Saturday, 13 December 2025

मौसम की भविष्यवाणी

मौसम की भविष्यवाणी 

आज जौनपुर और आसपास के सभी जनपदों का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा आज 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज  पछुआ हवा  से ठंड विकराल हो जाएगी और 250 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ मौसम  भीषण ठंडा और गलन वाला रहेगा।‌‌ आज से हल्के बादल होंगे जो धीरे-धीरे साफ हो जाएंगे हवा तेज रहेगी लेकिन वर्षा नहीं होगी। ‌‌ वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पर कर जाने की आशा कुछ दिनों में है

 हल्का कोहरा और हल्के बादल भी रहेंगे। कोहरा पाला ओस तुषार पहाड़ों पर बर्फबारी बढ़ती चली जाएगी।‌‌ यह ठंड गलन और पछुआ हवा एक  सप्ताह तक कायम रहेगी। इसी बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से 300 के बीच और पछुआ हवा की गति 100 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।

कल  से मौसम में ठंड स्थिर रहेगी बाकी स्थितियां आज की तरह रहेगी कल का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहेगा इस तरह भीषण ठंड आगे से  शुरू हो जाएगी । कोहरा भी धीरे-धीरे बहुत घना हो जाएगा

अभी जौनपुर और आसपास एवं उत्तर भारत में वर्षा की 25 दिसंबर तक कोई संभावना नहीं बन रही है आने वाले दिनों में ठंड और तेज होती जाएगी हिमालय क्षेत्र में हिमपात जारी रहेगा दक्षिण भारत में चक्रवार्ती वर्ष का क्रम 11 दिसंबर तक थम जाएगा‌ उत्तर प्रदेश के कई भागों में तापमान पांच से और पश्चिम उत्तर भारत में तीन से नीचे चला जाएगा पर्वतों पर तापमान-15 डिग्री तक पहुंच जाएगा ‌।‌‌ तमिलनाडु पुडुचेरी अंडमान निकोबार में वर्षा होगी

90% अमेरिका चीन जापान रूस कोरिया 100% यूरोप और 70% एशिया के उत्तरी भागों में महाविकराल ठंड और घनघोर बर्फबारी होगी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी अमेरिका में गर्मी पड़ेगी। कुछ भयानक ज्वालामुखी विस्फोट और प्रचंड समुद्री लहर और प्रशांत तथा अटलांटिक में भयानक चक्रवात उठने की संभावना है अमेरिका और यूरोप तथा रूस के उत्तरी भागों में प्रचंड बर्फ की आंधियां चलेगी।
 
जापान और बंगाल की खाड़ी में 6 से 8 रिक्टर स्केल के पैमाने पर भीषण भूकंप आने से जापान बांग्लादेश में हाहाकार बचेगा। और हल्की सुनामी आने की संभावना है इसके अलावा भी आने वाले दिनों में प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में कई जगह भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होने की प्रबल संभावना है।
 -डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर ‌ साथ में नन्हा ज्योतिषी पड़ोंकी दादा अविरल जो गुड्डा जैसा दिख रहा है

Thursday, 11 December 2025

मौसम की भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर

मौसम की भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर 
जौनपुर और आसपास के जनपदों में आज का तापमान न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस रहा 

कल के बारे में अनुमान है कि अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहेगा 

जौनपुर और आसपास वायु गुणवत्ता सूचकांक आने वाले समय में 300 से 4 00 रहने की संभावना है जबकि पराबैंगनी किरणों की तीव्रता सुनने से पांच के बीच रहेगी पछुआ हवा की गति  ‌ 5 किलोमीटर प्रति घंटा होने से हल्का मध्य कोर कल से घने कोहरे में बदल जाएगा।

पूर्वांचल मध्य प्रदेश पश्चिमांचल हर जगह ठंड कोर बढ़ता चला जाएगा कानपुर लखनऊ अयोध्या संत कबीर नगर और आसपास की हालत सबसे खराब होगी जहां पर तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा और दृश्यता 25 से 50 मी हो जाएगी कल से और तेज ठंड कोहरा बढ़ेगा 

केरल तमिलनाडु और तटवर्ती दक्षिण भारत के इलाकों को छोड़कर ठंड पूरे भारत में फैल जाएगी मुंबई वसई नालासोपारा विरार महाराष्ट्र कर्नाटक आंध्र प्रदेश उड़ीसा पूर्वोत्तर भारत तक ठंड का प्रकोप रहेगा 

हिमालय क्षेत्र पर बर्फबारी में वृद्धि होगी जम्मू कश्मीर उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश नेपाल भूटान सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में बर्फबारी के साथ घनघोर ठंड पड़ेगी इन क्षेत्रों में तापमान न्यूनतम 0 से लेकर माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा 

दक्षिण भारत को छोड़कर बाकी पूरा भारत शुष्क रहेगा और हर जगह हमारे गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब रहेगी दक्षिण भारत बैंगलोर और मुंबई नालासोपारा पूर्वोत्तर भारत में ही वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छा रहेगा जहां पर वह गुणवत्ता 10 से लेकर 50 के बीच रहेगी 


25 दिसंबर तक वर्षा की कोई संभावना नहीं है उसके बाद वर्षा की संभावना बनेगी जनवरी और फरवरी 2026 हर प्रकार से बहुत ही ठंडा झंझावात से युक्त और वर्षा वाला रहेगा और ठंडक इन दो महीना में अपने चरम पर पहुंच जाएगी बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है

कभी नहीं रुक सकती है इस देश मे अपराध और प्रतिबंध वस्तुओं की बिक्री। -डॉ दिलीप कुमार सिंह

कभी नहीं रख सकता है इस देश का अपरा द और प्रतिबंध वस्तुओं की बिक्री। -डॉ दिलीप कुमार सिंह 
दो-चार लोगों के चाइनीस मांझा से कट कर मरते ही अचानक बुद्धिजीवी और मीडिया सक्रिय उठे हैं अभी तक सो रहे थे सरकारी तंत्र जाग ही नहीं रहा है।‌ यह आज से नहीं हो रहा है जब से पतंग का आविष्कार हुआ है तब से हो रहा है उड़ने वाले लोगों के घर के लोग और माता-पिता भी तब तक ध्यान नहीं देते जब तक उनके अपने घर का कोई व्यक्ति इस शिक्षा भरे चीनी मंजा से कटकर मर ना जाए

जबकि इन सब के घरों के बच्चे पतंग उड़ाते हैं कोई रोकने वाला नहीं है सारा खेल पैसों का है चर्चा पाने के लिए किसी चीज पर चर्चा करने से खर्च के अलावा कुछ नहीं मिलता है ‌ मित्र लोग किसी चीज को गंभीरता से नहीं केवल चर्चा पर साझा करने पसंद किए जाने और टिप्पणी करने के लिए लिखने पढ़ने और बोलते हैं

यदि चर्चा करना है तो आप चर्चा करो जितना भी खाने का और पीने का पदार्थ है ठंडा है दूध और दूध से बनी सारी चीज हैं सब की सब नकली बनावटी है जितने भी घी गाय भैंस या अन्य के बिक रहे हैं गारंटी के साथ नकली हैं खोवा मंडी में आकर देख लो सारा खोवा नकली है 

जनता और बुद्धिजीवी चिल्लाकर क्या करेंगे जब इन्ही गांधी और गलत चीजों से सरकार की कमाई हो रही है और सरकारी तंत्र के अधिकारी कर्मचारी मालामाल है तो यह सब कैसे बंद हो सकता है जाम और अतिक्रमण लगाने वाली खुद पुलिस प्रशासन है रात को वसूली होती है इस पर भी बुद्धिजीवी लोगों विशेष कर महिलाओं को लाइव आकर बोलना चाहिए 

बिना महिलाओं के जागरूक हुए कुछ होने वाला नहीं है पुरुष वर्ग सिर्फ पटक कर मर जाएगा कुछ नहीं होगा । जिस दिन महिलाएं जागरूक हो गए उसी दिन धर्म का विकास होगा हिंदी भाषा और देश की भाषाओं का विकास होगा राम राज्य भी आएगा हिंदी हिंदू हिंदुस्तान भी होगा सरकार और सरकारी तंत्र तो खुलकर अंग्रेजी और विदेशी सभ्यता का प्रचार प्रसार कर रहा है वह भी श्री राम का गुणगान करने वाले लोगों का खेल है आपको कहीं हिंदी और देशी भाषाओं का प्रचार प्रसार दिख रहा है तो बताइए

उदाहरण के लिए सरकार को सबसे ज्यादा लूट और आमदनी शराब से होती है एक और मदिरा निषेध का दावा करती है दूसरी तरफ सरकारी शराब की दुकान सरकारी भंग और गज की दुकान जगह-जगह मिल जाएगा ऐसा क्यों है । ऐसी कोई भी प्रतिबंध चीज नहीं है जो इस देश में खुलेआम और धड़ल्ले से ना हो रही हो बाल विवाह सबसे अधिक मुसलमान में हो रहा है उसे रोकने की हिम्मत किसी में नहीं है

