Monday, 31 July 2023

गुंडा एक्ट के तहत 9 हुये जिलाबदर* *साथ ही इन पर कड़ी नजर रखने के दिए निर्देश*

*गुंडा एक्ट के तहत 9 हुये जिलाबदर*
 *साथ ही इन पर कड़ी नजर रखने के दिए निर्देश*
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*मऊ* जिला मजिस्ट्रेट अरुण कुमार द्वारा धारा 3(1) उ0प्र0 गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए 9 लोगों को 06 माह के लिए जिलाबदर करने का आदेश जारी किया गया। जिसमें बालकृष्ण मिश्र पुत्र रमाशंकर मिश्र, निवासी बहरबार थाना हलधरपुर, राशिद अहमद पुत्र मैनुद्दीन निवासी डुमरी थाना रामपुर, इम्तियाज अहमद पुत्र शमशुल हक निवासी भदषामानोपुर थाना कोपागंज, नियाज अहमद पुत्र अब्दुल गफ्फार निवासी भदशामानों पुर थाना कोपागंज,इश्तियाक अहमद पुत्र शमशुल हक निवासी भदसामानो पुर थाना कोपागंज, असलम पुत्र एनुल हक निवासी भदसा मानो पुर थाना कोपागंज, विशाल चौहान पुत्र राम अवध निवासी दुबारी मोर्चापार थाना मधुबन, मोहम्मद तालिब उर्फ तालिब अंसारी पुत्र मोहम्मद मतलूब अंसारी निवासी मुंशीपुरा वार्ड नंबर 33 थाना कोतवाली नगर एवं राजन उर्फ राजू पुत्र महेंद्र निवासी प्रधान पुर थाना मोहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ शामिल है।
इन सभी अभियुक्तों के खिलाफ जनपद के विभिन्न थानों में कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जिला मजिस्ट्रेट ने जिला बदर के दौरान इन पर कड़ी नजर रखने एवं जनपद की सीमा के अंदर प्रवेश न करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक को दिए।

शाम की देश राज्यों से बड़ी खबरें*

*शाम की देश राज्यों से बड़ी खबरें*

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*1* हंगामे से खफा PM मोदी- ऐसा दिशाहीन विपक्ष नहीं देखा; INDIA ने की अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी -

*2* 'ईस्ट इंडिया की तरह विपक्षी दलों ने बनाया INDIA', सांसदों से बोले पीएम मोदी- काम पर ध्यान दें

*3* I.N.D.I.A पर PM मोदी बोले- ये नाम ईस्ट इंडिया कंपनी, खड़गे ने कहा- अरे मणिपुर पर बात करिए, ईस्ट इंडिया कंपनी से तुलना कर रहे

*4* मोदी सरकार और विपक्ष के संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। विपक्षी दल मोदी सरकार के खिलाफ लोक सभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है। वहीं भाजपा ने विपक्षी दलों को अविश्वास प्रस्ताव लाने की चुनौती देते हुए कहा कि वो लाए तो सही, चर्चा तो करें। इससे 2024 में उनकी सीटें और ज्यादा बढ़ जाएगी

*5* पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वो ( विपक्ष ) लाएं (अविश्वास प्रस्ताव ) तो सही, चर्चा तो करें। हम भी जवाब देंगे। सदन में बहस तो करें, बात निकलेगी तो बहुत दूर तक जाएगी

*6* आप हमें जो चाहें बुलाएं, लेकिन हम INDIA हैं', PM मोदी के बयान पर राहुल गांधी का पलटवार

*7* मणिपुर के साथ राजस्थान, बंगाल पर भी हो चर्चा, विपक्ष पर सरकार का काउंटर अटैक; अमित शाह देंगे जवाब

*8* 'LAC पर चीन की हरकतों ने रणनीतिक विश्वास को खत्म किया', चीनी NSA से अजित डोभाल की दो टूक

*9* भारी परेशानीः IRCTC की वेबसाइट हुई ठप, ट्रेन टिकट बुक नहीं करा पा रहे लोग, रेलवे ने दिया अपडेट.

*10*  'लाल डायरी' पर सचिन पायलट की चुप्पी, गुढ़ा से बनाई दूरी? मजबूरी या रणनीति 

*11* BJP के साथ गठबंधन नहीं करेगी JDS, देवेगौड़ा बोले- कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद तय होंगे उम्मीदवार

*12* हिमाचल, उत्तराखंड और राजस्थान समेत कई राज्यों में भारी बारिश के आसार, IMD ने जारी किया अलर्ट

*13* हिमाचल में 24 दिन में 27 बार बादल फटे, 158 की मौत; बद्रीनाथ हाईवे का हिस्सा ढहा, 1000 तीर्थयात्री फंसे, दिल्ली में फिर बाढ़ जैसे हालात

*14* पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर का बड़ा बयान, कहा - हमें फेंक देना चाहिए भीख का कटोरा.

*15* *IRCTC वेबसाइट और ऐप पर फिर से शुरू हुई ऑनलाइन टिकट बुकिंग, रेलवे ने सुलझाई समस्‍या*

*16* मामुली गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार,निफ्टी हरे निशान पर बंद
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फांसी पर लटका मिला कोतवाल का शव* *18 दिन पहले ही संभाला था चार्ज*

