं के लिए टीन सेड की व्यवस्था हो। उन्होंने यह भी कहा कि खण्ड विकास अधिकारी प्रधान से समन्वय बनाकर भूसा दान प्राप्त करें। 30 कुंतल प्रति ब्लाक दान भूसा प्राप्त करने का लक्ष्य दिया गया है। बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों तथा खराब प्रगति वाले अधिकारियों के खिलाफ जिलाधिकारी द्वारा एक्शन लेते हुए वेतन बाधित करने के निर्देश सम्बन्धित को दे दिये गये है।
जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा किये जा रहे गौ आश्रय स्थल के निरीक्षण में जो भी कमियां इंगित की गयी है, उनका निराकरण कर समय रिपोर्ट मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को भेजना सुनिश्चित करें। साथ ही सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारियों को 10 दिन बाद निरीक्षण करने तथा गौ आश्रय स्थल को सभी व्यवस्थाओं से संतृप्त करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा जनपद में संचालित अस्थाई/स्थाई गोवंश स्थल की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। इसके साथ ही नवीन गौ आश्रय स्थल खोलने, गौ आश्रय स्थल को स्वावलंबी बनाने हेतु विस्तृत चर्चा की गयी।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट, समस�

जो 2 कौड़ी के जाहिल कहते हैं bjp हिन्दू मुस्लिम कर रही उन्हें अपने इतिहास से सीखना चाहिए कि

जो 2 कौड़ी के जाहिल कहते हैं bjp हिन्दू मुस्लिम कर रही उन्हें अपने इतिहास से सीखना चाहिए कि 

• *पृथ्वीराज चौहान*..... अंधा करके मारा गया
• *गुरु अर्जुनदेव जी*.... गर्म तवे पर बैठाने के बाद उन पर खौलती हुई रेत डालकर मारा गया !
• *गुरु तेगबहादुर जी*.... नृशंस हत्या कैसे की गई यह बताने की जरूरत नहीं !
• *भाई मतिदास जी*.... लकड़ी के दो पाटों में बांधकर, ऊपर से नीचे आरी से चीरा गया !
• *भाई सतीदास जी*.... बड़े कड़ाह में खौलते तेल में डुबाकर मारा !
• *भाई दयाला जी*.... रुई में लपेटकर जिन्दा जलाया !
• *गुरु गोविंद जी के दो मासूम *साहिबजादों* को.... जिंदा ही दीवार में चुनवा दिया गया !
• *बाबा बंदा बहादुर*.... उनकी खाल नोंचते हुए पंजाब से दिल्ली लाने के बाद मारा गया, उनके मुँह में उनके ही बच्चे का दिल ठूँस दिया गया !
• *छत्रपती संभाजी महाराज*.... 65 दिन धीरे धीरे करके उनकी चमड़ी छीलकर, उनका वध किया गया !

            जिस सोच ने सैंकड़ों साल तक ऐसी नृशंसताएँ कीं, उसी सोच ने.... 
.....1990 में *कश्मीर के सैंकड़ों हिन्दुओं* के सिर में रॉड ठोककर मारा, हज़ारो हिन्दू महिलाओं के सामूहिक बलात्कार, बच्चो को उछाल उछालकर मार गया
.....*स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा* को 12 घंटे से ज्यादा समय तक टॉर्चर करके मारा गया !
.....*कैप्टन *सौरभ कालिया* के* *साथ हुई नृशंसता को लिखने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं* !
...... *अभी अभी हाल ही में, फरवरी 2020 में, *अंकित शर्मा* को 2 घंटे से ज्यादा समय तक चाकू के 400 वार करके मारा गया* !😭

           **लेकिन... फिर भी अगर आपको ऐसा लगता है कि.... मेरे जैसे लोग नफरत फैला रहे  है तो... शायद आपको भगवान भी नहीं बचा सकेंगे* ! 
*हम व्यक्तिगत  तौर पर किसी भी पार्टी के खिलाफ नहीं हैं

*ये मैसेज आप सही दृष्टिकोण से समझोगे तो ही जान सकोगे कि महंगाई और तेल के दाम से इतना फ़र्क़ नहीं पड़ने वाला है जितना कि ऐसे राजा को शासन करने का मौका गवां  देने से पड़ेगा जिसने कि धर्म की रक्षा के लिए देश में  महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं*
  
जय श्री राम

🙏🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳

विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र (ऋषि मुनियों द्वारा किया गया अनुसंधान)