खुलेआम पान गुटखा दोहरा पान मसाला और नशे की चीज भांग की गोलियां बिक रही है हम आप सब देख रहे हैं सबके घर के बच्चे जमकर इसको खाकर पीछे से थूक कर बिना पेट के ही सारा सड़क और बिल्डिंग रंगने जा रहे हैं इस पर भी कुछ बोलना चाहिए ‌ मुझे लगता है यदि कोई बड़ी सरकारी प्राइवेट बिल्डिंग को पेंट करना हो रंग बिरंगा तो जिले भर के पान दोहरा खाने वालों को निमंत्रण दे दो एक घंटे में ही बिना पैसे की बिल्डिंग रंग कर चले जाएंगे 

इसी तरह खुले आम प्लास्टिक और पॉलिथीन भी कर रहा है कि दुकान पर नहीं है कुछ दिन के बाद छापामारी होगी और जमकर वसूली होगी लेकिन तब 10 पैसे में बिकने वाली पत्नी 15 पैसे हो जाएगी और फिर से बिकेगी उनको वसूली करना है यही हाल जाम और अतिक्रमण का है सड़क पर सब्जी से लेकर सामान बेचने वालों का है वह घूस में दिया सरकार को पैसा जनता से वसूल लेते हैं ।

मीडिया को हिम्मत नहीं है यदि कुछ लिखेगा तो अराजक तत्व खुलेगा मुझे मारपीट कर सही कर देंगे सरकार पैसा पा रही है इसलिए सरकार मीडिया की सहायता नहीं करेगी इसलिए मीडिया और बुद्धिजीवी लोग चुपचाप रहती हैं इस देश में ऐसी कौन सी चीज है जो बन रही है और बिक रही है और वह असली है यदि गुणवत्ता पर छापा मारी हो तो बड़े-बड़े प्रतिष्ठित दुकानदार और होटल जेल में चले जाएंगे। 

यही हाल दहेज प्रथा से लेकर हेलमेट लगाने और तेल पाने के खेल में है और जेल में सबसे अधिक है हर हफ्ते जिलाधिकारी ‌ न्यायिक अधिकारी पुलिस अधीक्षक जेल के पदाधिकारी जेल का निरीक्षण करते हैं कहीं कुछ भी प्राप्त नहीं होता जबकि सब कुछ जेल में उपलब्ध है इसका प्रमाण है जेल में से और अन्य पदार्थ के चिन्ह जेल के कर्मचारी अधिकारी खुद ही नशापन करते हैं किस बात का निरीक्षण होता है समझ के बाहर हैं।

यह देश पर नियंत्रण लगाना है तो शराब की दुकान बंद कर दो मांझा और पतंग की दुकान बंद कर दो पान गुटखा दोहरा की दुकान बंद करके दिखाओ प्लास्टिक और पानी बनाने का कारखाना सील कर दो तब तो कुछ होगा ऐसे में कुछ होने वाला नहीं है बस खुशी की बात इतना ही है कि बुद्धिजीवी महिलाएं काम से कम मीडिया पर आकर इसका विरोध कर रही है इसके लिए मैं धन्यवाद की पात्र हैं 

आपको लगेगा मैं कुछ अधिक ही लिख रहा हूं लेकिन मैं इस बात की प्रतिभूति देता हूं कि इस देश में जितने भी गंदी और खराब चीज हैं वह रुकने की जगह बढ़ती जाएगी जितने भी नशीले पदार्थ हैं और जहर हैं मिलावट के पदार्थ हैं यही सब पैसा और सोना उगलने के साधन है कभी भी बंद नहीं होगा ना दहेज प्रथा बंद होगा ना हेलमेट का नियम कहीं लागू होगा ना चालान बंद होगी ना अपराध और अपराध बंद होंगे जो इन्हें बंद करने का प्रयास करेगा उसे खुद ही इस दुनिया से विदा कर दिया जाएगा ‌ जितने भी गंदगी और बुरी चीज हैं वह सब कहीं न कहीं सरकार के द्वारा फिल्मों के द्वारा इंटरनेट के द्वारा जनता को पड़ोसी जा रही हैं और बड़े-बड़े हमारे फिल्मी नायक और महानायक पान गुटखा दोहरा जैसी चीजों का प्रचार करते दिखाई देते हैं हद तो तब हो जाती है जब रामायण और महाभारत के प्रसारण पर कंडोम जैसे गंदी चीजे का विज्ञापन दिखाया जाता है‌ और अंत में न्याय पाने के लिए न्यायालय में न्याय की सीढ़ी चढ़ने वाले लोगों को पता है कि न्याय कैसे मिलता है

मल भी एक रिश्तेदार है,रोज़ मिलने जरूर आता है,पर जिस दिन न आए,सारा दिन टेंशन दे जाता है।।

मल भी एक रिश्तेदार है,
रोज़ मिलने जरूर आता है,
पर जिस दिन न आए,
सारा दिन टेंशन दे जाता है।।

जिस अमानवीय काम ने वर्षों तक इंसानियत को शर्मसार किया, वह प्रथा अब भारत से लगभग समाप्त हो चुकी है। सदियों तक चलने वाली यह घोर अपमानजनक मानव मल-ढोने की परंपरा समाज के लिए एक कलंक थी। हमने इसे समाप्त तो कर दिया, पर दुनिया में कुछ जगहों पर आज भी मल को लेकर अजीब तरह की व्यवस्थाएँ देखने को मिलती हैं।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर हाल के वर्षों में कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि विदेश यात्राओं के दौरान उनकी सुरक्षा टीम उनके मल और मूत्र के नमूने इकट्ठा कर एक खास सूटकेस में बंद करके तुरंत रूस वापस भेज देती है। इसे मज़ाक-मज़ाक में “पूप सूटकेस” नाम दिया गया है।

हमारे यहाँ जो चीज़ गंदगी मानी जाती है, वहीं किसी देश के राष्ट्रपति की वो चीज़ सुरक्षा का विषय बन जाती है—यह भी व्यवस्था का एक अनोखा विरोधाभास है। यह सूचना पहली बार फ्रांसीसी पत्रिका पेरिस मैच की रिपोर्ट से सामने आई, जिसके बाद कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने इस दावे की पुष्टि की।

बताया जाता है कि पुतिन की यह सुरक्षा प्रक्रिया इसलिए अपनाई जाती है ताकि कोई विदेशी एजेंसी उनके स्वास्थ्य, डीएनए या अन्य जैविक जानकारी का विश्लेषण न कर सके। उनकी टीम यात्रा के दौरान वॉशरूम तक की व्यवस्था नियंत्रित रखती है, नमूने सील करती है और विशेष सुरक्षा के साथ विमान द्वारा रूस भेज देती है।

सोचिए, कहीं यह प्रक्रिया दिन में एक से ज़्यादा बार करनी पड़े तो उनकी टीम पर कितना अतिरिक्त बोझ आ जाए! मल चाहे सर पर उठाया जाए या कंधे पर रखा जाए, वह मल ही रहेगा—चाहे किसी मजदूर का हो या किसी राष्ट्रपति का। फर्क सिर्फ़ व्यवस्था और दृष्टिकोण का होता है।

क्या अजब दुनिया है—किसी की पोट्टी भी करोड़ों के सुरक्षा सिस्टम में सफ़र करती है, और किसी की गंदगी से लोग घिनाते हुए मुँह मोड़ लेते हैं। पर यह एक कटु सत्य है कि आधुनिक जासूसी तकनीक के युग में विश्व नेता अपनी जैविक जानकारी को भी सुरक्षा का विषय मानते हैं।

🙏🙏🙏
मोहम्मद जावेद खान
संपादक
भोपाल मेट्रो न्यूज़
9009626191

Wednesday, 10 December 2025

इस देश में केवल गांधी ही सही थे बाकी सब गलत है क्योंकि उन्होंने बकरी पाल कर ईश्वर अल्लाह गाकर चरखा काटकर सोंटी और आधे टांग की धोती पहनकर बकरी पाल कर गाल पर थप्पड़ खाकर देश को अखंड रखते हुए उसे उस साम्राज्य से स्वतंत्र कर दिया जिसका सूरज नहीं डूबता था। उनके साथ के सारे कांग्रेसी सच्चे देशभक्त थे बाकी देश के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारी तो आतंकवादी थे ही

इस देश में केवल गांधी ही सही थे बाकी सब गलत है क्योंकि उन्होंने बकरी पाल कर ईश्वर अल्लाह गाकर चरखा काटकर सोंटी और आधे टांग की धोती पहनकर बकरी पाल कर गाल पर थप्पड़ खाकर देश को अखंड रखते हुए उसे उस साम्राज्य से स्वतंत्र कर दिया जिसका सूरज नहीं डूबता था। उनके साथ के सारे कांग्रेसी सच्चे देशभक्त थे बाकी देश के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारी तो आतंकवादी थे ही 

गोडसे तो गलत था ही उनके लिए तो भारत के सभी धर्म ग्रंथ तीर्थ स्थान गंदगी के सिवा कुछ नहीं थे काशी पर उनके वर्णन को पढ़कर आप देख सकते हैं 200 साल अंग्रेजों से लड़ते हुए एक करोड़ लोग और 1000 साल तुर्क मुसलमान से लड़कर 7 करोड़ परमवीर बलिदानी उनके लिए केवल मूर्ख और कायर थे 