*फांसी पर लटका मिला कोतवाल का शव*
 *18 दिन पहले ही संभाला था चार्ज*
*उन्नाव*। यूपी के उन्नाव में इंस्पेक्टर कोतवाली का शव कोतवाली परिसर स्थित उनके ही सरकारी आवास फंदे से लटकता मिला। इंस्पेक्टर अशोक वर्मा ने 18 दिन पहले ही सफीपुर कोतवाली का चार्ज सम्भाला था। दो दिन पहले उन्होंने यहां गैंगरेप और हत्या के एक मामले में आरोपितों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई पूरी कराई थी। बताया जा रहा है कि रविवार की देर रात थाने का सारा काम निपटाने के बाद अशोक वर्मा अपने सरकारी आवास में गए थे। सुबह जब थाने का कर्मचारी उन्हें बुलाने गया तो उसे वहां उनका शव फंदे से लटकता मिला। इंस्पेक्टर का शव देखकर कर्मचारी के मुंह से चीख निकल गई। उसका चिल्लाना सुनकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही और सीसीटीएन जीडी में तैनात कर्मचारी मौके की ओर दौड़ पड़े। थोड़ी देर बाद पुलिस ने परिवारीजनों को घटना की सूचना दे दी। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी मौके पर पहुंचे। वर्ष 2012 बैच के आश्रित कोटे से दरोगा पद पर भर्ती हुए अशोक वर्मा मूलतः बिजनौर के रहने वाले थे। जुलाई में उनका तबादला लखनऊ रेंज के खीरी से उन्नाव कर दिया गया था। पुलिस लाइन उन्नाव में आमद कर आते ही पांच जुलाई को एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने उन्हें सफीपुर कोतवाली प्रभारी पद की कमान सौंपी थी।

Sunday, 30 July 2023

विदेशी एजेंसियों द्वारा जानबूझकर जानकारी को तोड़-मरोड़कर पेश करना भारत के खिलाफ अस्थिरता के नैरेटिव को बढ़ावा देता है*

*विदेशी एजेंसियों द्वारा जानबूझकर जानकारी को तोड़-मरोड़कर पेश करना भारत के खिलाफ अस्थिरता के  नैरेटिव को बढ़ावा देता है*

हाल के दिनों में, भारत को अपनी सीमाओं के भीतर अस्थिरता के बीज बोने के उद्देश्य से विदेश आधारित मानहानि के प्रयासों में चिंताजनक वृद्धि का सामना करना पड़ा है। विभिन्न एजेंडों से प्रेरित, जानबूझकर दुष्प्रचार अभियानों ने विश्व स्तर पर भारत की छवि को खराब करने और इसके सामाजिक ताने-बाने को बाधित करने की कोशिश की है। ये प्रयास गलत सूचनाओं, झूठी कहानियों और चयनात्मक रिपोर्टिंग से प्रेरित हैं और राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत, राजनीतिक स्थिरता और सामाजिक सद्भाव पर निशाना साधते  हुए उसके बारे में विकृत दृष्टिकोण का प्रचार करते हैं। भारत को बदनाम करने के पीछे इस तरह की दुर्भावनापूर्ण मंशा न केवल इसकी प्रगति और एकता को कमजोर करती है, बल्कि डिजिटल युग में उभरती चुनौतियों के सामने आलोचनात्मक सोच, मीडिया साक्षरता और जिम्मेदार सूचना प्रसार की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालती है।

हालांकि वैश्विक सहयोग और समझ को बढ़ावा देने में कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा निभाई गई रचनात्मक भूमिका को स्वीकार करना महत्वपूर्ण है, ऐसे उदाहरण भी हैं जहां कुछ संगठनों ने अनजाने में या जानबूझकर चुनिंदा जानकारी के प्रसार के माध्यम से भारत की बदनामी में योगदान दिया है। यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि यह संपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के रुख या कार्यों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। हालाँकि, पूर्वाग्रहों या गुप्त उद्देश्यों से प्रेरित कुछ संगठनों ने कई बार व्यापक संदर्भ और जटिलताओं को नजरअंदाज करते हुए भारत के भीतर विशिष्ट घटनाओं या मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। इस तरह की चयनात्मक रिपोर्टिंग नकारात्मक आख्यानों को बढ़ावा दे सकती है, जमीनी हकीकतों को गलत तरीके से पेश कर सकती है और अनजाने में भारत की बदनामी में योगदान कर सकती है तथा रचनात्मक बातचीत और सटीक समझ के प्रयासों को कमजोर कर सकती है। द संडे गार्जियन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद द्वारा कठपुतली के रूप में इस्तेमाल किए जाने के अलावा, भारतीय अमेरिकी मुस्लिम काउंसिल (आईएएमसी) और इस्लामिक सर्कल ऑफ नॉर्थ अमेरिका (आईसीएनए) जैसे संगठनों का उपयोग, अन्य पश्चिमी एजेंसियों द्वारा भी किया जाता है, ताकि वे भारत की सीमा के भीतर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा जैसे मुद्दों को गढ़कर भारत की "सॉफ्ट पॉवर" को कमजोर कर सकें। IAMC के प्रमुख शेख उबैद और उनके दोस्त अब्दुल मलिक मुजाहिद ने इस्लामिक सर्कल ऑफ नॉर्थ अमेरिका (ICNA) - जो जमात-ए-इस्लामी , पाकिस्तान का अमेरिकी फ्रंट है, का नेतृत्व किया। आईसीएनए क लश्कर-ए-तैयबा सहित पाक स्थित आतंकवादी समूहों के साथ संबंधों जग जाहिर हैं। IAMC का नेतृत्व वर्तमान में रशीद अहमद कर रहे हैं, जो एक अन्य संदिग्ध फ्रंट, इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (IMANA) के कार्यकारी निदेशक (2008-17) थे। IMANA अमेरिका में मुस्लिम ब्रदरहुड फ्रंट इस्लामिक सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (ISNA) से भी जुड़ा हुआ है। द संडे गार्डियन की रिपोर्ट में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि IMANA के संचालन निदेशक, जाहिद महमूद पहले पाकिस्तानी नौसेना में कार्यरत थे।
यह निर्विवाद है कि, किसी भी राष्ट्र की तरह, भारत को अल्पसंख्यक समुदायों सहित अपने सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार और अवसर सुनिश्चित करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज को बढ़ावा देने के लिए इन मुद्दों को स्वीकार करना और उनका समाधान करना आवश्यक है। हालाँकि, वैध चिंताओं और देश के भीतर अस्थिरता को बनाए रखने के लिए जानकारी के जानबूझकर दुरुपयोग के बीच अंतर करना महत्वपूर्ण है। आंतरिक मुद्दों को रचनात्मक बातचीत, कानूनी ढांचे और समावेशी नीतियों के माध्यम से संबोधित किया जाना चाहिए, जिससे भारतीय समाज को विकसित और सुधार करने में मदद मिल सके। जटिल मुद्दों की अधिक सूक्ष्म और व्यापक समझ विकसित करने के लिए विविध स्रोतों से जानकारी प्राप्त करना, दावों का आलोचनात्मक मूल्यांकन करना और खुली और ईमानदार बातचीत को बढ़ावा देना आवश्यक है। विभाजनकारी आख्यानों को बढ़ावा देने और अस्थिरता को कायम रखने के लिए जानकारी का दुरुपयोग, न केवल प्रगति को कमजोर करता है, बल्कि एक सामंजस्यपूर्ण और समृद्ध राष्ट्र बनाने के प्रयासों में भी बाधा डालता है।