👌इसे सेव कर सुरक्षित कर ले। ऐसी पोस्ट कम ही आती है।

विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र (ऋषि मुनियों द्वारा किया गया अनुसंधान)
■ काष्ठा = सैकन्ड का  34000 वाँ भाग
■ 1 त्रुटि  = सैकन्ड का 300 वाँ भाग
■ 2 त्रुटि  = 1 लव ,
■ 1 लव = 1 क्षण
■ 30 क्षण = 1 विपल ,
■ 60 विपल = 1 पल
■ 60 पल = 1 घड़ी (24 मिनट ) ,
■ 2.5 घड़ी = 1 होरा (घन्टा )
■3 होरा=1प्रहर व 8 प्रहर 1 दिवस (वार)
■ 24 होरा = 1 दिवस (दिन या वार) ,
■ 7 दिवस = 1 सप्ताह
■ 4 सप्ताह = 1 माह ,
■ 2 माह = 1 ऋतू
■ 6 ऋतू = 1 वर्ष ,
■ 100 वर्ष = 1 शताब्दी
■ 10 शताब्दी = 1 सहस्राब्दी ,
■ 432 सहस्राब्दी = 1 युग
■ 2 युग = 1 द्वापर युग ,
■ 3 युग = 1 त्रैता युग ,
■ 4 युग = सतयुग
■ सतयुग + त्रेतायुग + द्वापरयुग + कलियुग = 1 महायुग
■ 72 महायुग = मनवन्तर ,
■ 1000 महायुग = 1 कल्प
■ 1 नित्य प्रलय = 1 महायुग (धरती पर जीवन अन्त और फिर आरम्भ )
■ 1 नैमितिका प्रलय = 1 कल्प ।(देवों का अन्त और जन्म )
■ महालय  = 730 कल्प ।(ब्राह्मा का अन्त और जन्म )

सम्पूर्ण विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र यहीं है जो हमारे देश भारत में बना हुआ है । ये हमारा भारत जिस पर हमे गर्व होना चाहिये l
दो लिंग : नर और नारी ।
दो पक्ष : शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।
दो पूजा : वैदिकी और तांत्रिकी (पुराणोक्त)।
दो अयन : उत्तरायन और दक्षिणायन।

तीन देव : ब्रह्मा, विष्णु, शंकर।
तीन देवियाँ : महा सरस्वती, महा लक्ष्मी, महा गौरी।
तीन लोक : पृथ्वी, आकाश, पाताल।
तीन गुण : सत्वगुण, रजोगुण, तमोगुण।
तीन स्थिति : ठोस, द्रव, वायु।
तीन स्तर : प्रारंभ, मध्य, अंत।
तीन पड़ाव : बचपन, जवानी, बुढ़ापा।
तीन रचनाएँ : देव, दानव, मानव।
तीन अवस्था : जागृत, मृत, बेहोशी।
तीन काल : भूत, भविष्य, वर्तमान।
तीन नाड़ी : इडा, पिंगला, सुषुम्ना।
तीन संध्या : प्रात:, मध्याह्न, सायं।
तीन शक्ति : इच्छाशक्ति, ज्ञानशक्ति, क्रियाशक्ति।

चार धाम : बद्रीनाथ, जगन्नाथ पुरी, रामेश्वरम्, द्वारका।
चार मुनि : सनत, सनातन, सनंद, सनत कुमार।
चार वर्ण : ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र।
चार निति : साम, दाम, दंड, भेद।
चार वेद : सामवेद, ॠग्वेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद।
चार स्त्री : माता, पत्नी, बहन, पुत्री।
चार युग : सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग, कलयुग।
चार समय : सुबह, शाम, दिन, रात।
चार अप्सरा : उर्वशी, रंभा, मेनका, तिलोत्तमा।
चार गुरु : माता, पिता, शिक्षक, आध्यात्मिक गुरु।
चार प्राणी : जलचर, थलचर, नभचर, उभयचर।
चार जीव : अण्डज, पिंडज, स्वेदज, उद्भिज।
चार वाणी : ओम्कार्, अकार्, उकार, मकार्।
चार आश्रम : ब्रह्मचर्य, ग्राहस्थ, वानप्रस्थ, सन्यास।
चार भोज्य : खाद्य, पेय, लेह्य, चोष्य।
चार पुरुषार्थ : धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष।
चार वाद्य : तत्, सुषिर, अवनद्व, घन।

पाँच तत्व : पृथ्वी, आकाश, अग्नि, जल, वायु।
पाँच देवता : गणेश, दुर्गा, विष्णु, शंकर, सुर्य।
पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ : आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा।
पाँच कर्म : रस, रुप, गंध, स्पर्श, ध्वनि।
पाँच  उंगलियां : अँगूठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा।
पाँच पूजा उपचार : गंध, पुष्प, धुप, दीप, नैवेद्य।
पाँच अमृत : दूध, दही, घी, शहद, शक्कर।
पाँच प्रेत : भूत, पिशाच, वैताल, कुष्मांड, ब्रह्मराक्षस।
पाँच स्वाद : मीठा, चर्खा, खट्टा, खारा, कड़वा।
पाँच वायु : प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान।
पाँच इन्द्रियाँ : आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा, मन।
पाँच वटवृक्ष : सिद्धवट (उज्जैन), अक्षयवट (Prayagraj), बोधिवट (बोधगया), वंशीवट (वृंदावन), साक्षीवट (गया)।
पाँच पत्ते : आम, पीपल, बरगद, गुलर, अशोक।
पाँच कन्या : अहिल्या, तारा, मंदोदरी, कुंती, द्रौपदी।

छ: ॠतु : शीत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, बसंत, शिशिर।
छ: ज्ञान के अंग : शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द, ज्योतिष।
छ: कर्म : देवपूजा, गुरु उपासना, स्वाध्याय, संयम, तप, दान।
छ: दोष : काम, क्रोध, मद (घमंड), लोभ (लालच),  मोह, आलस्य।