उनके लिए वीर बांडा बैरागी छत्रपति शिवाजी छत्रसाल गुरु गोविंद सिंह और 10 सिखों के गुरु महाराणा शिवा ‌ बप्पा रावल भोज देव संग सब के सब बेकार थे उनको रामकृष्ण गौतम बुद्ध में कोई बड़प्पन नहीं दिखता था उनको तो कुरान और अल्लाह ही सर्वश्रेष्ठ दिखते थे 

गांधी इतने महान थे कि पूरी दुनिया में एक भी देश एक भी व्यक्ति ने गांधीवाद नहीं अपनाया और ना भारत में लेकिन भारत सरकार और सरकारी तंत्र गांधी को राष्ट्रपिता मानकर हर जगह उनकी फोटो लगाकर देश का विस्तार करते हुए उसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महाशक्ति बन चुका है और मोदी जी ने तो अब गांधी की तुलना भगवान श्री कृष्ण से कर दिया 

तो फिर सैना पुलिस की क्या आवश्यकताहै ‌ लड़ाई लड़ने के लिए सोंटी और लंगोटी बकरी और चरखा ही काफी है इसी से दुश्मन का मुकाबला आराम से किया जा सकता है और जिस तरह गांधी ने सत्य अहिंसा ब्रह्मचर्य का प्रयोग किया वही काम राजनेताओं के साथ देश की 151 करोड़ जनता को भी करना चाहिए इससे अधिक क्या लिखा जाए डा दिलीप कुमार सिंह

Monday, 8 December 2025

मौसम की भविष्यवाणी

मौसम की भविष्यवाणी 

आज जौनपुर और आसपास के सभी जनपदों का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा आज 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज हवा  से ठंड विकराल हो जाएगी और 150 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ मौसम  भीषण ठंडा और गलन वाला रहेगा।‌‌ आज से हल्के बादल होंगे जो धीरे-धीरे साफ हो जाएंगे हवा तेज रहेगी लेकिन वर्षा नहीं होगी।

 हल्का कोहरा और हल्के बादल भी रहेंगे। कोहरा पाला ओस तुषार पहाड़ों पर बर्फबारी बढ़ती चली जाएगी।‌‌ यह ठंड गलन और पछुआ हवा एक  सप्ताह तक कायम रहेगी। इसी बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से 200 के बीच और पछुआ हवा की गति 100 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।

कल  से मौसम में ठंड स्थिर रहेगी बाकी स्थितियां आज की तरह रहेगी कल का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहेगा इस तरह भीषण ठंड 5 से  शुरू हो जाएगी ।

अभी जौनपुर और आसपास एवं उत्तर भारत में वर्षा की 15 दिसंबर तक कोई संभावना नहीं बन रही है आने वाले दिनों में ठंड और तेज होती जाएगी हिमालय क्षेत्र में हिमपात जारी रहेगा दक्षिण भारत में चक्रवार्ती वर्ष का क्रम 7 दिसंबर तक थम जाएगा‌ उत्तर प्रदेश के कई भागों में तापमान पांच से और पश्चिम उत्तर भारत में तीन से नीचे चला जाएगा पर्वतों पर तापमान-15 डिग्री तक पहुंच जाएगा ‌।‌‌ तमिलनाडु पुडुचेरी अंडमान निकोबार में वर्षा होगी

90% अमेरिका चीन जापान रूस कोरिया 100% यूरोप और 70% एशिया के उत्तरी भागों में महाविकराल ठंड और घनघोर बर्फबारी होगी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी अमेरिका में गर्मी पड़ेगी। कुछ भयानक ज्वालामुखी विस्फोट और प्रचंड समुद्री लहर और प्रशांत तथा अटलांटिक में भयानक चक्रवात उठने की संभावना है अमेरिका और यूरोप तथा रूस के उत्तरी भागों में प्रचंड बर्फ की आंधियां चलेगी।
 
जापान और बंगाल की खाड़ी में 6 से 8 रिक्टर स्केल के पैमाने पर भीषण भूकंप आने से जापान बांग्लादेश में हाहाकार बचेगा। और हल्की सुनामी आने की संभावना है इसके अलावा भी आने वाले दिनों में प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में कई जगह भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होने की प्रबल संभावना है।
 -डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर ‌ साथ में नन्हा ज्योतिषी पड़ोंकी दादा अविरल जो गुड्डा जैसा दिख रहा है

जाड़े में कैसा हो हमारा भोजन ‌और रहन सहन-डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि

जाड़े में कैसा हो हमारा भोजन ‌और रहन सहन-डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि 
ठंड का मौसम आते ही सब कुछ बदल जाता है इसके पूर्व वर्षा की ऋतु होती है जिसमें कभी सुहावना मौसम कभी उमस और पसीना तो कभी बेहद नम और कभी शुष्क मौसम का सामना एक साथ करना पड़ता है जिससे अनेक रोग बीमारियां लोगों को घेर लेते हैं।‌ वर्षा बीतने के बाद अचानक ही सब कुछ बदल जाता है और हरा-भरा मौसम सूखे मौसम में बदल जाता है और इस प्रकार क्वारऔर कार्तिक ‌‌ महीना विभिन्न प्रकार के सर्दी जुकाम खांसी शरीर दर्द बदन दर्द मच्छर और खटमल तथा मक्खी से फैलने वाले बीमारियों का होता है और इसी समय मलेरिया टाइफाइड जापानी बुखार इत्यादि का भी जोर रहता है और अगहन महीने के प्रारंभ होते ही ठंड का मौसम शुरू हो जाता है ।

आयुर्वेद दुनिया का सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा विज्ञान है आयुर्वेद के अनुसार ठंड का मौसम प्रारंभ होते ही सबसे पहले उठकर गुनगुना हल्का गर्म पानी अवश्य पीना चाहिए ठंडी जितनी बढ़ती जाए पानी भी उतना ही गर्म होना चाहिए यदि इस पानी में आप नींबू मिला लेते हैं या तुलसी की पत्तियां ज्वरांकुश जैसी कुछ चीज डालकर पीते हैं तो यह अमृत जैसा होता है।

अगहन से लेकर आधे चैत्र माह तक शरीर की सारी गर्मी पेट में इकट्ठे हो जाती है इसलिए भूख जमकर लगती है और इस समय आपको अच्छे पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन करना चाहिए बाहर की चीज भूलकर भी नहीं खाना चाहिए यह सभी भयंकर जहर से भी खतरनाक है क्योंकि इसमें सबसे रद्दी तेल मसाले की और अनाज तथा दालों का प्रयोग किया जाता है इस मौसम में अगर एक समय  अदरक तुलसी की पत्ती गिलोय काली मिर्च इलायची दालचीनी की चाय पिएं तो या  गर्म पानी आपके शरीर के जमा हुए सभी प्रकार के कफ को और जहर को निकाल बाहर करता है दूध की चाय भारत में पीने का प्रचलन है लेकिन यह बहुत ही हानिकारक और विषैली होती है जानकर भी लोग इसको छोड़ नहीं पाते हैं जिसका परिणाम अनेक प्रकार की हड्डी और गैस की बीमारियों में प्रकट होता है और भूख भी मर जाती है 

आयुर्वेद के अनुसार इस समय विभिन्न प्रकार के मसाले का हल्के तेल के साथ खूब सेवन करना चाहिए क्योंकि गरम मसाले एक तो शरीर को गर्म रखकर ऊर्जा देते हैं दूसरे सर्दी शरीर में लगे नहीं देते हैं तीसरे गरम मसाले और रसेदार गम सब्जियां शरीर को बहुत अधिक पोषक तत्व देती हैं जाड़े में कभी भूलकर भी ठंडा भोजन और ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए यदि धूप उपलब्ध है तो भोजन करने के बाद 10-15 मिनट धूप अवश्य लेना चाहिए रात में आग जलाकर भोजन करने के बाद हाथ पैर सेंक कर सोना चाहिए  अन्यथा इससे खुजली दाद खाज और अन्य एलर्जी वाली बीमारियां हो जाती हैं ।

लोग सोचते हैं की दही ठंडी होती है यह बात गलत है जाड़े में दही का सेवन जमकर करना चाहिए  ‌ क्योंकि दही का प्रभाव गर्म होता है लेकिन दोपहर के पहले ही इसका सेवन करना चाहिए रात में दही का प्रयोग भूलकर भी नहीं करना चाहिए सलाद भी और पत्तेदार सब्जियां तथा पालक चौलाई बथुआ सरसों मेंथी चना और अन्य साग जमकर खाना चाहिए इसमें पर्याप्त विटामिन लोहा कैल्शियम मैग्नीशियम एवं विटामिन का भंडार होता है। सूखा मेवा बादाम पिस्ता काजू और तीसी और तिल से बनी चीजों को खूब खाना चाहिए ‌ नीमईया  तुलसी की दो तीन पत्तियां सुबह चबाकर अवश्य खाना चाहिए इस समय अधिक से अधिक पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है यदि गर्म पानी ना मिले तो ताजा पानी हैंडपंप का पीना चाहिए या कुएं का पीना चाहिए जेट पंप का भी ताजा पानी चला कर। पीना अच्छा रहता है सबसे खराब आरो का पानी होता है जो शरीर और हड्डियों को बेकार कर देता है।

