Monday 8 May 2023

राहुल गांधी और कांग्रेस क्यों बार-बार कहते हैं कि मोदी सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है क्योंकि सीबीआई के दुरुपयोग की पूरी हिस्ट्री कांग्रेस के पास है

बॉबी सेक्स स्कैंडल

राहुल गांधी और कांग्रेस क्यों बार-बार कहते हैं कि मोदी सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है क्योंकि सीबीआई के दुरुपयोग की पूरी हिस्ट्री कांग्रेस के पास है

और इनके पास इतने गंदे रिकॉर्ड हैं जिसे जानकर आप चौक जायेंगे

1983 में बिहार में और केंद्र में दोनों जगहों पर कांग्रेस सत्ता में थी बिहार के मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र थे और केंद्र में इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी उस वक्त बिहार विधान परिषद की सभापति थी राजेश्वरी सरोज दास उन्होंने एक लड़की गोद ली हुई थी जिसका नाम था श्वेतनिशा त्रिवेदी

उन्होंने कभी यह खुलासा नहीं किया कि उस लड़की के असली मां बाप कौन थे वह लड़की बेहद खूबसूरत थी राजेश्वरी सरोज दास ने अपने प्रभाव से अपनी गोद ली हुई बेटी को बिहार विधानसभा में टेलीफोन ऑपरेटर बना दिया श्वेत निशा त्रिवेदी इतनी खूबसूरत थी के विधानसभा में सभी विधायक लोग उसे बॉबी कहकर बुलाते थे क्योंकि उसी समय राज कपूर की बॉबी फिल्म रिलीज हुई थी और वह बॉबी फिल्म के डिंपल कपड़िया के जैसी ही खूबसूरत थी

देखते ही देखते श्वेतनिशा त्रिवेदी सत्ता के गलियारों में बहुत बड़ा नाम बन गई उसे बिना टर्न प्रोमोशन देकर सीधे हेड क्लर्क का पद दे दिया गया और कई विधायक ऐसे होते थे कि जो अपना पूरा भत्ते का बिल जो उसके पास पास होने के लिए आता था वह कहते थे कि से तुम ही रख लेना

स्वेतनिशा त्रिवेदी आईएएस तक का ट्रांसफर करवा देती थी

फिर एक दिन पता चला कि स्वेतनिशा त्रिवेदी इस दुनिया में नहीं है

बिहार के तमाम अखबारों को आदेश दे दिया गया था कि कोई भी बॉबी उर्फ श्वेतनिशा त्रिवेदी के निधन की खबर प्रकाशित नहीं करेगा

उस वक्त पटना के एसएसपी थे आईपीएस किशोर कुणाल उन्हें जब पता चला कि बॉबी उर्फ श्वेत निशा त्रिवेदी की अचानक मौत हो गई है तब उनका माथा ठनका वह तुरंत उसकी मां के पास गए फिर मां ने बताया कि उनकी बेटी की तबीयत खराब हुई और क्योंकि उनकी गोद ली हुई बेटी ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था इसलिए उसे पटना के ईसाई कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया है

तुरंत ही एसएसपी किशोर कुणाल ने कोर्ट का ऑर्डर लेकर बॉबी उर्फ श्वेत निशा त्रिवेदी की शरीर को कब्र से बाहर निकाला और उसका पोस्टमार्टम करवाया

शव के पोस्टमार्टम से पता चला कि बॉबी के पेट में 3 महीने का भ्रूण था और वह उसका निधन मेलाथियान नामक जहर देने से हुई थी

फिर एसएसपी किशोर कुणाल के पास बिहार के मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा का फोन आया कि आप इस मामले की फाइल बंद कर दो आप अपनी जांच मत करो लेकिन किशोर कुणाल ने मना कर दिया और बोला कि सर यह मौत संदिग्ध है मैं इसकी जांच करूंगा

और वह एक टेप रिकॉर्डर लेकर श्वेत निशा त्रिवेदी उर्फ बॉबी की मां के कुर्ती के नीचे लगा दी है और ऐसे लगाया गया था ताकि उन्हें पता ना चले कि उनकी कुर्सी के नीचे टेप रिकॉर्डर लगा है और उनका बयान लिया और उन्हें इमोशनली प्रभावित किया कि आप कैसी मां है अब आप रिटायर हो चुकी हैं इस बुढ़ापे में आपको अपनी बेटी की मौत पर सच बोलना चाहिए ताकि आपका अगला जन्म सुधर जाए फिर श्वेता त्रिवेदी की मां रोने लगी और उन्होंने बताया कि उनकी बेटी उनके कहने में नहीं थी कई मंत्रियों के साथ उसके संबंध थे और 50 से ज्यादा विधायक भी उसे जब चाहे तब अपने बंगले पर बुलाते थे