सात छंद : गायत्री, उष्णिक, अनुष्टुप, वृहती, पंक्ति, त्रिष्टुप, जगती।
सात स्वर : सा, रे, ग, म, प, ध, नि।
सात सुर : षडज्, ॠषभ्, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत, निषाद।
सात चक्र : सहस्त्रार, आज्ञा, विशुद्ध, अनाहत, मणिपुर, स्वाधिष्ठान, मुलाधार।
सात वार : रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि।
सात मिट्टी : गौशाला, घुड़साल, हाथीसाल, राजद्वार, बाम्बी की मिट्टी, नदी संगम, तालाब।
सात महाद्वीप : जम्बुद्वीप (एशिया), प्लक्षद्वीप, शाल्मलीद्वीप, कुशद्वीप, क्रौंचद्वीप, शाकद्वीप, पुष्करद्वीप।
सात ॠषि : वशिष्ठ, विश्वामित्र, कण्व, भारद्वाज, अत्रि, वामदेव, शौनक।
सात ॠषि : वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, जमदग्नि, गौतम, विश्वामित्र, भारद्वाज।
सात धातु (शारीरिक) : रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, वीर्य।
सात रंग : बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल।
सात पाताल : अतल, वितल, सुतल, तलातल, महातल, रसातल, पाताल।
सात पुरी : मथुरा, हरिद्वार, काशी, अयोध्या, उज्जैन, द्वारका, काञ्ची।
सात धान्य : उड़द, गेहूँ, चना, चांवल, जौ, मूँग, बाजरा।

आठ मातृका : ब्राह्मी, वैष्णवी, माहेश्वरी, कौमारी, ऐन्द्री, वाराही, नारसिंही, चामुंडा।
आठ लक्ष्मी : आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, गजलक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, वीरलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी।
आठ वसु : अप (अह:/अयज), ध्रुव, सोम, धर, अनिल, अनल, प्रत्युष, प्रभास।
आठ सिद्धि : अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, वशित्व।
आठ धातु : सोना, चांदी, ताम्बा, सीसा जस्ता, टिन, लोहा, पारा।

नवदुर्गा : शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कुष्मांडा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री।
नवग्रह : सुर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु।
नवरत्न : हीरा, पन्ना, मोती, माणिक, मूंगा, पुखराज, नीलम, गोमेद, लहसुनिया।
नवनिधि : पद्मनिधि, महापद्मनिधि, नीलनिधि, मुकुंदनिधि, नंदनिधि, मकरनिधि, कच्छपनिधि, शंखनिधि, खर्व/मिश्र निधि।

दस महाविद्या : काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्तिका, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, कमला।
दस दिशाएँ : पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, आग्नेय, नैॠत्य, वायव्य, ईशान, ऊपर, नीचे।
दस दिक्पाल : इन्द्र, अग्नि, यमराज, नैॠिति, वरुण, वायुदेव, कुबेर, ईशान, ब्रह्मा, अनंत।
दस अवतार (विष्णुजी) : मत्स्य, कच्छप, वाराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध, कल्कि।
दस सति : सावित्री, अनुसुइया, मंदोदरी, तुलसी, द्रौपदी, गांधारी, सीता, दमयन्ती, सुलक्षणा, अरुंधती।

*उक्त जानकारी शास्त्रोक्त 📚 आधार पर... हे.....💐
जय श्री राम राधे कृष्णा राधे श्याम🙏🙏
                                                ऐसी जानकारी बार-बार नहीं आती, और आगे भेजें, ताकि लोगों को सनातन धर्म की जानकारी हो  सके आपका आभार धन्यवाद होगा

1-अष्टाध्यायी               पाणिनी
2-रामायण                    वाल्मीकि
3-महाभारत                  वेदव्यास
4-अर्थशास्त्र                  चाणक्य
5-महाभाष्य                  पतंजलि
6-सत्सहसारिका सूत्र      नागार्जुन
7-बुद्धचरित                  अश्वघोष
8-सौंदरानन्द                 अश्वघोष
9-महाविभाषाशास्त्र        वसुमित्र
10- स्वप्नवासवदत्ता        भास
11-कामसूत्र                  वात्स्यायन
12-कुमारसंभवम्           कालिदास
13-अभिज्ञानशकुंतलम्    कालिदास  
14-विक्रमोउर्वशियां        कालिदास
15-मेघदूत                    कालिदास
16-रघुवंशम्                  कालिदास
17-मालविकाग्निमित्रम्   कालिदास
18-नाट्यशास्त्र              भरतमुनि
19-देवीचंद्रगुप्तम          विशाखदत्त
20-मृच्छकटिकम्          शूद्रक
21-सूर्य सिद्धान्त           आर्यभट्ट
22-वृहतसिंता               बरामिहिर
23-पंचतंत्र।                  विष्णु शर्मा
24-कथासरित्सागर        सोमदेव
25-अभिधम्मकोश         वसुबन्धु
26-मुद्राराक्षस               विशाखदत्त
27-रावणवध।              भटिट
28-किरातार्जुनीयम्       भारवि
29-दशकुमारचरितम्     दंडी
30-हर्षचरित                वाणभट्ट
31-कादंबरी                वाणभट्ट
32-वासवदत्ता             सुबंधु
33-नागानंद                हर्षवधन
34-रत्नावली               हर्षवर्धन
35-प्रियदर्शिका            हर्षवर्धन
36-मालतीमाधव         भवभूति
37-पृथ्वीराज विजय     जयानक
38-कर्पूरमंजरी            राजशेखर
39-काव्यमीमांसा         राजशेखर
40-नवसहसांक चरित   पदम् गुप्त
41-शब्दानुशासन         राजभोज
42-वृहतकथामंजरी      क्षेमेन्द्र
43-नैषधचरितम           श्रीहर्ष
44-विक्रमांकदेवचरित   बिल्हण
45-कुमारपालचरित      हेमचन्द्र
46-गीतगोविन्द            जयदेव
47-पृथ्वीराजरासो         चंदरवरदाई
48-राजतरंगिणी           कल्हण
49-रासमाला               सोमेश्वर
50-शिशुपाल वध          माघ
51-गौडवाहो                वाकपति
52-रामचरित                सन्धयाकरनंदी
53-द्वयाश्रय काव्य         हेमचन्द्र