फरहत अली खान
एम. ए. गोल्ड मेडल मेडलिस्ट

Wednesday, 26 July 2023

लखनऊ।* 14 जुलाई से लेकर 16 जुलाई तक आम महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।बताया जा रहा था कि आम महोत्सव में जितने भी आमों की प्रदर्शनी लगी है उसे प्रदेश भर के किसानों ने लगाया है

*# aum tv*

*लखनऊ।* 14 जुलाई से लेकर 16 जुलाई तक आम महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।बताया जा रहा था कि आम महोत्सव में जितने भी आमों की प्रदर्शनी लगी है उसे प्रदेश भर के किसानों ने लगाया है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी यहां पर आए और उन्होंने किसानों को उनके इस काम के लिए पुरस्कार देकर सम्मानित किया था लेकिन अब इस पूरे मामले में नया खुलासा हुआ है.दरअसल, मुख्यमंत्री के हाथों पुरस्कार पाने वाले ज्यादातर किसान फर्जी थे।कुछ विभागीय कर्मचारी थे तो कुछ ड्राइवर थे। ऐसे में इस पूरे मामले की जांच बैठ गई है और सभी किसानों को नोटिस जारी कर दिया गया है। जांच में गलत पाए जाने पर फर्जी किसानों से पुरस्कार वापस लिए जाएंगे और उनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।आपको बता दें कि इस बार आम महोत्सव में अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति ने भी अपना बैनर नहीं लगा था। सभी किसानों में पहले से ही आक्रोश था क्योंकि उनका नाम लिस्ट से काट दिया गया था। जबकि असली किसान यही हैं जो साल भर मेहनत करते हैं।

हत्यारोपी को सश्रम आजीवन कारावास की सजा*गोण्डा। न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ने हत्या के मामले में दो

*हत्यारोपी को सश्रम आजीवन कारावास की सजा*



गोण्डा। न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ने हत्या के मामले में दो आरोपी को आजीवन कारावास और 50000-50000 रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। और कहा कि अर्थदंड न अदा करने पर प्रत्येक अभियुक्त गण को छह -छह माह का अतिरिक्त साधारण कारावास की सजा भुगतनी होगी। तथा भारतीय दंड संहिता 504 के तहत 1-1 वर्ष का साधारण कारावास तथा 1000-1000 रुपये का अर्थदंड लगाया गया। अर्थदंड न जमा करने पर 10-10 दिन का अतिरिक्त कारावास भुगतने की भी सजा सुनाई ।
घटना गोंडा जिले के थाना मोतीगंज से संबंधित है जहां 
गोंडा जिले के रामशरन चौहान पुत्र राम मिलन चौहान निवासी ग्राम भोरहा मुड़ाहीघाट थाना मोतीगंज जनपद गोंडा द्वारा थाना मोतीगंज में वर्ष 2018 में एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया था जिसमें उन्होंने बताया था कि मैं और मेरा लड़का अरविंद चौहान 8 नवंबर 2018 को ठेले से धान की ढुलाई कर रहे थे कि विपक्षी उदयभान शुक्ला और हरिभान शुक्ला पुत्रगण अमेरिका शुक्ला निवासीगण भोरहा मुड़ाहीघाट थाना मोतीगंज रास्ते में आकर मेरे बेटे को भद्दी भद्दी गालियां देने लगे और धान की धुलाई करने से रोकने लगे गाली का विरोध करने पर मेरे पुत्र को गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले में पुलिस बल द्वारा अपराधी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय भेजा गया। जोरदार बहस और दोनों पक्षों को सुनने के बाद माननीय न्यायालय द्वारा दोनों अभियुक्तों को सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के साथ-साथ 50, 000-50,000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया। हत्या में शामिल दोषियों को सजा दिलाने में अभियोजन पक्ष की ओर से  श्री अभिनव चतुर्वेदी शासकीय अधिवक्ता व वादी/पीड़ित अधिवक्ता प्रमोद कुमार चौहान की भूमिका सराहनीय रही

शाम देश राज्यों से बड़ी खबरें* 👇*===============================**1* नया प्रगति मैदान हुआ वर्ल्ड क्लास, पीएम मोदी ने की ITPO कॉम्प्लेक्स में पूजा, श्रमजीवियों का किया सम्मान*2* कारगिल विजय दिवस के 24 साल पूरे हो चुके हैं. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए सर्वोच्च पराक्रम दिखाने वाले भारतीय सेना के जवानों को याद किया

*शाम देश राज्यों से बड़ी खबरें*

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*1* नया प्रगति मैदान हुआ वर्ल्ड क्लास, पीएम मोदी ने की ITPO कॉम्प्लेक्स में पूजा, श्रमजीवियों का किया सम्मान

*2* कारगिल विजय दिवस के 24 साल पूरे हो चुके हैं. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए सर्वोच्च पराक्रम दिखाने वाले भारतीय सेना के जवानों को याद किया

*3* लोकसभा में चल गया विपक्ष का दांव, सरकार के खिलाफ स्वीकार हुआ INDIA का अविश्वास प्रस्ताव

*4* मणिपुर पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर, लोकसभा स्पीकर बोले- सभी दलों से बातचीत के बाद बहस का वक्त तय करेंगे

*5* सवाल उठ रहा है कि आखिर संसद में संख्याबल कम होने के बावजूद विपक्ष की तरफ से ये अविश्वास प्रस्ताव क्यों लाया जा रहा है? इसके क्या सियासी मायने हैं? आइए समझते हैं.