इस समय सूखा मेवा मूंगफली का सेवन आंवला और च्यवनप्राश जैसी चीजों को खाना अमृत के समान होता है कच्चा आंवला तो अवश्य ही कम से कम एक खाना चाहिए यदि छोटा देसी वाला मिल जाए तो फिर क्या कहना ।मांसाहारी लोग इस समय अंडे का सेवन कर सकते हैं यह गर्म होता है यदि अंडा खाने के बाद दूध पीते हैं तो और भी उत्तम होता है ‌ वैसे मांसाहार कहीं मन नहीं किया गया है लेकिन शाकाहार उपलब्ध होने पर मांसाहार से परहेज ही करना चाहिए।

 एक बात और भी है कि जाड़े में ताजे पानी से नहाने की आदत डालना चाहिए गर्म पानी से नहाने पर अनेक परेशानी होती है और शरीर के प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है यदि बहुत दिनों से धूप नहीं निकली है या घना कोहरा है तभी हल्का गर्म पानी से गुनगुना करके नहाना चाहिए और नाक में सरसों का तेल अवश्य ही डालना चाहिए यह सर्दी गर्मी वर्ष हर महीने के लिए आवश्यक है इससे सर्दी जुकाम ठीक और अन्य बीमारियों से सुरक्षा मिलती है ‌ इसके साथ ही साथ एक हल्का तेल और घी का प्रयोग करके भोजन करें और बाहर का तेल और घी ना खरीदें ‌ सरसों खरीद कर उसका तेल निकालें या दूध से घी अपने घर में बनाएं ।सोते समय भूख से थोड़ा कम भोजन खाएं सुबह भरपेट भोजन और दोपहर में हल्का नाश्ता करने की आदत डालें ‌ तला भुना होना अधिक तेल मसालेदार और बासी तथा ठंडा भोजन हमेशा नुकसानदायक होता है अधिक मांस मछली भी नहीं खाना चाहिए यह दिखाना है तो घर में बनकर ही खाएं।

इस समय ठंडा पानी ठंडा पर पदार्थ कैफे नियुक्त चीज खाने से बचें बाहर का कोई भी चीज खाने से बच्चे बाहर के बने पिज़्ज़ा बर्गर तेल मसाले सड़े गले बिस्किट पाव रोटी डबल रोटी ब्रेड मक्खन लस्सी कुरकुरे धकाधक चटपटे चाऊमीन हैमबर्गर ‌ मोमोज समोसे पकोड़े नमकीन पनीर जैसी चीज बिल्कुल ना खाएं या आज सदा कर पेट खराब कर देती हैं विपरीत फल देने वाले भोजन कभी ना करें जैसे दूध के साथ मछली और मूली के साथ दूध का प्रयोग दूध के साथ खट्टी चीजों और फलों का प्रयोग कभी ना करें। बाहर की बनी चीजे गंदे ढंग से और बिना स्वास्थ्य के नियमों का पालन किया बनाई जाती हैं और ज्यादातर डायरिया हैजा कालरा इन्हीं चीजों से होता है। उसे महीने में धनिया और माघ में मूली नहीं खाना चाहिए

Sunday, 7 December 2025

मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद नहीं फ़सादी मस्जिद का निर्माण:दोषी ममता सरकार*

*मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद नहीं फ़सादी मस्जिद का निर्माण:दोषी ममता सरकार* 
मस्जिदों से ज़्यादा मुसलमानों को नमाज़ी बनाया जाए।
मस्जिद का इस्लामिक नाम होना चाहिए न कि किसी फसादी का नाम।
अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने कहा कि देश में इस्लाम को मानने वालों का हर नागरिक सम्मान करता है लेकिन आक्रांताओं से उतनी ही नफरत भी।
आक्रांताओं  ने देश को लूटा हत्याएं की धार्मिक स्थलों को तोड़ा आज देश में अगर कोई भी नागरिक इनके नाम से जिले, सड़क,व्यापारिक या धार्मिक स्थल का नाम रखता है तो वह राष्ट्र विरोधी होगा न की राष्ट्र हितैषी।
फ़रहत अली खान ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के नाम पर मस्जिद का निर्माण किया जाना राष्ट्र विरोध के साथ साथ इस्लामिक विरोधी भी है।
फरहत अली खान ने कहा मुसलमान देश में अमन शांति और तरक्की चाहता है ।
क्योंकि इक़बाल ने भारत के लिए कहा।
*गर फ़िरदौस ए बरीअस्त हमीं अस्त हमीं अस्त*
अगर दुनिया में कही जन्नत है तो वह भारत ही है भारत ही है।
हिमायों कबीर जैसे फसादी लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर  जेल की सलाको के पीछे होना चाहिए भारत सरकार से हम अपील करते हैं और मांग भी करते हैं।
ममता सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू हो।
यह देश के अमनों अमान का विषय है। इससे कोई भी समझौता नहीं किया जा सकता।
फरहत अली खान 
अध्यक्ष मुस्लिम महासंघ

Saturday, 6 December 2025

शरिया के नज़रिए से तलाक-ए-हसन: न्याय, जवाबदेही और नैतिक सुधार*

*शरिया के नज़रिए से तलाक-ए-हसन: न्याय, जवाबदेही और नैतिक सुधार* 

भारत के सुप्रीम कोर्ट ने 26 नवंबर, 2025 को मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत तलाक के एक तरीके, तलाक-ए-हसन की प्रैक्टिस की जांच करने में एक अहम कदम उठाया। चीफ जस्टिस सूर्यकांत की अगुवाई वाली बेंच ने इस प्रैक्टिस की संवैधानिक कमियों और सामाजिक असर की जांच की। इस्लामिक कानून के जानकारों के मुताबिक, तलाक-ए-हसन तलाक का एक प्रोसेस है जिसमें सुलह का समय शामिल होता है, जिससे पति और पत्नी दोनों को अपने शादीशुदा रिश्ते पर फिर से सोचने का मौका मिलता है। इस तरीके को रद्द करने लायक माना जाता है और यह नब्बे दिन के इंतज़ार के समय के दौरान सुलह का मौका देता है। तलाक तीसरी बार कहने के बाद ही फाइनल और इर्रिवोकेबल हो जाता है, बशर्ते साथ रहना फिर से शुरू न हो। इसे तुरंत तलाक की तुलना में तलाक का ज़्यादा सोच-समझकर और इज्ज़तदार तरीका माना जाता है, जिससे कपल को सोचने का समय मिलता है। इस प्रोसेस में मुख्य तौर पर पति और पत्नी होते हैं;  इसमें शामिल कोई भी काउंसिल सिर्फ़ सलाह देने वाली भूमिका निभाती है और इसमें एक लोकल कमेटी, एक शरिया बोर्ड, या लोकल कोर्ट के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट के दखल को तलाक-ए-हसन की प्रक्रिया से जुड़ी ज़रूरतों के उल्लंघन के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। अपने फ़ायदों के लिए प्रक्रिया का गलत इस्तेमाल और हेरफेर ही पीड़ितों को सबसे बड़ी अदालत जाने के लिए मजबूर करता है। कोर्टरूम एक तरीका और बराबरी का पुल दोनों बन जाता है, जो उस असमानता को सामने लाता है जिसमें पुरुषों के फ़ैसले हावी होते हैं जबकि महिलाओं की चिंताओं को अनसुना कर दिया जाता है। कोर्ट ने एक बारीक नज़रिया अपनाया, और इसमें शामिल पार्टियों से सभी ज़रूरी जानकारी मांगी। इसने मुख्य याचिका में पति गुलाम अख्तर से पूछताछ की, जिन्होंने बिना साइन किए नोटिस के ज़रिए तलाक़ सुनाने का काम अपने वकील को सौंपने की कोशिश की थी। कोर्ट ने प्रक्रिया से जुड़ी उन गलतियों को रोकने के लिए सख़्त निर्देश जारी किए जो महिलाओं की कमज़ोरी को बढ़ाती हैं।

 CJI सूर्यकांत, जस्टिस उज्जल भुयान और जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह वाली बेंच ने अख्तर को न सिर्फ ज़िम्मेदारी से बचने के लिए पूछताछ का सामना करने के लिए बुलाया, बल्कि एक मिसाल भी कायम करने के लिए कहा। CJI कांत ने कहा, "आप अपने वकील को निर्देश दे सकते हैं लेकिन अपनी पत्नी का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा सकते? शादी तोड़ने की यह आउटसोर्सिंग इस प्रोसेस की पवित्रता को कम करती है।" कोर्ट ने उन्हें हिना और उनके पांच साल के बच्चे को पूरा सपोर्ट देने का निर्देश दिया, तीसरे पक्ष के इस्तेमाल को मना कर दिया और इस बात पर ज़ोर दिया कि वह शरिया के मुताबिक खुद अपने इरादे बताएं। हिना ने अपनी मुश्किलें बताईं, जिनमें उनके बेटे का पासपोर्ट रिन्यूअल और स्कूल एडमिशन न मिलना और बिना साइन वाले नोटिस की वजह से एक से ज़्यादा पति होने के आरोपों का खतरा शामिल है। कोर्ट ने डॉक्यूमेंटेशन और कस्टडी के बारे में अंतरिम निर्देशों सहित जल्दी राहत का भरोसा दिया।