वेद-ज्ञान:-

प्र.1-  वेद किसे कहते है ?
उत्तर-  ईश्वरीय ज्ञान की पुस्तक को वेद कहते है।

प्र.2-  वेद-ज्ञान किसने दिया ?
उत्तर-  ईश्वर ने दिया।

प्र.3-  ईश्वर ने वेद-ज्ञान कब दिया ?
उत्तर-  ईश्वर ने सृष्टि के आरंभ में वेद-ज्ञान दिया।

प्र.4-  ईश्वर ने वेद ज्ञान क्यों दिया ?
उत्तर- मनुष्य-मात्र के कल्याण         के लिए।

प्र.5-  वेद कितने है ?
उत्तर- चार ।                                                  
1-ऋग्वेद 
2-यजुर्वेद  
3-सामवेद
4-अथर्ववेद

प्र.6-  वेदों के ब्राह्मण ।
        वेद              ब्राह्मण
1 - ऋग्वेद      -     ऐतरेय
2 - यजुर्वेद      -     शतपथ
3 - सामवेद     -    तांड्य
4 - अथर्ववेद   -   गोपथ

प्र.7-  वेदों के उपवेद कितने है।
उत्तर -  चार।
      वेद                     उपवेद
    1- ऋग्वेद       -     आयुर्वेद
    2- यजुर्वेद       -    धनुर्वेद
    3 -सामवेद      -     गंधर्ववेद
    4- अथर्ववेद    -     अर्थवेद

प्र 8-  वेदों के अंग हैं ।
उत्तर -  छः ।
1 - शिक्षा
2 - कल्प
3 - निरूक्त
4 - व्याकरण
5 - छंद
6 - ज्योतिष

प्र.9- वेदों का ज्ञान ईश्वर ने किन किन ऋषियो को दिया ?
उत्तर- चार ऋषियों को।
         वेद                ऋषि
1- ऋग्वेद         -      अग्नि
2 - यजुर्वेद       -       वायु
3 - सामवेद      -      आदित्य
4 - अथर्ववेद    -     अंगिरा

प्र.10-  वेदों का ज्ञान ईश्वर ने ऋषियों को कैसे दिया ?
उत्तर- समाधि की अवस्था में।

प्र.11-  वेदों में कैसे ज्ञान है ?
उत्तर-  सब सत्य विद्याओं का ज्ञान-विज्ञान।

प्र.12-  वेदो के विषय कौन-कौन से हैं ?
उत्तर-   चार ।
        ऋषि        विषय
1-  ऋग्वेद    -    ज्ञान
2-  यजुर्वेद    -    कर्म
3-  सामवे     -    उपासना
4-  अथर्ववेद -    विज्ञान

प्र.13-  वेदों में।

ऋग्वेद में।
1-  मंडल      -  10
2 - अष्टक     -   08
3 - सूक्त        -  1028
4 - अनुवाक  -   85 
5 - ऋचाएं     -  10589

यजुर्वेद में।
1- अध्याय    -  40
2- मंत्र           - 1975

सामवेद में।
1-  आरचिक   -  06
2 - अध्याय     -   06
3-  ऋचाएं       -  1875

अथर्ववेद में।
1- कांड      -    20
2- सूक्त      -   731
3 - मंत्र       -   5977
          
प्र.14-  वेद पढ़ने का अधिकार किसको है ?                                                                                                                                                              उत्तर-  मनुष्य-मात्र को वेद पढ़ने का अधिकार है।

प्र.15-  क्या वेदों में मूर्तिपूजा का विधान है ?
उत्तर-  बिलकुल भी नहीं।

प्र.16-  क्या वेदों में अवतारवाद का प्रमाण है ?
उत्तर-  नहीं।

प्र.17-  सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?
उत्तर-  ऋग्वेद।

प्र.18-  वेदों की उत्पत्ति कब हुई ?
उत्तर-  वेदो की उत्पत्ति सृष्टि के आदि से परमात्मा द्वारा हुई । अर्थात 1 अरब 96 करोड़ 8 लाख 43 हजार वर्ष पूर्व । 