*6* 'विपक्ष हर हाल में चर्चा के केंद्र बिंदु में बने रहना चाहता है। सरकार को हावी होने का मौका नहीं देना चाहता है। विपक्ष मांग कर रहा है कि मणिपुर मामले में पीएम मोदी सदन में बयान दें। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए विपक्ष पीएम मोदी को संसद में बुलाने की कोशिश कर रहा है।

*7* अविश्वास प्रस्ताव पर सच साबित हुई PM मोदी की 2018 की भविष्यवाणी, पीएम मोदी का 2018 का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पीएम मोदी ने विपक्ष से कहा था कि आप अच्छी तैयारी करें, 2023 में आपको अविश्वास प्रस्ताव लाने का एक और मौका मिलेगा

*8* मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव आने दीजिए, सरकार तैयार है। हम मणिपुर पर चर्चा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले वे चाहते थे चर्चा। जब हम सहमत हुए, तो उन्होंने नियमों का मुद्दा उठाया। जब हम नियमों पर सहमत हुए, तो वे नया मुद्दा लेकर आए कि पीएम आएं और चर्चा शुरू करें। मुझे लगता है कि ये सभी बहाने हैं।

*9* पीएम हमें आतंकवादी कहते हैं, अमित शाह भावुक खत लिखते हैं,'देश देख रहा आपकी कथनी-करनी का अंतर': संसद में गतिरोध को लेकर खरगे की शाह को चिट्ठी, बोले- हम हर कीमत चुकाएंगे

*10* मेरा माइक बंद किया गया', हंगामे के बीच राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे बोले- अपमान हुआ

*11* 'हम LOC पार कर सकते हैं और जरुरत पड़ने पर भविष्य में करेंगे', कारगिल दिवस पर पाक को राजनाथ सिंह की दो टूक

*12* ED चीफ संजय मिश्रा का कार्यकाल बढ़ाने के लिए फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंची केंद्र सरकार, 27 जुलाई को सुनवाई

*13*  'नाम बदलने से कारनामे नहीं बदलते...' I.N.D.I.A गठबंधन पर वसुंधरा राजे का निशाना

*14* केवल ईडी, सीबीआई, आईटी हैं राजग के तीन मजबूत दल : उद्धव ठाकरे.

*15* छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला मामला: कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य विजय दर्डा को चार साल की सजा

*16* ऐसी बेटी का बाप बना ही क्यों मैं; रो पड़े पाकिस्तान में फातिमा बन निकाह करने वाली अंजू के पिता

*17* इंडिया-पाकिस्तान मैच एक दिन पहले हो सकता है, अहमदाबाद में 15 अक्टूबर को होना है मुकाबला, एजेंसियां बोलीं- इसी दिन नवरात्रि, तारीख बदलें

*18* 22 राज्यों में तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट, गंगा-यमुना समेत कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर

*19* शेयर बाजार में तेजी का रुख, सेंसेक्स निफ्टी दोनों में जोरदार उछाल, 
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पति ने पहले पत्नी पर डाला तेजाब फिर कर दी हत्या* *बचाव मे आई बेटी पर भी किया हमला**कमरों में फैला खून दे रहा था दरिंदगी की गवाही* *खिड़की से मदद मांगती रहीं मां-बेटी पर**