इस केस ने बेंच की इस बात को और पक्का किया कि तलाक-ए-हसन - जिसे 2017 के शायरा बानो जजमेंट में तलाक-ए-बिद्दत को खत्म करने के लिए रद्द नहीं किया गया था - आर्टिकल 14 (बराबरी) और 21 (जीवन और सम्मान) का उल्लंघन है। कोर्ट ने कहा कि "अगर तलाक धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार होना है, तो पूरे प्रोसेस का पालन किया जाना चाहिए जैसा बताया गया है।" इसने इस बात पर ज़ोर दिया कि किसी तीसरे पक्ष को तलाक देने का अधिकार नहीं दिया जा सकता, जिससे ऐसा ट्रांसफर गैर-संवैधानिक हो जाता है और महिलाओं की गरिमा और अधिकार कमज़ोर होते हैं। इस प्रोसेस का गलत इस्तेमाल महिलाओं को अलग-थलग कर देता है, उन्हें छोड़ दिया जाता है, और यह संवैधानिक सुरक्षा और इस्लामी उसूलों, दोनों का उल्लंघन करता है, जो तलाक के समय महिलाओं के साथ सही बर्ताव और फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर ज़ोर देते हैं। पैगंबर ने खुद तलाक को हतोत्साहित किया और सुलह को बेहतर तरीका बताया।

 कोर्ट ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) और समस्त केरल जमीयतुल उलेमा को भी दखल देने और इस्लामिक शादी और तलाक के कानूनों का मतलब बताने की इजाज़त दी। सूरह अत-तलाक में कुरान की गाइडेंस आर्बिट्रेशन और बराबरी की बात करती है, न कि तलाक-ए-बिद्दत की जल्दबाजी वाली बात। कोर्ट ने कहा कि धार्मिक रीति-रिवाजों को संवैधानिक सीमाओं के अंदर ही चलना चाहिए। जब पर्सनल लॉ एकतरफ़ा फ़ैसलों की इजाज़त देते हैं जो महिलाओं को महर ज़ब्त किए बिना खुला जैसे आपसी अधिकारों से दूर रखते हैं, तो यह सुधार के लिए एक ज़रूरी मामला बनता है। यह सुनवाई एक मज़बूत याद दिलाने वाली बात है कि न्याय को सबसे कमज़ोर लोगों की रक्षा करनी चाहिए। कोर्ट ने हीना की हिम्मत की तारीफ़ की, यह मानते हुए कि धार्मिक तरीकों के गलत इस्तेमाल की वजह से कई महिलाओं को तकलीफ़ होती है। इस्लामी शिक्षाएँ खुद न्याय की माँग करती हैं; सूरह अत-तलाक मानने वालों को चेतावनी देती है कि तलाक की कार्रवाई के दौरान महिलाओं को न निकालें या परेशान न करें। कुरान महर, तलाक के बाद गुज़ारा भत्ता और आज़ाद प्रॉपर्टी के मालिकाना हक के ज़रिए महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित करता है, जिससे तलाक की पूरी प्रक्रिया के दौरान इज़्ज़त और सुरक्षा पक्की होती है।
फरहत अली खान 
एम ए गोल्ड मेडलिस्ट

वोट और राजनीति के लिए भारत के राजनेता अधिकारी ऐसे ऐसे लोगों की पूजा करते हैं जिनका संपूर्ण इतिहास और चरित्र ही काला है अपने मां-बाप को कभी पूजा न करने वाले यह अधिकारी राजनेता क्या कुछ अपने लाभ के लिए नहीं कर सकते हैं

वोट और राजनीति के लिए भारत के राजनेता अधिकारी ऐसे ऐसे लोगों की पूजा करते हैं जिनका संपूर्ण इतिहास और चरित्र ही काला है अपने मां-बाप को कभी पूजा न करने वाले यह अधिकारी राजनेता क्या कुछ अपने लाभ के लिए नहीं कर सकते हैं 
भारत की राजनीति ऐसी है कि जो गधे को घोड़ा और घोड़े को गधा बनाने में सक्षम है 99% पुरस्कार और पद आयोग के लोगों को ही इसी के अंतर्गत मिलते हैं और यही देश के शक्तिशाली और सक्षम एवं विकसित देश बनने में सबसे बड़ी बाधा है।


यही कारण है कि पद्मश्री पद्म भूषण पद्म विभूषण और भारत रत्न के लिए 95 प्रतिशत राजनेता ही चुने जाते हैं जो एक स्कूल में भी कभी पुरस्कार नहीं जीत सके हैं तुकाराम ओम वाले जैसे लोगों को ना तो भारत रत्न मिलता है और ना ही अशोक चक्र से सम्मानित किया जाता है। 

संविधान जैसा विराट ग्रंथ जो सैकड़ो लोगों के संयुक्त प्रयास से बना उसे भी व्यक्ति विशेष का बना हुआ बताया जाता है यह सब राजनीतिक नहीं तो क्या है। 

भारत में जैसे ही कोई राजनीति में और बड़े अधिकारी वर्ग में प्रवेश करता है वैसे ही वह सब कुछ असली भूल कर नकली हो जाता है और देश प्रेम कट्टर सनातनी धर्म हिंदी हिंदू हिंदुस्तान और राम राज्य को रद्दी की टोकरी में फेंक देता है ‌ यदि किसी को इन बातों पर आपत्ति हो तो अपना विचार और आपत्ति अंकित करें । डॉ दिलीप कुमार सिंह

कल सूर्पनखा को भौंकते देखा तो अपनी एक कविता याद आ गई

कल सूर्पनखा को भौंकते देखा तो अपनी एक कविता याद आ गई ....

मेरी गली में कुत्ता भौंका 
मैंने  सोचा  जाने  दो 
मेरी गली दो कुत्ते भौंके 
मैंने   सोचा   आने  दो

फिर बाहर से कुत्ते आए
बोले सारी की सारी है 
और जहाँ पर रहते हो तुम
पूरी गली हमारी है 

फिर कुत्तों ने बोर्ड बनाया 
गली में एक नोटिस चिपकाया 
जहां तलक देखेंगे कुत्ते 
वहां तलक अधिकार बताया 

कुत्ते   सड़क पे ही भौकेंगे 
कुत्ते   सड़क पे ही लेटेंगे
जनसँख्या  है बहुत बढ़ चुकी
कुत्ते  सड़क  पे  ही बैठेंगे

फिर मैं समझी अति हो गई 
सब कुत्तों की मति सो गई 
मैं केवल सब देख रही थी
इसीलिए  ये  गति  हो  गई 

फिर हिम्मत को किया इकट्ठा
और  मैं  लाठी लाई निकाल 
जब पिटने का नंबर आया 
तब  कुत्तों  में मचा बवाल 

इक  कुत्ते  को  डंडा मारा 
चार भगे और दो चिल्लाए 
दो   डंडे   जब   मारे   मैंने 
तब जाकर कुत्ते पछताए  

तीजे डंडे में सब भागे 
चौथे में मजबूर हुए 
और हमारी गली सुरक्षित 
सारे कुत्ते दूर हुए 

कई   तरह   के   कुत्ते   हैं  
सबकी सोच फितूरी है
हर कुत्ते के मन में कोई 
चाहत  बची  अधूरी  है  

तो जब तक कुत्ते हैं इस जग में 
तब तक अपनी मजबूरी है 
अपनी गली बचानी है तो 
लाठी  बहुत  जरूरी  है 

_©® समीक्षा सिंह । उत्तर प्रदेश 
आधार आपका अधिकार है, इससे ही पहचान करें 
जागृत रहें, संगठित रहें, सुरक्षित रहें.....................

मौसम की भविष्यवाणी आज जौनपुर और आसपास के सभी जनपदों का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस रहा आज 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज हवा से ठंड विकराल हो जाएगी और 150 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ मौसम भीषण ठंडा और गलन वाला रहेगा।

मौसम की भविष्यवाणी 

आज जौनपुर और आसपास के सभी जनपदों का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस रहा आज 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज हवा  से ठंड विकराल हो जाएगी और 150 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ मौसम  भीषण ठंडा और गलन वाला रहेगा।

 हल्का कोहरा और हल्के बादल भी रहेंगे। कोहरा पाला ओस तुषार पहाड़ों पर बर्फबारी बढ़ती चली जाएगी।‌‌ यह ठंड गलन और पछुआ हवा एक  सप्ताह तक कायम रहेगी। इसी बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से 200 के बीच और पछुआ हवा की गति 100 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी

कल  से मौसम में ठंड स्थिर रहेगी बाकी स्थितियां आज की तरह रहेगी कल का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहेगा इस तरह भीषण ठंड 5 से  शुरू हो जाएगी 

अभी जौनपुर और आसपास एवं उत्तर भारत में वर्षा की 15 दिसंबर तक कोई संभावना नहीं बन रही है आने वाले दिनों में ठंड और तेज होती जाएगी हिमालय क्षेत्र में हिमपात जारी रहेगा दक्षिण भारत में चक्रवार्ती वर्ष का क्रम 7 दिसंबर तक थम जाएगा‌ उत्तर प्रदेश के कई भागों में तापमान पांच से और पश्चिम उत्तर भारत में तीन से नीचे चला जाएगा पर्वतों पर तापमान-15 डिग्री तक पहुंच जाएगा ‌।

90% अमेरिका चीन जापान रूस कोरिया 100% यूरोप और 70% एशिया के उत्तरी भागों में महाविकराल ठंड और घनघोर बर्फबारी होगी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी अमेरिका में गर्मी पड़ेगी।

 -डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर

Thursday, 4 December 2025

शादियों का मौसम है*

*शादियों का मौसम है*
 
तिलक है, 
बारात है, 
हल्दी है,
संगीत है, 
रोशनी है, 
आतिशबाजी है, 
 बैंड बाजा है, 
 लाईट है, 
 डी जे है, 
 कैटरर है, 
 स्टॉल है, 
 सब कुछ तो है ...