प्र.19-  वेद-ज्ञान के सहायक दर्शन-शास्त्र ( उपअंग ) कितने हैं और उनके लेखकों का क्या नाम है ?
उत्तर- 
1-  न्याय दर्शन  - गौतम मुनि।
2- वैशेषिक दर्शन  - कणाद मुनि।
3- योगदर्शन  - पतंजलि मुनि।
4- मीमांसा दर्शन  - जैमिनी मुनि।
5- सांख्य दर्शन  - कपिल मुनि।
6- वेदांत दर्शन  - व्यास मुनि।

प्र.20-  शास्त्रों के विषय क्या है ?
उत्तर-  आत्मा,  परमात्मा, प्रकृति,  जगत की उत्पत्ति,  मुक्ति अर्थात सब प्रकार का भौतिक व आध्यात्मिक  ज्ञान-विज्ञान आदि।

प्र.21-  प्रामाणिक उपनिषदे कितनी है ?
उत्तर-  केवल ग्यारह।

प्र.22-  उपनिषदों के नाम बतावे ?
उत्तर-  
01-ईश ( ईशावास्य )  
02-केन  
03-कठ  
04-प्रश्न  
05-मुंडक  
06-मांडू  
07-ऐतरेय  
08-तैत्तिरीय 
09-छांदोग्य 
10-वृहदारण्यक 
11-श्वेताश्वतर ।

प्र.23-  उपनिषदों के विषय कहाँ से लिए गए है ?
उत्तर- वेदों से।
प्र.24- चार वर्ण।
उत्तर- 
1- ब्राह्मण
2- क्षत्रिय
3- वैश्य
4- शूद्र

प्र.25- चार युग।
1- सतयुग - 17,28000  वर्षों का नाम ( सतयुग ) रखा है।
2- त्रेतायुग- 12,96000  वर्षों का नाम ( त्रेतायुग ) रखा है।
3- द्वापरयुग- 8,64000  वर्षों का नाम है।
4- कलयुग- 4,32000  वर्षों का नाम है।
कलयुग के 5122  वर्षों का भोग हो चुका है अभी तक।
4,27024 वर्षों का भोग होना है। 

पंच महायज्ञ
       1- ब्रह्मयज्ञ   
       2- देवयज्ञ
       3- पितृयज्ञ
       4- बलिवैश्वदेवयज्ञ
       5- अतिथियज्ञ
   
स्वर्ग  -  जहाँ सुख है।
नरक  -  जहाँ दुःख है।.

*#भगवान_शिव के  "35" रहस्य!!!!!!!!

भगवान शिव अर्थात पार्वती के पति शंकर जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि कहा जाता है।

*🔱1. आदिनाथ शिव : -* सर्वप्रथम शिव ने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया इसलिए उन्हें 'आदिदेव' भी कहा जाता है। 'आदि' का अर्थ प्रारंभ। आदिनाथ होने के कारण उनका एक नाम 'आदिश' भी है।

*🔱2. शिव के अस्त्र-शस्त्र : -* शिव का धनुष पिनाक, चक्र भवरेंदु और सुदर्शन, अस्त्र पाशुपतास्त्र और शस्त्र त्रिशूल है। उक्त सभी का उन्होंने ही निर्माण किया था।

*🔱3. भगवान शिव का नाग : -* शिव के गले में जो नाग लिपटा रहता है उसका नाम वासुकि है। वासुकि के बड़े भाई का नाम शेषनाग है।

*🔱4. शिव की अर्द्धांगिनी : -* शिव की पहली पत्नी सती ने ही अगले जन्म में पार्वती के रूप में जन्म लिया और वही उमा, उर्मि, काली कही गई हैं।

*🔱5. शिव के पुत्र : -* शिव के प्रमुख 6 पुत्र हैं- गणेश, कार्तिकेय, सुकेश, जलंधर, अयप्पा और भूमा। सभी के जन्म की कथा रोचक है।

*🔱6. शिव के शिष्य : -* शिव के 7 शिष्य हैं जिन्हें प्रारंभिक सप्तऋषि माना गया है। इन ऋषियों ने ही शिव के ज्ञान को संपूर्ण धरती पर प्रचारित किया जिसके चलते भिन्न-भिन्न धर्म और संस्कृतियों की उत्पत्ति हुई। शिव ने ही गुरु और शिष्य परंपरा की शुरुआत की थी। शिव के शिष्य हैं- बृहस्पति, विशालाक्ष, शुक्र, सहस्राक्ष, महेन्द्र, प्राचेतस मनु, भरद्वाज इसके अलावा 8वें गौरशिरस मुनि भी थे।

*🔱7. शिव के गण : -* शिव के गणों में भैरव, वीरभद्र, मणिभद्र, चंदिस, नंदी, श्रृंगी, भृगिरिटी, शैल, गोकर्ण, घंटाकर्ण, जय और विजय प्रमुख हैं। इसके अलावा, पिशाच, दैत्य और नाग-नागिन, पशुओं को भी शिव का गण माना जाता है। 

*🔱8. शिव पंचायत : -* भगवान सूर्य, गणपति, देवी, रुद्र और विष्णु ये शिव पंचायत कहलाते हैं।

*🔱9. शिव के द्वारपाल : -* नंदी, स्कंद, रिटी, वृषभ, भृंगी, गणेश, उमा-महेश्वर और महाकाल।