*पति ने पहले पत्नी पर डाला तेजाब फिर कर दी हत्या* 
*बचाव मे आई बेटी पर भी किया हमला*
*कमरों में फैला खून दे रहा था दरिंदगी की गवाही*
 *खिड़की से मदद मांगती रहीं मां-बेटी पर*
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*कानपुर* कानपुर के दर्शनपुरवा में सोमवार शाम पति ने अवैध संबंधों के शक में पत्नी पर तेजाब डालने के बाद चापड़ से काटकर नृशंस हत्या कर दी। बचाव में आई बेटी पर भी जानलेवा हमला करके फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस हत्यारोपी की तलाश में जुटी है। दर्शनपुरवा निवासी अर्जुन सोनी सोमवार को पत्नी सोनी की हत्या के पूरे इरादे से पहुंचा था। घर के अंदर घुसते ही सबसे पहले अंदर से ताला डाला, इसके बाद पत्नी पर तेजाब डालकर तड़पाता रहा। मां-बेटी खिड़की से झांककर बार-बार मदद की गुहार लगाती रहीं, लेकिन दरवाजा बंद होने की वजह से पड़ोसी बेबस देखते रहे। अर्जुन दर्शनपुरवा में शकुंतलादेवी के मकान के ग्राउंड फ्लोर में 45 सौ रुपये किराये पर दो सालों से रह रहा है। शकुंतलादेवी ने बताया कि मृतका के तीनों बेटे अमित, सुमित और अंकुर कपड़े की दुकान में काम करते हैं। अमित, सुमित किसी काम से बहराइच गए थे। शाम करीब पांच बजे अर्जुन के घर से चीख पुकार की जोर से आवाजें आने लगीं तो वे पहली मंजिल से नीचे उतर आईं।
आसपास रहने वाले अर्पित शर्मा, सुमन वर्मा, संध्या, रामू भी घरों से बाहर आकर अर्जुन के घर की ओर देखने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अर्जुन ने घर के अंदर करीब आधे घंटे तक खूनी खेल खेला। मेन गेट अंदर से बंद होने के कारण वे सभी बेबस खड़े रहे। खून से लथपथ सोनी घर की खिड़की पर आकर दोनों हाथ बाहर निकालकर लोगों से मदद की गुहार लगाती रही। मां के पीछे खड़ी वैष्णवी भी खून से लथपथ पिता से लिपटकर पीछे खींच रही थी। तभी अर्जुन ने हाथ में ली हुई शीशी से सोनी पर पीछे से कई बार तेजाब डाला। पड़ोसी मदद के लिए खिड़की की ओर बढ़े तो अर्जुन ने उन पर भी तेजाब डाल दिया। इससे बाहर खड़े पड़ोसी भी मामूली रूप से झुलस गए। सामने रहने वालीं सुमन की साड़ी जल गई। इस बीच अर्जुन सोनी को बालों से पकड़कर घसीटते हुए बाथरूम के पास ले गया और चापड़ से कई बार सिर, छाती, चेहरे पर अनगिनत वार करके हत्या कर दी।
मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से 10 फिंगरप्रिंट जुटाए हैं। दो कमरों के घर में आंगन से लेकर कमरे, बाथरूम और किचन तक में खून फैला मिला। कमरे में रखा फ्रिज पलटा हुआ था। गृहस्थी का पूरा सामान बिखरा था। कमरों और आंगन में टूटी हुई चूड़ियां बिखरी थीं। सोनी के गले की माला भी टूटी मिली। चादर और कपड़े खून से रंगे मिले। ऐसे में साफ है कि सोनी ने अपनी जान बचाने के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष किया था। वहीं, अर्जुन उसे किसी भी सूरत में जिंदा नहीं छोड़ना चाहता था। बचाव में आई बेटी तक को नहीं बख्शा। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि अर्जुन मूलरूप से उन्नाव के शुक्लागंज का रहने वाला था। वह दो से चार दिनों में घर आता था और जब भी घर आता था, तो दंपती और बच्चों के बीच सारा दिन झगड़ा होता था। लोगों ने अर्जुन व बच्चों की गैर मौजूदगी में किसी अनजान शख्स को भी कई बार घर में आते-जाते देखा था। मकान मालकिन शकुंतलादेवी ने बताया कि किराये पर रहने आया परिवार एक साल तक बहुत शांत रहता था। इसके बाद तो दिन रात झगड़ा होने लगा था। रविवार रात को भी दंपती में काफी देर तक झगड़ा हुआ था। इसे लेकर उन्होंने विरोध भी करते हुए मकान खाली करने के लिए कहा था। हाल में उसने घर में आए एक युवक को गली के बाहर लाकर पीटा भी था।
अर्जुन की हैवानियत देखकर आसपास के लोग इस कदर दहशत में आ गए कि हत्यारोपी अर्जुन वारदात को अंजाम देने के बाद गेट खोलकर 20 लोगों के सामने से निहत्था निकल गया। किसी ने उसे पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटाई। मकान मालकिन शकुंतलादेवी ने बताया कि वह अर्जुन से चीख-चीखकर कहती रहीं कि ऐसा न करे, लेकिन उसने एक न सुनी। करीब आधे घंटे बाद उसने अंदर से बंद ताला खोला और नंगे पांव, खून से सने कपड़े पहने हुए खाली हाथ पी-रोड की ओर भागता चला गया। शकुंतलादेवी के अनुसार उन्होंने लोगों से उसे पकड़ने के लिए चिल्लाया भी लेकिन कोई आगे नहीं बढ़ा। हत्यारोपी अर्जुन को पकड़ने के लिए तीन टीमों को रवाना किया गया है। वहीं, देर रात पुलिस ने अर्जुन की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए लोगों से उसे पकड़वाने की अपील की है।

2000 हजार के बाद अब 500 के भी नोट बंद करेगी सरकार*

*2000 हजार के बाद अब 500 के भी नोट बंद करेगी सरकार* 
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*नई दिल्ली*। आरबीआई ने 2000 के नोटों को 19 मई 2023 को सर्कुलेशन से बाहर करने के लिए कहा था। बैंक ने लोगों को राहत देने के लिए सितंबर तक टेंडर में बने रहने की बात कही थी। अब 2000 के नोटों को बैंक में जमा करने की तारीख करीब आ रही है। लोगों के बीच चर्चा है कि 2000 के नोट बंद होने के बाद 500 रुपए के नोटों के बारे में तरह तरह की बाते हो रही हैं कि कहीं 2000 रुपए के नोट की तरह 500 रुपए के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर किया जाएगा या नहीं।
500 रुपए के नोट को वापस लेने के लिए सरकार ने दिया जवाब
500 रुपए के नोटों के बंद होने की चर्चाओं के बीच संसद के मॉनसून सत्र में वित्त मत्रालय से सवाल किया गया। ये भी पूछा कि 1000 रुपए के नोट दोबारा शरू होंगे या नहीं। जवाब में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने ऐसी खबरों को साफ इनकार दिया।
कहा कि 500 रुपए के नोटों को बंद करके दोबारा 1000 रुपए के नोटों को शुरू नहीं करने जा रही है। कहा कि सरकार ने 2000 रुपये के नोटों को चरणबद्ध तरीके से मार्केट से हटाया है। इसके साथ ही सरकार ने इसके बदले 500 रुपये के नोटों की पर्याप्त मात्रा में बफर स्टॉक रखा है, लेकिन 2000 रुपए के नोट की तरह 500 रुपए के नोट सर्कुलेश से बाहर नहीं किए जाएंगे।

बसपा सरकार मे मंत्री रहे अकबर हुसैन का पुत्र हुआ हनीट्रैप का शिकार**युवती ने मांगे 15 लाख रुपये, न देने पर दी ये धमकी***मुरादाबाद*