*पर*  

जनवासा नहीं है, 
पंगत नहीं है,
 संगत नहीं है 
पत्तल नहीं है, 
पीली धोती पहने समधी नहीं है, 
गालियाँ देती समधिनें नहीं हैं.
स्नेह नहीं है, 
प्यार नहीं है, 
मनुहार नहीं है,
नाई का न्योता नहीं है, ‌‌ 
नकली नौकर चौकर हे
व्हाट्सएप पर निमंत्रण है.

सारे पंडाल एक जैसे हैं.
आप कहीं भी जाकर
खाकर आ सकते हैं.
ना मेजबान का पता है.
ना मेहमान की खबर है.
ना कोई आपको पहचानता है,
ना आप किसी को जानते हैं.
घूमते बेयरों के हाथ से 
 कुछ ले लीजिए.

बारात आई नहीं है.
वरमाला हुई नहीं है.
बस आपको 
किसी को लिफाफा थमाकर
निकल जाना है.

और क ई जगह जाना है.
यही तो आज का जमाना है.

जेब गरम है.
संगीत अश्लील  मैथुनिक कानफोड़ू है.
खाने में सैकड़ों आइटम है.
बात में बात है - वहां का पनीर अच्छा था, वहां का शेक मजेदार था...
जब की पहले के कटहल और कोहड़े की सब्जी का जवाब नहीं था
क्योंकि दूल्हा और दुल्हन को तो देखा ही नहीं 

हजारों लाखों रुपए के कपड़े पहने के बाद भी सब कुछ दिखता है 
क्या दिखता है किसको दिखता है पता नहीं है ।
ने घर परिवार का ना सगे-संबंधियों कल आज शर्म है 

यही आज के विवाह मांगलिक समारोह का धर्म है 
जिस कॉलेज आना है वह लाज छोड़ बैठा है और जो बेशर्म है वह शर्मा रहा है
‌ ऐसा करने वाले को खुद यह पता नहीं है कि ऐसा क्यों करती है
सिर्फ खाना खाया अपना व्यवहार दिखाया और लिफाफा दिया और निकल लिये....

यही आज का लोकाचार है । 
सबका यही व्यवहार है और बोल भी दिया ...

आ गये   यह क्या कम है ..!!

अरे भाई !   

विवाह का मौसम है। डॉ दिलीप कुमार सिंह

99% दान दाता धन कुबेर उदार और परोपकारी लोग ढोंगी हैं और केवल स्वार्थ और अपने नाम के लिए ऐसा करते हैं जौनपुर सहित भारत के संपूर्ण क्षेत्र में खोज कर देख लो सचमुच ही मदद करने वाला कोई भी परोपकारी दानदाता शायद ही आपको मिले जिस तरह आजकल साधु संत महात्मा म***** मौलवी पादरी विश्व फादर खोजने से भी सच्चे और अच्छे नहीं मिलते वही हाल इन तथा कथित दानदाता धन कुबेर लोगों का है यह लोग ऐसी जगह पर ही ऐसे और अन्य चीज दान करते हैं जहां उनकी गुन गाथा गई जाए और प्रचार प्रसार हो

99% दान दाता धन कुबेर उदार और परोपकारी लोग ढोंगी हैं और केवल स्वार्थ और अपने नाम के लिए ऐसा करते हैं जौनपुर सहित भारत के संपूर्ण क्षेत्र में खोज कर देख लो सचमुच ही मदद करने वाला कोई भी परोपकारी दानदाता शायद ही आपको मिले जिस तरह आजकल साधु संत महात्मा म***** मौलवी पादरी विश्व फादर खोजने से भी सच्चे और अच्छे नहीं मिलते वही हाल इन तथा कथित दानदाता धन कुबेर लोगों का है यह लोग ऐसी जगह पर ही ऐसे और अन्य चीज दान करते हैं जहां उनकी गुन गाथा गई जाए और प्रचार प्रसार हो 

इसका एक उदाहरण में देना चाहता हूं एक बार हमारे परम मित्र ने एक पीतल की बहुत सुंदर दूरबीन भेंट किया था जिससे मौसम अंतरिक्ष विज्ञान ग्रहण नक्षत्र तारे सूर्य चंद्रमा आकाशगंगा और आकाश की पिंड और अन्य चीजों का मैं गहरा अध्ययन करके एक से बढ़कर एक चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए थे लेकिन कार्यक्रम में वह दूरबीन खराब हो गई 

इसके बाद मैं जौनपुर के सभी बड़े-बड़े धन कुबेर लोगों बड़े अधिकारी लोगों बड़े-बड़े राजनेता सांसद विधायक मंत्री लोगों के साथ इसे साझा करते हुए सोशल मीडिया पर एक दूरबीन खरीद कर देने की अपील किया लेकिन किसी भी महान तथा कथित धन कुबेर अधिकारी राजनेता या दंड तक के पास एक दूरबीन का लाख दो लाख रुपए देने या खरीद कर देने का भाव पैदा नहीं हुआ क्योंकि इससे उनका कोई लाभ होने वाला नहीं था और ना इसमें उनका कोई स्वार्थ था 

लेकिन मेरा यह स्वार्थ था कि यह दुआ उपलब्ध हो जाती तो देश-विदेश अनंत अंतरिक्ष की सारी जानकारी और मौसम की 100 में 100% सटीक बाय भविष्यवाणी करना संभव हो जाता जबकि मीडिया और टेलीविजन पर एक से एक तथा कथित स्वार्थी दानदाताओं को रोज देखता हूं तो हंसी आती है की एक गिलास पानी भी ना पूछने वाले यह धन कुबेर दानदाता भला किसी का कल्याण क्या करेंगे यह तो खुद अपने नरक जाने का रास्ता तैयार कर रहे हैं 

इतना अवश्य हुआ कि केवल मेरी पोस्ट पढ़कर बिना किसी स्वार्थ के गुप्त रूप से सोनभद्र रावटसगंज के रहने वाले एक राजनेता तथा व्यवसाय परिवार ने मुझको एक बहुत सुंदर छोटी लेकिन बहुत शक्तिशाली दूरबीन खरीद कर भेज दिया जिससे मेरा काम चल रहा है और सब कुछ सटीक भविष्यवाणी भी जारी है बिना हथियार की लड़ाई भी नहीं हो सकती हैं यह सब लिखने का मतलब केवल इतना ही है कि तथा कथित जौनपुर के भारत के 99% लोग बेहद स्वार्थी बहुत ही संकुचित दृष्टिकोण के और नकली दानदाता हैं इसलिए इनका नाम लेना भी पाप के बराबर है‌ यह लोग तमाम स्वार्थ और विषय वासना से भरे हुए अपने को बिना वजह शिवि दाधीच हरिश्चंद्र और कर्ण के समंदानी समझते हैं जबकि यह उसके परमाणु मात्र के बराबर भी नहीं है। इतना अवश्य है कि उनकी सारी वसूली चापलूस चाटुकार दलाल चमचे मक्खन बाज और 420 लोग करके इसे भरपूर वसूली कर लेते हैं यही वजह है कि जौनपुर के 99% लोग ऐसे एक भी तथाकथित समाज से भी दानदाता का नाम और चेहरा नहीं पहचानते हैं।

यही हालत भारत की राजनीति का भी है बड़े-बड़े सांसद विधायक राजनेता मंत्री प्रधानमंत्री राष्ट्रपति हमेशा दलालों और चमचों से ही गिरे रहते हैं इसलिए जनता की मनोभावना और देश की वास्तविक स्थिति नहीं समझ पाते और कुछ भी भला नहीं कर पाते हैं ‌ इसलिए पद से हटते हैं इनका नाम गायब हो जाता है स्वतंत्र भारत के इतिहास में लाल बहादुर शास्त्री को छोड़कर अभी तक जितने प्रधानमंत्री हुए हैं उनका नाम सब भूल गए हैं और जो बच्चे हैं उनका भी जल्दी ही भूल जाएंगे आज के दानदाता दानदाता नहीं है वह स्वार्थ और विषय वासना के पुतले हैं डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक

यदि पैसा और उपहार पाना हो तो भयंकर सर्दी गर्मी और ठंड में घंटों खड़ी रहने वाली बी एल ओ लोगों के कारण एस आई आर का सारा काम अधूरा पड़ा है 5 से 10000 रुपए प्रतिमाह कमाने वाले उच्च शिक्षित लोग इनका दो गुना मेहनत रोज करते हैं