*🔱10. शिव पार्षद : -* जिस तरह जय और विजय विष्णु के पार्षद हैं उसी तरह बाण, रावण, चंड, नंदी, भृंगी आदि शिव के पार्षद हैं।

*🔱11. सभी धर्मों का केंद्र शिव : -* शिव की वेशभूषा ऐसी है कि प्रत्येक धर्म के लोग उनमें अपने प्रतीक ढूंढ सकते हैं। मुशरिक, यजीदी, साबिईन, सुबी, इब्राहीमी धर्मों में शिव के होने की छाप स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। शिव के शिष्यों से एक ऐसी परंपरा की शुरुआत हुई, जो आगे चलकर शैव, सिद्ध, नाथ, दिगंबर और सूफी संप्रदाय में वि‍भक्त हो गई।

*🔱12. बौद्ध साहित्य के मर्मज्ञ अंतरराष्ट्रीय : -*  ख्यातिप्राप्त विद्वान प्रोफेसर उपासक का मानना है कि शंकर ने ही बुद्ध के रूप में जन्म लिया था। उन्होंने पालि ग्रंथों में वर्णित 27 बुद्धों का उल्लेख करते हुए बताया कि इनमें बुद्ध के 3 नाम अतिप्राचीन हैं- तणंकर, शणंकर और मेघंकर।

*🔱13. देवता और असुर दोनों के प्रिय शिव : -* भगवान शिव को देवों के साथ असुर, दानव, राक्षस, पिशाच, गंधर्व, यक्ष आदि सभी पूजते हैं। वे रावण को भी वरदान देते हैं और राम को भी। उन्होंने भस्मासुर, शुक्राचार्य आदि कई असुरों को वरदान दिया था। शिव, सभी आदिवासी, वनवासी जाति, वर्ण, धर्म और समाज के सर्वोच्च देवता हैं।

*🔱14. शिव चिह्न : -* वनवासी से लेकर सभी साधारण व्‍यक्ति जिस चिह्न की पूजा कर सकें, उस पत्‍थर के ढेले, बटिया को शिव का चिह्न माना जाता है। इसके अलावा रुद्राक्ष और त्रिशूल को भी शिव का चिह्न माना गया है। कुछ लोग डमरू और अर्द्ध चन्द्र को भी शिव का चिह्न मानते हैं, हालांकि ज्यादातर लोग शिवलिंग अर्थात शिव की ज्योति का पूजन करते हैं।

*🔱15. शिव की गुफा : -* शिव ने भस्मासुर से बचने के लिए एक पहाड़ी में अपने त्रिशूल से एक गुफा बनाई और वे फिर उसी गुफा में छिप गए। वह गुफा जम्मू से 150 किलोमीटर दूर त्रिकूटा की पहाड़ियों पर है। दूसरी ओर भगवान शिव ने जहां पार्वती को अमृत ज्ञान दिया था वह गुफा 'अमरनाथ गुफा' के नाम से प्रसिद्ध है।

*🔱16. शिव के पैरों के निशान : -* श्रीपद- श्रीलंका में रतन द्वीप पहाड़ की चोटी पर स्थित श्रीपद नामक मंदिर में शिव के पैरों के निशान हैं। ये पदचिह्न 5 फुट 7 इंच लंबे और 2 फुट 6 इंच चौड़े हैं। इस स्थान को सिवानोलीपदम कहते हैं। कुछ लोग इसे आदम पीक कहते हैं।

रुद्र पद- तमिलनाडु के नागपट्टीनम जिले के थिरुवेंगडू क्षेत्र में श्रीस्वेदारण्येश्‍वर का मंदिर में शिव के पदचिह्न हैं जिसे 'रुद्र पदम' कहा जाता है। इसके अलावा थिरुवन्नामलाई में भी एक स्थान पर शिव के पदचिह्न हैं।

तेजपुर- असम के तेजपुर में ब्रह्मपुत्र नदी के पास स्थित रुद्रपद मंदिर में शिव के दाएं पैर का निशान है।

जागेश्वर- उत्तराखंड के अल्मोड़ा से 36 किलोमीटर दूर जागेश्वर मंदिर की पहाड़ी से लगभग साढ़े 4 किलोमीटर दूर जंगल में भीम के पास शिव के पदचिह्न हैं। पांडवों को दर्शन देने से बचने के लिए उन्होंने अपना एक पैर यहां और दूसरा कैलाश में रखा था।

रांची- झारखंड के रांची रेलवे स्टेशन से 7 किलोमीटर की दूरी पर 'रांची हिल' पर शिवजी के पैरों के निशान हैं। इस स्थान को 'पहाड़ी बाबा मंदिर' कहा जाता है।

*🔱17. शिव के अवतार : -* वीरभद्र, पिप्पलाद, नंदी, भैरव, महेश, अश्वत्थामा, शरभावतार, गृहपति, दुर्वासा, हनुमान, वृषभ, यतिनाथ, कृष्णदर्शन, अवधूत, भिक्षुवर्य, सुरेश्वर, किरात, सुनटनर्तक, ब्रह्मचारी, यक्ष, वैश्यानाथ, द्विजेश्वर, हंसरूप, द्विज, नतेश्वर आदि हुए हैं। वेदों में रुद्रों का जिक्र है। रुद्र 11 बताए जाते हैं- कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, शास्ता, अजपाद, आपिर्बुध्य, शंभू, चण्ड तथा भव।