*बसपा सरकार मे मंत्री रहे अकबर हुसैन का पुत्र हुआ हनीट्रैप का शिकार*
*युवती ने मांगे 15 लाख रुपये, न देने पर दी ये धमकी*
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*मुरादाबाद* बसपा सरकार में मंत्री रहे हाजी अकबर हुसैन का बेटा डॉ. नईम अकबर हनी ट्रैप का शिकार हो गया। उसने एक युवती पर हनी ट्रैप में फंसाकर रुपये ऐंठने का आरोप लगाया है। युवती और उसके परिवार के लोग पंद्रह लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। रकम न मिलने पर केस में फंसाने की धमकी दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।
थाना क्षेत्र के जलालपुर खास निवासी डॉक्टर नईम अकबर ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि वह एमबीबीएस करने के बाद विभिन्न अस्पतालों में कार्य कर चुके हैं। वह वर्तमान में श्री सत्यसाईं मेडिकल कॉलेज अम्मापेटाई, चंगलपट, तमिलनाडू से एमएस की पढ़ाई कर रहे हैं। उसके पिता हाजी अकबर हुसैन कई बार विधायक रह चुके हैं और बसपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पूर्व मंत्री के बेटे ने बताया कि पड़ोसी गांव की रहने वाली एक युवती ने उसको अपने प्रेमजाल में फंसाने की नियत से प्यार भरी बात करनी शुरू कर दी थी। व्हाट्सअप पर अपने फोटो भी भेजने शुरू कर दिए थे। जब वह अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली में कार्य करते थे। तब युवती दिल्ली में आकर उनसे मिली और अपने साथ घुमाने के लिए ले गई थी। इसके बाद उसके मोबाइल पर अश्लील फोटो भी भेजने शुरू कर दिए।
दो तीन बार निर्वस्त्र होकर वीडियो कॉल भी थी। इसके बाद में युवती ने उनसे रुपये भी मांगने शुरू कर दिए थे। जिसको वह पूरा नहीं कर सकता था। इसी बीच वह उसके जाल में फंसने पर थोड़े रुपये भी देने लगा लेकिन धीरे- धीरे मांग बढ़ती गई। मांग पूरी करने से मना करने पर युवती ने कहा कि मुझे रुपये दो या फिर शादी करो, वरना तुम्हें बदनाम कर दूंगी। साथ ही जहर खाने और आत्महत्या करने की धमकी देने लगी।
डॉक्टर का कहना है कि इन धमकियां से वह भयभीत हो गए। और पैसे देने लगे। तीस जून को ईद उल जुहा पर अपने घर आया तो इस युवती ने मोबाइल पर उससे 15 लाख रुपये की मांग की। डॉक्टर ने रुपये देने से इंकार किया तो युवती ने झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी। गलियां देते हुए उसके परिवार को भी मुकदमे में फंसाकर तबाह करने की धमकी दी।
डॉक्टर का कहना है कि इस बातचीत की रिकॉर्डिंग पेन ड्राइव में मौजूद है। डॉक्टर का आरोप कि युवती ने उसको हनीट्रैप के जरिये अपने जाल में फंसा लिया है। डॉक्टर ने अपने परिवार से बात की। तब डॉक्टर के भाई वसीम अकबर ने युवती के पिता से बात की तो युवती की बुआ ने भी अभद्रता की। साथ ही कहने लगी कि अगर बात नहीं मानी तो तुम्हारे परिवार को जेल में डलवा देंगे और इतने मुकदमे लिखवाए कि जिंदगी भर बाहर भी नहीं निकलेंगे। इस साजिश में युवती का भाई भी शामिल हैं। प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि आईपीसी की धारा 385, 388, 504 और 120बी के तहत दर्ज हुए मुकदमे की विवेचना शुरू कर दी और साक्ष्यों के आधार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Monday, 24 July 2023

महिलाएं जितनी शक्तिशाली होगी: राष्ट्र उतना ही मजबूत होगा*

*महिलाएं जितनी शक्तिशाली होगी: राष्ट्र उतना ही मजबूत होगा*

भारत में मुस्लिम महिलाओं के इर्द-गिर्द एक रूढ़िबद्ध नकारात्मक धारणा है। उन्हें सामान्य महिलाओ से भिन्न रूप में देखा जाता है जहां विभिन्न धार्मिक नेताओं और विद्वानों द्वारा समय-समय पर जारी किए गए धार्मिक फतवों द्वारा उनके जीवन के हर कदम को नियंत्रित किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि वे मुस्लिम पर्सनल लॉ द्वारा कड़ाई से नियंत्रित होती हैं। वास्तव में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की हजारों मुस्लिम महिलाएं, राष्ट्र निर्माण में विविध तरीकों से योगदान करते हुए न तो एक जैसी दिखती है और ना ही एक जैसी लगती है।

ऐसी हजारों मुस्लिम महिलाएं है जिन्होंने हर क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। हाल ही में कोलकाता में जर्दा सितारा पुरस्कार वितरण ने हमें महिलाओं से जुड़ी रूढ़िवादिता को तोड़ने का अवसर प्रदान किया है। उनमें से उल्लेखनीय है, केरल के पलक्कड़ से | सायनाबा यूसुफ का कृषि के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना, भिलाई, छत्तीसगढ़ से सुरेया बानो, मेरठ, यूपी से जैनब खान शिक्षा के क्षेत्र में चमक रही हैं। कॉस्ट्यूम ज्वेलर के रूप में करियर शुरू करने और सभी बाधाओं के बावजूद सफल होने के दौरान उजमा फिरोज को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, साबूही अज़ीज़ ने युवा मुस्लिम लड़कियों को एक मंच प्रदान करने के लिए काम करते हुए ऑल बंगाल मुस्लिम वुमन एसोसिएशन जैसे एनजीओ में उपस्थिति दर्ज कराई, जहां वे अपनी प्रतिभा को व्यक्त कर सकती हैं, लाखों लोगों के लिए मार्गदर्शक है।