यदि पैसा और उपहार पाना हो तो भयंकर सर्दी गर्मी और ठंड में घंटों खड़ी रहने वाली बी एल ओ लोगों के कारण एस आई आर का सारा काम अधूरा पड़ा  है 5 से 10000 रुपए प्रतिमाह कमाने वाले उच्च शिक्षित लोग इनका दो गुना मेहनत रोज करते हैं


 साल भर बैठी रहने वाली और मुफ्त में पैसा लेने वाली इन बी एल ए लोगों को एक महीने काम क्या करना पड़ा उनके पक्ष में इतनी आवाज़ उठ रही है मानो उनको 24 घंटे सरकार के द्वारा कार्य कराया जा रहा हो


 यदि सही ढंग से काम की होती तो यह काम केवल 15 दिनों में समाप्त हो गया होता बिहार जैसे राज्य में इसका उदाहरण देखा गया है और जिन जनपदों में कार्य पूरा हो गया है क्या वहां की ब्लू मानव नहीं है


 हालत इतनी खराब है कि अधिकांश जगहों पर फॉर्म फेंक कर ब्लू चली गई हैं और कहती है जिसकी गरज है वह खुद जमा कर दे आखिर उनका वेतन किस बात का दिया जाता है


 क्या जबरदस्ती सरकार ने उनको भर्ती किया है यदि नौकरी नहीं करनी है तो त्यागपत्र दे दो यहां तो लंबी चौड़ी फौज खड़ी है तुरंत ही जग भर जाएगी लेकिन इसका कारण है कि 90 से 95 परीक्षित ब्लू बड़े-बड़े अधिकारियों राजनेताओं और पैसे वालों से संबंधित हैं इसलिए इतना बवाल मचाया जा रहा है ‌ यदि एक साधारण सी परीक्षा ले ली जाए तो इसमें से 95 प्रतिशत की छंटनी हो जाएगी


 हर वर्ग के लोग हैं जब आवश्यक होता है तो लोग 10 से 5 बजे ड्यूटी के अलावा 8 से 10:00 बजे रात तक काम करके ही जाते हैं लेकिन वह कोई बहाना नहीं बनाते हैं


और रह गए पूरे प्रदेश में जो चार या पांच लोगों की मृत्यु हुई है तो किसी भी दो महीने में उतने ब्लू की मृत्यु हो ही जाती है इसके पहले का इतिहास भी देखकर मिला लीजिए

[12/4, 8:16 AM] Dileep Singh Rajput Jounpur: मौसम की भविष्यवाणी आज जौनपुर और आसपास के सभी जनपदों का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहा आज 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज हो और 250 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ मौसम ठंडा और गलन वाला रहेगा हल्का कोहरा और हल्के बादल भी रहेंगे। 

कल मौसम में ठंड तेजी से बढ़ेगी बाकी स्थितियां आज की तरह रहेगी कल का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहेगा 

अभी जौनपुर और आसपास एवं उत्तर भारत में वर्षा की 15 दिसंबर तक कोई संभावना नहीं बन रही है आने वाले दिनों में ठंड और तेज होती जाएगी हिमालय क्षेत्र में हिमपात जारी रहेगा दक्षिण भारत में चक्रवर्ती वर्ष का क्रम थम जाएगा डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर
[12/4, 8:16 AM] Dileep Singh Rajput Jounpur: कल हमारे केंद्र की अभूतपूर्व अप्रत्याशित और कल्पनातीत भविष्यवाणी पर किसी को विश्वास नहीं था कि भारत 358 रन का विराट रन अंबार खड़ा करके भी हार जाएगा लेकिन भारत के मैच हारने की हमारे केंद्र की भविष्यवाणी पूरी तरह सही हुई  2-1 ‌ से एक दिवासीय मैच की श्रृंखला निर्णय होने की भविष्यवाणी भी सही होगी

Monday, 1 December 2025

अंतर्राष्ट्रीय एड्स दिवस पर सेमिनार का आयोजन

प्रेस विज्ञप्ति 

अंतर्राष्ट्रीय एड्स दिवस पर सेमिनार का आयोजन 
आज अंतर्राष्ट्रीय एड्स दिवस पर जनपद न्यायालय जौनपुर मे जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुशील कुमार शशि के निर्देशन में सचिव पूर्णकालिक अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जौनपुर ‌ प्रशांत कुमार सिंह की देखरेख में ‌ एक सेमिनार का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सभागार में एड्स कारण और बचाव विषय पर आयोजित किया गया जिसमें सचिव पूर्ण कालिक प्रशांत कुमार सिंह डिप्टी चीफ डिफेंस काउंसिल डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह असिस्टेंट डिफेंस काउंसिल अनुराग चौधरी काउंसलर देवेंद्र कुमार यादव पूर्व काउंसलर एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज कुमार वर्मा मध्यस्थगण मुन्ना सिद्दीकी  ‌ श्रीमती बीना श्रीवास्तव देवेंद्र कुमार यादव काउंसलर सभी पैरालीगल वॉलिंटियर्स ‌ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विभाग के सुनील कुमार मौर्य राजेश कुमार यादव राकेश कुमार यादव बृजेश कुमार अरविंद कुमार चौबे सुनील गौतम सुनील कुमार ‌ अमित करनाल जिया श्रीमत रूबी सिंह ‌ जिला चिकित्सालय की तरफ से राजकुमार पांडे एवं डॉ सीमा सिंह एवं विद्वान अधिवक्ता गण तथा वादकारीगण उपस्थित रहे

एड्स के बारे में बताते हुए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सचिव पूर्णकालिक प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि एड्स बहुत भयानक रोग है और इसका बचाव ही इसका सबसे अच्छा उपाय है यद्यपि कुछ आधुनिक खोजें जीनथेरेपी जैसी चिकित्सा प्रणाली विकसित की गई है और अच्छे दावों के सहारे व्यक्ति लंबे समय तक जीवित रह सकता है इसके बारे में पूरे विश्व में जागरूकता फैलाया जाना अत्यंत ही आवश्यक है यह ऐसा रोग है जो जीवन शक्ति को और प्रतिरोधक क्षमता को क्षीण कर देता है 
इस सेमिनार का संचालन करते हुए डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह डिप्टी चीफ डिफेंस काउंसिल में बताएं एड्स सबसे पहले अफ्रीका में मनुष्य और चिंपांजी प्रजाति के संसर्ग के द्वारा फैला था यह प्राकृतिक या अप्राकृतिक संसर्ग से संक्रमित सुई लगाने से संक्रमित खून चढ़ाने से यह रक्त के द्वारा किसी भी प्रकार के संपर्क होने से फैल सकता है ‌ यह गर्भस्थ शिशु को भी मां के द्वारा हो सकता है और हाथ मिलाने से साथ रहने से व्यक्ति के साथ खाने और कपड़े पहनने से नहीं होता है । दावों के उचित उपयोग और जागरूकता के कारण पिछले वर्ष भारत में  एड्स से केवल 32000 लोग मारे गए जो कि विश्व के 5 लाख लोगों का केवल पांच प्रतिशत है वर्तमान समय में विश्व में चार करोड़ से अधिक एड्स के रोगी हैं और एड्स से अब तक 5 करोड लोग मारे गए हैं।

इसी क्रम में ‌ असिस्टेंट डिफेंस काउंसिल अनुराग चौधरी मध्यस्थ बीना श्रीवास्तवा मुन्ना सिद्दीकी एवं मनोज कुमार वर्मा ‌ पूर्व सदस्य फ्री लिटिगेशन पीठ के द्वारा भी एड्स के बारे में संबोधित करते हुए कहा गया कि इस भयानक रोग के बारे में सभी को विशेष कर युवा पीढ़ी को जागरूक किया जाना आवश्यक है और उन्होंने बताया किया हर्ष की बात है कि भारत में एड्स के रोगियों के बढ़ने की संख्या 83% और संक्रमित होने की संख्या में 81% की कमी आई है और दुनिया के केवल पांच प्रतिशत एड्स के रोगी भारत में बचे हुए हैं एड्स का रोगी लंबे समय तक जीवित रहकर सामान्य दिनचर्या व्यतीत कर सकता है संवाहक बहुत खतरनाक होते हैं इनका काम दूसरों में ऐड्स को फैलाना होता है और यह स्वयं सामान्य रूप से स्वस्थ रहते हैं सभी लोगों ने एड्स ‌ से बचाव की जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।

मौसम की भविष्यवाणी और दक्षिण भारत के चक्रवात का असर ‌‌ जौनपुर और आसपास न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पहुंच तेज ठंड के साथ शीतलहर जैसे हालात केवल धूप होने से राहत मिल रही है

मौसम की भविष्यवाणी और दक्षिण भारत के चक्रवात का असर 
‌‌ जौनपुर और आसपास न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पहुंच तेज ठंड के साथ शीतलहर जैसे हालात 
केवल धूप होने से राहत मिल रही है
जौनपुर और आसपास आज का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहेगा कल और परसों भी तापमान लगभग इतना ही रहेगा 

दक्षिण भारत के चक्रवात के कारण जौनपुर और आसपास और दूर-दूर तक हल्के मध्य बदल तीन-चार दिनों तक छाए रहेंगे लेकिन वर्ष की कोई विशेष संभावना नहीं दिख रही है और 15 दिसंबर तक वर्षा की कोई आशा भी नहीं है।