फिर उन्होंने बताया कि बिहार विधानसभा का अध्यक्ष और कांग्रेस नेता राधा नंदन झा का बेटा रघुवर झा एक पाउडर जैसी चीज लेकर आया और बॉबी श्वेत निशा त्रिवेदी से कहा कि यह तुम्हारी दवा है इसे खा लो और वह दवा खाते ही उसकी तबीयत बेहद बिगड़ गई और आनन-फानन में उसे हॉस्पिटल रघुवर झा लेकर गया जहां उसकी मौत हो गई

फिर किशोर कुणाल हॉस्पिटल गए तब डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने उसका पोस्टमार्टम करवाया था और जब उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी तब वो चौक गए कि दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनी थी एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह लिखा था की श्वेत निशा त्रिवेदी की मौत हार्ट अटैक आने से लिखी हुई है दूसरे पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह लिखा था कि मौत जहर से हुई है और जहर की वजह से अंदरूनी रक्तस्राव बहुत तेज हुआ जिससे उसके अंगों ने काम करना बंद कर दिया

बिहार में खबर फैल गई कि बॉबी उर्फ श्वेत निशा त्रिवेदी की मौत की जांच चल रही है और किशोर कुणाल बड़ी ईमानदारी से जांच कर रहे हैं फिर बिहार के 44 कांग्रेसी विधायक और बिहार के तीन मंत्री मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा से कहा कि आप बिहार के एसएसपी से यह जांच लेकर सीबीआई को दे दीजिए वरना हम आपकी सरकार गिरा देंगे और बिहार के विधायकों ने जगन्नाथ मिश्रा से कहा कि आप इंदिरा गांधी से बता दीजिए सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट बनाकर हम देंगे सीबीआई अधिकारियों को सिर्फ उस पर दस्तखत करनी होगी

एक दिन अचानक बिहार के मुख्यमंत्री ने प्रेस नोट जारी किया कि बॉबी उर्फ श्वेता निशा त्रिवेदी की हत्या की जांच बिहार पुलिस से लेकर सीबीआई को दे दी जाती है 4 दिन बाद सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट दे दिया

सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट में लिखा बॉबी उर्फ श्वेत निशा त्रिवेदी एक लड़के के साथ प्रेम में थी और प्रेम में धोखा मिलने की वजह से उसने जहर खाकर आत्महत्या कर दिया

और आपको यह जानकर आश्चर्य होगा सीबीआई का कोई भी अधिकारी इस केस की जांच करने बिहार नहीं आया था इस केस में किसी से पूछताछ नहीं हुई थी यहां तक कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से भी पूछताछ नहीं हुई थी

इसीलिए यह कांग्रेसी कुत्ते बार-बार कहते हैं कि मोदी सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है क्योंकि इन कांग्रेसी कुत्तों को अपने पाप और कुकर्म याद आ जाते हैं

एसएसपी किशोर कुणाल ने बाद में मीडिया से कहा कि उस जमाने में अदालत में पीआईएल का सिस्टम नहीं था वरना मैं इसमें पीआईएल लगाता और उस वक्त सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट सब कांग्रेसी सरकारों द्वारा मैनेज होते थे

और बाद में जब पीआईएल सिस्टम बना तब उन्होंने खुद इस मामले में पीआईएल लगाया तब कोर्ट ने कहा कि इस मामले में पीआईएल सिर्फ बॉबी के परिवार वाले लगा सकते थे और बॉबी की मां का निधन हो चुका था और उसके परिवार में कोई सदस्य नहीं था जो पीआईएल लगाएं

इस तरह यह मामला हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो गया

इस घटना के 25 साल के बाद एक पूर्व मंत्री महोदय ने बुढ़ापे में कहा था यदि बॉबी कांड की सच्चाई सामने आ जाती तो हम सब मुंह दिखाने के काबिल नहीं बचते और उस वक्त की पूरी कैबिनेट और आधा विधानसभा को राजनीति से सन्यास लेना पड़ जाता और सरकार भी गिर जाती

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