प्रारंभिक इस्लामी इतिहास के अध्ययन से पता चलता है कि मुस्लिम महिलाओं ने स्वतंत्रता का आनंद लिया और जीवन के सभी क्षेत्रों में सक्रिय भाग लिया। वास्तव में, उन्होंने सफलता को अपनी शर्तों पर परिभाषित किया और साबित किया कि वे ही समाज के वास्तविक शिल्पकार हैं। कुछ प्रसिद्ध नाम जिनके कारनामों और उपलब्धियों का उल्लेख किया जाना चाहिए, उनमें पैगंबर मोहम्मद की पत्नी हजरत आयशा शामिल हैं, जिन्होंने हदीस की एक महत्वपूर्ण कथावाचक होने के अलावा अपनी बुद्धिमत्ता और विद्वता के माध्यम से इस्लाम के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया। उनकी बुद्धि और सीखने की क्षमता ने उन्हें अपने समय के कई पुरुषों से श्रेष्ठ बना दिया। इससे हमें पता चलता है कि इस्लाम ने महिलाओं को पिछड़े होने के लिए मजबूर नहीं किया बल्कि इस्लाम के अध पढ़े-लिखे प्रचारकों ने इस्लाम को महिलाओं के लिए रूढ़िवादी और पराया बना दिया। वास्तव में, पैगंबर मुहम्मद ने हमेशा महिला उत्थान में विश्वास किया। पवित्र कुरान की शिक्षाओं ने न केवल नारी जाति को असंख्य परेशानियों और अमानवीय व्यवहार की दुर्दशा से छुटकारा दिलाया, बल्कि उनकी स्थिति को गरिमा के साथ उत्कृष्टता तक बढ़ा दिया।

कार्रवाई का एकमात्र तरीका जो मुस्लिम महिलाओं की प्रगति और सफलता सुनिश्चित करेगा, वह अपने गौरवशाली सफल पूर्ववर्तियों के नक्शे कदम पर चलना है। पैगंबर के समय के साथ-साथ समकालीन युग से ऊपर दिए गए उदाहरणों से पता चलता है कि शैक्षिक स्तर में सुधार सीधे मुस्लिम महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करते हैं, लेकिन इस दिशा में उपलब्धियां काफी हद तक लैंगिक समानता के प्रति लोगों के रवैये पर निर्भर करती है।

आधुनिक समय में महिला सशक्तीकरण की खोज नेतृत्व के मुद्दे से अभिन्न रूप से जुड़ी हुई है। मुस्लिम महिलाओं की एक महत्वपूर्ण संख्या ने सर्वोच्च पदों पर आसीन होकर अपने अपने राष्ट्र का सक्षम नेतृत्व किया है, अन्य लोग अभी भी रूढ़िवाद और धार्मिक हठधर्मिता की बेड़ियों में जकड़े हुए हैं। इस्लाम के संदर्भ में आज की दुनिया की जटिल वास्तविकताओं को ध्यान में रखते हुए कुरान, सुन्नत और न्यायिक प्रवचन के प्रकाश में मुस्लिम महिलाओं की वास्तविक राजनीतिक स्थिति पर प्रकाश डालना महत्वपूर्ण है।

फरहत अली खान
एम ए
गोल्ड मेडिलिस्ट

Friday, 21 July 2023

कुछ ऐसे शब्द जिनको हमने कई बार सुना किंतु उनके अर्थ नही जानते, आइए जाने वो शब्द एवम उनके अर्थ।🚩🔱

🕉️🚩कुछ ऐसे शब्द जिनको हमने कई बार सुना किंतु उनके अर्थ नही जानते, आइए जाने वो शब्द एवम उनके अर्थ।🚩🔱

सामान्य ज्ञान  विशिष्ट शब्दों का अर्थ इस प्रकार समझना चाहिए ।

🚩पंचोपचार – गन्ध , पुष्प , धूप , दीप तथा नैवैध्य द्वारा पूजन करने को ‘पंचोपचार’ कहते हैं।

पंचामृत – दूध ,दही , घृत, मधु { शहद ] तथा शक्कर इनके मिश्रण को ‘पंचामृत’ कहते हैं।

 पंचगव्य – गाय के दूध ,घृत , मूत्र तथा गोबर इन्हें सम्मिलित रूप में ‘पंचगव्य’ कहते हैं।

🚩 षोडशोपचार – आवाहन् , आसन , पाध्य , अर्घ्य ,
आचमन , स्नान , वस्त्र , अलंकार , सुगंध , पुष्प , धूप ,
दीप , नैवैध्य , ,अक्षत , ताम्बुल तथा दक्षिणा इन
सबके द्वारा पूजन करने की विधि को ‘षोडशोपचार’
कहते हैं।

🚩 दशोपचार – पाध्य ,अर्घ्य ,आचमनीय , मधुपक्र , आचमन , गंध , पुष्प ,धूप , दीप तथा नैवैध्य द्वारा पूजन करने की विधि को ‘दशोपचार’ कहते हैं।

🪷 त्रिधातु –सोना , चांदी और लोहा कुछ आचार्य सोना ,चांदी , तांबा इनके मिश्रण को भी ‘त्रिधातु’ कहते हैं।

🪷 पंचधातु – सोना , चांदी , लोहा ,तांबा और जस्ता।

 अष्टधातु – सोना , चांदी, लोहा ,तांबा , जस्ता , रांगा ,कांसा और पारा।

 नैवैध्य –खीर , मिष्ठानआदि मीठी वस्तुये।

 नवग्रह –सूर्य , चन्द्र , मंगल , बुध , गुरु , शुक्र , शनि , राहु और केतु।

 नवरत्न – माणिक्य , मोती ,मूंगा ,पन्ना ,पुखराज , हीरा ,नीलम , गोमेद , और वैदूर्य।

 अष्टगंध – अगर , तगर , गोरोचन , केसर ,कस्तूरी ,,श्वेत चन्दन , लाल चन्दन और सिन्दूर देव पूजन 