*🔱18. शिव का विरोधाभासिक परिवार : -* शिवपुत्र कार्तिकेय का वाहन मयूर है, जबकि शिव के गले में वासुकि नाग है। स्वभाव से मयूर और नाग आपस में दुश्मन हैं। इधर गणपति का वाहन चूहा है, जबकि सांप मूषकभक्षी जीव है। पार्वती का वाहन शेर है, लेकिन शिवजी का वाहन तो नंदी बैल है। इस विरोधाभास या वैचारिक भिन्नता के बावजूद परिवार में एकता है।

*🔱19.*  ति‍ब्बत स्थित कैलाश पर्वत पर उनका निवास है। जहां पर शिव विराजमान हैं उस पर्वत के ठीक नीचे पाताल लोक है जो भगवान विष्णु का स्थान है। शिव के आसन के ऊपर वायुमंडल के पार क्रमश: स्वर्ग लोक और फिर ब्रह्माजी का स्थान है।

*🔱20.शिव भक्त : -* ब्रह्मा, विष्णु और सभी देवी-देवताओं सहित भगवान राम और कृष्ण भी शिव भक्त है। हरिवंश पुराण के अनुसार, कैलास पर्वत पर कृष्ण ने शिव को प्रसन्न करने के लिए तपस्या की थी। भगवान राम ने रामेश्वरम में शिवलिंग स्थापित कर उनकी पूजा-अर्चना की थी।

*🔱21.शिव ध्यान : -* शिव की भक्ति हेतु शिव का ध्यान-पूजन किया जाता है। शिवलिंग को बिल्वपत्र चढ़ाकर शिवलिंग के समीप मंत्र जाप या ध्यान करने से मोक्ष का मार्ग पुष्ट होता है।

*🔱22.शिव मंत्र : -* दो ही शिव के मंत्र हैं पहला- ॐ नम: शिवाय। दूसरा महामृत्युंजय मंत्र- ॐ ह्रौं जू सः। ॐ भूः भुवः स्वः। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌। स्वः भुवः भूः ॐ। सः जू ह्रौं ॐ ॥ है।

*🔱23.शिव व्रत और त्योहार : -* सोमवार, प्रदोष और श्रावण मास में शिव व्रत रखे जाते हैं। शिवरात्रि और महाशिवरात्रि शिव का प्रमुख पर्व त्योहार है।

*🔱24.शिव प्रचारक : -* भगवान शंकर की परंपरा को उनके शिष्यों बृहस्पति, विशालाक्ष (शिव), शुक्र, सहस्राक्ष, महेन्द्र, प्राचेतस मनु, भरद्वाज, अगस्त्य मुनि, गौरशिरस मुनि, नंदी, कार्तिकेय, भैरवनाथ आदि ने आगे बढ़ाया। इसके अलावा वीरभद्र, मणिभद्र, चंदिस, नंदी, श्रृंगी, भृगिरिटी, शैल, गोकर्ण, घंटाकर्ण, बाण, रावण, जय और विजय ने भी शैवपंथ का प्रचार किया। इस परंपरा में सबसे बड़ा नाम आदिगुरु भगवान दत्तात्रेय का आता है। दत्तात्रेय के बाद आदि शंकराचार्य, मत्स्येन्द्रनाथ और गुरु गुरुगोरखनाथ का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।

*🔱25.शिव महिमा : -* शिव ने कालकूट नामक विष पिया था जो अमृत मंथन के दौरान निकला था। शिव ने भस्मासुर जैसे कई असुरों को वरदान दिया था। शिव ने कामदेव को भस्म कर दिया था। शिव ने गणेश और राजा दक्ष के सिर को जोड़ दिया था। ब्रह्मा द्वारा छल किए जाने पर शिव ने ब्रह्मा का पांचवां सिर काट दिया था।

*🔱26.शैव परम्परा : -* दसनामी, शाक्त, सिद्ध, दिगंबर, नाथ, लिंगायत, तमिल शैव, कालमुख शैव, कश्मीरी शैव, वीरशैव, नाग, लकुलीश, पाशुपत, कापालिक, कालदमन और महेश्वर सभी शैव परंपरा से हैं। चंद्रवंशी, सूर्यवंशी, अग्निवंशी और नागवंशी भी शिव की परंपरा से ही माने जाते हैं। भारत की असुर, रक्ष और आदिवासी जाति के आराध्य देव शिव ही हैं। शैव धर्म भारत के आदिवासियों का धर्म है।

*🔱27.शिव के प्रमुख नाम : -*  शिव के वैसे तो अनेक नाम हैं जिनमें 108 नामों का उल्लेख पुराणों में मिलता है लेकिन यहां प्रचलित नाम जानें- महेश, नीलकंठ, महादेव, महाकाल, शंकर, पशुपतिनाथ, गंगाधर, नटराज, त्रिनेत्र, भोलेनाथ, आदिदेव, आदिनाथ, त्रियंबक, त्रिलोकेश, जटाशंकर, जगदीश, प्रलयंकर, विश्वनाथ, विश्वेश्वर, हर, शिवशंभु, भूतनाथ और रुद्र।

