[6/21, 6:17 PM] +91 98896 30060: अलवर के एक राजा की कहानी,
जिसे पढकऱ हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो उठता है।
अलवर के राजा जयसिंह ने अंग्रेजों के अपमान का बदला बड़े ही दिलचस्प ढंग से दिया।
एक दिन अलवर के तत्कालीन राजा जयसिंह शाम के समय लंदन में टहलते हुए मशहूर व नामी कार कंपनी रॉल्स रॉयस के शोरूम में पहुंचे।
वे उस समय साधारण वेशभूषा में थे। जब उन्होंने सेल्समैन से कार के रेट पूछे तो अंग्रेज मैनेजर ने उन्हें कंगाल भारत का सामान्य नागरिक समझकर बेइज्जत किया और उन्हें गेट आउट कह दिया।
राजा जयसिंह वहां से वापस होटल आ गए और अपने नौकर से रॉल्स रॉयस के उसी शोरूम में फोन लगवाया और कहलवाया अलवर राज्य के महाराज उनकी कार खरीदने के इच्छुक हैं।
कार कंपनी ने उनके स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछवाया...राजा इस बार रजवाड़ी पोशाख और राजसी ठाठ के साथ पहुंचे।
शोरूम के सभी कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया।
राजा ने शोरूम में खड़ी सभी छह कारों को खरीदकर उन्हें भारत पहुंचवाने का भुगतान कर दिया।
रॉल्स रॉयस से साफ करवाया कचरा
राजा जयसिंह रॉल्स रॉयस कार में स्वयं नहीं बैठे।
उन्होंने सभी छह कारों को अलवर नगर पालिका को दे दिया और आदेश दिया कि हर कार का उपयोग अलवर राज्य में कचरा उठाने के लिए किया जाए।
फिर कारों के आगे झाडू लगाई गई और शहर का कचरा कार से साफ होने लगा।
यह समाचार विश्व भर में आग की तरह फैल गया और रॉल्स रॉयस की इज्जत तार-तार होने लगी।
यूरोप-अमेरिका में कोई व्यक्ति कहता मेरे पार रॉल्स रॉयस कार है, तो लोग कहते कौनसी कार?
वही जिससे भारत में कचरा उठता है।
बदनामी के कारण रॉल्स रॉयस कंपनी की सेल एकदम से गिर गई।
राजा के आगे गिड़गिड़ाई कंपनी
कंपनी नुकसान में जाने लगी तो रॉल्स रॉयस कंपनी का प्रबंधन राजा जयसिंह के आगे गिड़गिड़ाने लगा। कंपनी ने राजा को कई टेलीग्राम भेजे।
कंपनी ने राजा से माफी मांगतेहुए लिखा कि वे कार से कचरा उठवाना बंद कराएं।
कंपनी ने राजा को छह कारें भेंट की।
इसके बाद जब अलवर के राजा को लगा कि कंपनी को अपनी गलती का एहसास हो गया है तो उन्होंने रॉल्स रॉयस कारों से कचरा उठवाना बंद कर दिया।
क्षत्रिय धर्म युगे युगे 🙏🚩
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जय माॅं भवानी ⚔️🙏
जय एकलिंग महाराज ⚔️🙏
[6/21, 6:17 PM] +91 98896 30060: एक गांव में एक नई कार आई
जैसे ही पहली गली में इंटर हुई
एक कुत्ता भोंकते हुए पीछे दौड़ने लगा
उसको देखकर बाजू की गली के दो कुत्ते भी साथ हो लिए
उन तीनों को कार के पीछे भोंकते हुए दौड़ता देखकर अगली गली से चार पांच कुत्ते भी उनके साथ कार के पीछे दौड़ने लगे
इसी तरह अगली गली से आठ दस कुत्ते भी शामिल हो गए
सारे कुत्ते कार के पीछे दौड़ रहे है
तभी लास्ट में शामिल हुए दस कुत्तों में से एक समझदार कुत्ते ने पूछा कि हुआ क्या है?
हम क्यों दौड़ रहे है?
तो जवाब मिला कि हमें नही पता
हम तो बस दौड़ रहे है
क्योंकि हमने इनको दौड़ते हुए देखा है
तो वो समझदार कुत्ता थोड़ा तेज दौड़ा और उनके पहले जो शामिल हुए
उनके पास गया और पूछा कि हम क्यों दौड़ रहे है?
तो पांच कुत्तों के झुंड ने जवाब दिया कि हमने इन दो कुत्तों को दौड़ते हुए देखा
इसलिए हम भी दौड़ रहे है
वो समझदार कुत्ता फिर से तेज दौड़ा और आगे के दो कुत्तों के पास जाकर वहीं सवाल पूछा तो उन्होंने सबसे आगे दौड़ रहे एक कुत्ते की तरफ इशारा किया
कि यह भोंकते हुए दौड़ रहा था
तो हमने सोचा कि हमारी कौम का है, जरूर कार ने कोई नुकसान किया होगा
तभी भोंक कर दौड़ रहा है
तो हमने सहयोग के लिए साथ दिया
अब वो समझदार कुत्ता फाइनली उस एक कुत्ते तक पहुंच ही गया जो सबसे पहले और आगे दौड़ रहा था
उससे पूछा कि क्या हुआ?
क्यों दौड़ रहे हम सब?
जवाब मिला कि तुम सब तो बेवकूफ हो
जो बिना कारण ज्ञात किये ही दौड़ रहे हो
यह कार पहली बार अपने गांव में आई है
और बिल्कुल नई है
मुझे इसके टायर पर पेशाब करना है
मैं तो इसलिए दौड़ा
इतने में कार अगली गली के घर के आगे रुकी तो हेड कुत्ते ने अपना काम किया और बाकी वाले एक दूसरे का मुंह देखते हुए बेवकूफ साबित होकर चले गए
ठीक इसी प्रकार इनका विरोध भी अग्निवीर भर्ती का है
इन्हें नही मालूम कि विरोध क्यों है
इन्होंने बस किसी कुत्तो को दौड़ते और भोंकते देखा है
तो यह लोग भी झुंड में शामिल हो लिए😜🙈
#अग्निपथ_भर्ती_योजना का सच खुद जानिए , किसी भी ऐरे गैरे नत्थू खैरे के बहकावे में ना आये ! #अग्निवीर #अग्निवीर_योजना
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