इस कालखंड में हवा की दिशा पश्चिम और गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास रहेगी और वह गुणवत्ता सूचकांक में सुधार होगा यह 400 से गिरकर 200 पर आ जाएंगे जिसके कारण रोग बीमारियों में कमी होगी 

दक्षिणी द्वित्या चक्रवात के कारण श्रीलंका से लेकर ब्रह्मपुर के क्षेत्र में भीषण वर्षा चार-पांच दिनों तक जारी रहेगी जिसके केंद्र में चेन्नई होगा बुरी तरह से नष्ट और बर्बाद श्रीलंका पर एक बार फिर चक्रवार्ती प्रहार होगा। इसलिए श्रीलंका तमिलनाडु पुडुचेरी केरल और आंध्र प्रदेश कर्नाटक के कुछ बाग हैदराबाद बेंगलुरु में प्रचंड भीषण वर्षा देश तूफानी हवाओं के साथ होगी। 

श्रीलंका में महाप्रलय जैसे हालात और दक्षिण भारत के कई स्थानों पर जल प्रलय की ‌ हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र की भविष्यवाणी पूरी तरह सही हुई श्रीलंका तो पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है

5 दिसंबर से भीषण बर्फीली हवाएं आने के कारण संपूर्ण उत्तरी भारत में महाराष्ट्र से उड़ीसा तक प्रचंड शीतलहर चलेगी और तापमान जौनपुर तथा आसपास गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम हो जाएगा डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक

प्रेम जाल ये होता है ,राजस्थान के चुरू जिले में बसा छोटा-सा कस्बा बीदासर। यहाँ की गलियाँ शांत हैं, लोग सीधे-सादे। मुख्य बाजार में एक पुरानी मोबाइल की दुकान थी, जिसके मालिक थे 55 साल के रामस्वरूप जी। उम्र ढल चुकी थी, बाल सफेद हो चले थे, लेकिन दुकान का काम अभी भी ईमानदारी से चलाते थे। बीवी-बच्चे घर पर, दिन भर दुकान, शाम को घर। जिंदगी सरल थी, बिना किसी उलझन के।

बुजुर्ग और उम्र दराज  छिनरे कुपंथी दुराचारी लंपट कामुक और उत्तेजक ‌‌व्यभिचारी ‌‌ मांस मछली ना खाने का ढोंग करने वाले और उसका शर्मा और जूस पीकर प्रतीत होने वाले स्त्री पुरुष ध्यान से पढ़ें और सावधान रहें एक अनुमान है कि 70 से 90% स्त्री पुरुष इस जाल में फंस रहे हैं लेकिन केवल 30% मामले ही सामने आ पाते हैंसावधान रहें :

प्रेम जाल ये होता है ,

राजस्थान के चुरू जिले में बसा छोटा-सा कस्बा बीदासर। यहाँ की गलियाँ शांत हैं, लोग सीधे-सादे। मुख्य बाजार में एक पुरानी मोबाइल की दुकान थी, जिसके मालिक थे 55 साल के रामस्वरूप जी। उम्र ढल चुकी थी, बाल सफेद हो चले थे, लेकिन दुकान का काम अभी भी ईमानदारी से चलाते थे। बीवी-बच्चे घर पर, दिन भर दुकान, शाम को घर। जिंदगी सरल थी, बिना किसी उलझन के।

एक दोपहर दुकान पर एक 22 साल की लड़की आई। नाम था रेशमा। चेहरा गोरा, आँखें बड़ी-बड़ी, बातें मीठी। बोली, "अंकल, नया फोन देखना है।" रामस्वरूप ने कई फोन दिखाए। लड़की हर फोन उठाती, मुस्कुराती, नजरें मिलातीं। बातों-बातों में हँसी-मजाक होने लगा। जाने से पहले रेशमा ने अपना नंबर लिख कर दे दिया और बोली, "अंकल, कोई अच्छा ऑफर हो तो बता देना।"

रामस्वरूप को लगा, शायद सच में फोन खरीदना चाहती होगी। शाम को उन्होंने मैसेज किया। जवाब आया। फिर कॉल हुई। बातें धीरे-धीरे प्यार भरी होने लगीं। रेशमा कहती, "आप बहुत अच्छे लगते हो... कोई मेरी इतनी केयर नहीं करता।" रामस्वरूप, जो सालों से अकेलापन महसूस कर रहे थे, बहक गए। दो दिन में ही दिल हार बैठे।

तीसरे दिन रेशमा का मैसेज आया, "मिलोगे ना? बहुत याद आ रही है।" जगह बताई एक छोटे से होटल की। रामस्वरूप ने सोचा भी नहीं। दुकान बंद की, ऑटो लिया और पहुँच गए। कमरे में रेशमा पहले से मौजूद थी। गले लगी, किस किया, और फिर जो हुआ, वो रामस्वरूप की जिंदगी का सबसे बड़ा भूल था।

शाम को जब दुकान लौटे तो फोन पर व्हाट्सएप खोला। एक वीडियो आया। पूरा होटल वाला दृश्य। उसमें वो खुद थे। साथ में रेशमा का मैसेज था:

"5 लाख रुपये। सुबह तक। नहीं तो ये वीडियो पूरे बीदासर में वायरल। और फर्जी रेप का केस भी ठोंक दूँगी। पुलिस तेरे घर आएगी।"

रामस्वरूप के पैरों तले जमीन खिसक गई। हाथ काँपने लगे। रात भर नींद नहीं आई। सुबह होते-होते थाने पहुँच गए। बीदासर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह के सामने सारी बात रोते हुए बता दी। वीडियो दिखाया। इंस्पेक्टर ने शांत स्वर में कहा, "चिंता मत करो बाबूजी। अब हमारा नंबर है।"

पुलिस ने जाल बिछाया। रामस्वरूप को कहा गया कि लड़की को मैसेज करो, "पैसे तैयार हैं, 2 लाख अभी दे रहा हूँ, बाकी बाद में।" जगह तय हुई। सुबह 6 बजे। एक सुनसान जगह पर।

रेशमा अपने बाप के साथ आई। जैसे ही 2 लाख का लिफाफा हाथ में लिया, पुलिस ने घेर लिया। दोनों रंगे हाथ पकड़े गए। रेशमा चिल्लाई, "ये तो झूठ है!" लेकिन मोबाइल में चैट, वीडियो, सब कुछ था। उसका बाप भी साथ में था। प्लान दोनों का था।

अब रेशमा और उसके पिता ब्लैकमेलिंग के केस में जेल की हवा खा रहे हैं। रामस्वरूप की इज्जत बच गई, लेकिन दिल पर एक गहरा घाव लग गया।

कहते हैं ना,"जो दिखता है, वो हमेशा सच नहीं होता।" और प्रेम कभी भी अंधा नहीं होता, बस कभी-कभी हम खुद आँखें बंद कर लेते हैं।

बीदासर की वो दुकान आज भी खुली है।  
लेकिन अब रामस्वरूप किसी अनजान नंबर पर कॉल करने से पहले सौ बार सोचते हैं। उम्र कोई सुरक्षा-कवच नहीं है। 55 साल का आदमी भी 22 साल की लड़की के जाल में फँस सकता है। अकेलापन और भावनात्मक खालीपन सबसे बड़ा कमजोर कड़ी होता है।
प्रेम और वासना में फर्क समझना जरूरी है । सच का प्रेम कभी इतनी जल्दी, इतनी सस्ती जगह और इतने गंदे तरीके से नहीं होता। जो दो दिन में बिस्तर तक पहुँच जाए, वो प्रेम नहीं, जाल ही होता है।

अनजान व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाने से पहले सौ बार सोचें। आज के जमाने में होटल के कमरे में छिपा कैमरा, मोबाइल की रिकॉर्डिंग और ब्लैकमेल आम हो गया है। एक पल का सुख जिंदगी भर का कलंक बन जाता है।

गलती हो जाए तो तुरंत पुलिस के पास जाएँ। शर्म और डर के कारण चुप रहने से ठग और मजबूत हो जाते हैं। रामस्वरूप ने हिम्मत दिखाई, इसलिए उनकी इज्जत और आजादी दोनों बच गईं। 

ये कोई कहानी नही सत्य घटना है ,घटनाक्रम के मुख्य पात्रों के नाम बदले गये है ।

हमेशा ख्याल रखो कि इस पूरे संसार में किसी स्त्री  या पुरुष को एक गिलास पानी कोई भी स्त्री पुरुष बिना मतलब और स्वार्थ के नहीं देगा तो फिर अपना शरीर क्यों सौंप देगा। कमी अपनी है दोष पाप करने के बाद लंपट लोग दूसरों को दे देते हैं।‌ इसी तरह यदि कोई भी व्यक्ति आपके घर बार-बार आने लगे और कोई भी सामान देने लगे तो लेने के पहले 100 बार सोचो कोई ऐसे व्यक्ति नहीं दे देता₹100 उधार मांगने पर नहीं मिलता तो कोई क्यों रसमलाई बैकुंठ भोग काजू पिस्ता बादाम बिना कारण के आपके घर लेकर आएगा ‌ यह लेख यशवंत कुमार गुप्ता और विनय कुमार उपाध्याय के प्रेरणा से मैंने लिखा है- डा दिलीप कुमार सिंह