*🔱28.अमरनाथ के अमृत वचन : -* शिव ने अपनी अर्धांगिनी पार्वती को मोक्ष हेतु अमरनाथ की गुफा में जो ज्ञान दिया उस ज्ञान की आज अनेकानेक शाखाएं हो चली हैं। वह ज्ञानयोग और तंत्र के मूल सूत्रों में शामिल है। 'विज्ञान भैरव तंत्र' एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें भगवान शिव द्वारा पार्वती को बताए गए 112 ध्यान सूत्रों का संकलन है।

*🔱29.शिव ग्रंथ : -* वेद और उपनिषद सहित विज्ञान भैरव तंत्र, शिव पुराण और शिव संहिता में शिव की संपूर्ण शिक्षा और दीक्षा समाई हुई है। तंत्र के अनेक ग्रंथों में उनकी शिक्षा का विस्तार हुआ है।

*🔱30.शिवलिंग : -* वायु पुराण के अनुसार प्रलयकाल में समस्त सृष्टि जिसमें लीन हो जाती है और पुन: सृष्टिकाल में जिससे प्रकट होती है, उसे लिंग कहते हैं। इस प्रकार विश्व की संपूर्ण ऊर्जा ही लिंग की प्रतीक है। वस्तुत: यह संपूर्ण सृष्टि बिंदु-नाद स्वरूप है। बिंदु शक्ति है और नाद शिव। बिंदु अर्थात ऊर्जा और नाद अर्थात ध्वनि। यही दो संपूर्ण ब्रह्मांड का आधार है। इसी कारण प्रतीक स्वरूप शिवलिंग की पूजा-अर्चना है।

*🔱31.बारह ज्योतिर्लिंग : -* सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ॐकारेश्वर, वैद्यनाथ, भीमशंकर, रामेश्वर, नागेश्वर, विश्वनाथजी, त्र्यम्बकेश्वर, केदारनाथ, घृष्णेश्वर। ज्योतिर्लिंग उत्पत्ति के संबंध में अनेकों मान्यताएं प्रचलित है। ज्योतिर्लिंग यानी 'व्यापक ब्रह्मात्मलिंग' जिसका अर्थ है 'व्यापक प्रकाश'। जो शिवलिंग के बारह खंड हैं। शिवपुराण के अनुसार ब्रह्म, माया, जीव, मन, बुद्धि, चित्त, अहंकार, आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी को ज्योतिर्लिंग या ज्योति पिंड कहा गया है।

 दूसरी मान्यता अनुसार शिव पुराण के अनुसार प्राचीनकाल में आकाश से ज्‍योति पिंड पृथ्‍वी पर गिरे और उनसे थोड़ी देर के लिए प्रकाश फैल गया। इस तरह के अनेकों उल्का पिंड आकाश से धरती पर गिरे थे। भारत में गिरे अनेकों पिंडों में से प्रमुख बारह पिंड को ही ज्‍योतिर्लिंग में शामिल किया गया।

*🔱32.शिव का दर्शन : -* शिव के जीवन और दर्शन को जो लोग यथार्थ दृष्टि से देखते हैं वे सही बुद्धि वाले और यथार्थ को पकड़ने वाले शिवभक्त हैं, क्योंकि शिव का दर्शन कहता है कि यथार्थ में जियो, वर्तमान में जियो, अपनी चित्तवृत्तियों से लड़ो मत, उन्हें अजनबी बनकर देखो और कल्पना का भी यथार्थ के लिए उपयोग करो। आइंस्टीन से पूर्व शिव ने ही कहा था कि कल्पना ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

*🔱33.शिव और शंकर : -* शिव का नाम शंकर के साथ जोड़ा जाता है। लोग कहते हैं- शिव, शंकर, भोलेनाथ। इस तरह अनजाने ही कई लोग शिव और शंकर को एक ही सत्ता के दो नाम बताते हैं। असल में, दोनों की प्रतिमाएं अलग-अलग आकृति की हैं। शंकर को हमेशा तपस्वी रूप में दिखाया जाता है। कई जगह तो शंकर को शिवलिंग का ध्यान करते हुए दिखाया गया है। अत: शिव और शंकर दो अलग अलग सत्ताएं है। हालांकि शंकर को भी शिवरूप माना गया है। माना जाता है कि महेष (नंदी) और महाकाल भगवान शंकर के द्वारपाल हैं। रुद्र देवता शंकर की पंचायत के सदस्य हैं।

*🔱34. देवों के देव महादेव :* देवताओं की दैत्यों से प्रतिस्पर्धा चलती रहती थी। ऐसे में जब भी देवताओं पर घोर संकट आता था तो वे सभी देवाधिदेव महादेव के पास जाते थे। दैत्यों, राक्षसों सहित देवताओं ने भी शिव को कई बार चुनौती दी, लेकिन वे सभी परास्त होकर शिव के समक्ष झुक गए इसीलिए शिव हैं देवों के देव महादेव। वे दैत्यों, दानवों और भूतों के भी प्रिय भगवान हैं। वे राम को भी वरदान देते हैं और रावण को भी।