 अगर , लाल चन्दन ,हल्दी , कुमकुम , गोरोचन , जटामासी ,शिलाजीत और कपूर [ देवी पूजन हेतु]

 गंधत्रय – सिन्दूर , हल्दी , कुमकुम।

 पञ्चांग – किसी वनस्पति के पुष्प , पत्र ,फल , छाल ,और जड़।

 दशांश – दसवां भाग।

 भोजपत्र – एक वृक्ष की छाल
मन्त्र प्रयोग के लिए भोजपत्र का ऐसा टुकडा लेना चाहिए ,जो कटा-फटा न हो।

 मन्त्र धारण –किसी भी मन्त्र
को स्त्री पुरुष दोनों ही कंठ में धारण कर सकते हैं ,परन्तु यदि भुजा में धारण करना चाहें तो पुरुषको अपनी दायीं भुजा में और स्त्री को बायीं भुजा में धारण करना चाहिए।

 मुद्राएँ –हाथों की अँगुलियों को किसी विशेष स्तिथि में लेने कि क्रिया को‘मुद्रा’ कहा जाता है। मुद्राएँ अनेक प्रकार की होती हैं।

 स्नान –यह दो प्रकार का होता है।बाह्य तथा आतंरिक,बाह्य स्नान जल से तथा आन्तरिक स्नान जप द्वारा होता है।

 तर्पण –नदी , सरोवर ,आदि के जल में घुटनों तक पानी में खड़े होकर ,हाथ की अंजुली द्वारा जल गिराने की क्रिया को ‘तर्पण’ कहा जाता है। जहाँ नदी , सरोवर आदि न हो ,वहां किसी पात्र में पानी भरकर भी ‘तर्पण’ की क्रिया संपन्न कर ली जाती है।

 आचमन – हाथ में जल लेकर उसे अपने मुंह में डालने की क्रिया को आचमन कहते हैं।

 करन्यास –अंगूठा , अंगुली , करतल तथा करपृष्ठ पर मन्त्र जपने को ‘करन्यास’ कहा जाता है।

 हृद्याविन्यास –ह्रदय आदि अंगों को स्पर्श करते हुएमंत्रोच्चारण को ‘हृदय्विन्यास’ कहते हैं।

 अंगन्यास – ह्रदय ,शिर , शिखा , कवच , नेत्र एवं करतल – इन 6 अंगों से मन्त्र का न्यास करने की क्रिया को ‘अंगन्यास’ कहते हैं।

 अर्घ्य – शंख , अंजलि आदि द्वारा जल छोड़ने को अर्घ्य देना कहा जाता है घड़ा या कलश में पानी भरकर रखने को अर्घ्य-स्थापन कहते हैं।अर्घ्य पात्र में दूध ,तिल , कुशा के टुकड़े , सरसों , जौ , पुष्प , चावल एवं कुमकुम इन सबको डाला जाता है।

 पंचायतन पूजा – इसमें पांच देवताओं – विष्णु , गणेश ,सूर्य , शक्ति तथा शिव का पूजनकिया जाता है।

 काण्डानुसमय – एक देवता के पूजाकाण्ड को समाप्त कर ,अन्य देवता की पूजा करने को ‘काण्डानुसमय’ कहते हैं।

 उद्धर्तन – उबटन।

 अभिषेक – मन्त्रोच्चारण करते हुए शंख से सुगन्धित जल छोड़ने को ‘अभिषेक’ कहते हैं।

 उत्तरीय – वस्त्र।

 उपवीत – यज्ञोपवीत [ जनेऊ]।

 समिधा – जिन लकड़ियों को अग्नि में प्रज्जवलित कर होम किया जाता है उन्हें समिधा कहते हैं।समिधा के लिए आक ,पलाश , खदिर , अपामार्ग , पीपल ,उदुम्बर ,शमी , कुषा तथा आम कीलकड़ियों को ग्राह्य माना गया है।

 प्रणव –ॐ।

 मन्त्र ऋषि – जिस व्यक्ति ने सर्वप्रथम शिवजी के मुख से मन्त्र सुनकर उसे विधिवत सिद्ध किया था ,वह उस मंत्र का ऋषि कहलाता है। उस ऋषि को मन्त्र का आदि गुरु मानकर श्रद्धापूर्वक उसका मस्तक में न्यास किया जाता है।

 छन्द – मंत्र को सर्वतोभावेन आच्छादित करने की विधि को ‘छन्द’ कहते हैं।यह अक्षरों अथवा पदों से बनताहै। मंत्र का उच्चारण चूँकि मुख से होता है अतः छन्द का मुख से न्यास किया जाता है।🚩 सांदीपनि गुरुकुल स्वाध्याय केंद्र उज्जैन 8602666380/6260144580🙏🪷

Tuesday, 18 July 2023

स्वस्थ लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष न्यायपालिका, सतर्क प्रशासन*

*स्वस्थ लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष न्यायपालिका, सतर्क प्रशासन*

उत्तरकाशी के पुरोला कस्बे (जिला पुरोला) की हालिया घटना ने लव जिहाद के मुद्दे की जटिलताओं के साथ-साथ कानून और व्यवस्था बनाए रखने के महत्व पर भी ध्यान आकर्षित किया है। इस घटना में दो व्यक्तियों द्वारा एक कम उम्र की हिंदू लड़की का कथित अपहरण शामिल था, जिनमें से एक मुस्लिम था। विभिन्न समुदायों के लोगों की संलिप्तता ने इस आपराधिक घटना को सांप्रदायिक रंग दे दिया, जिसके परिणामस्वरूप पुरोला से मुसलमानों का बड़े पैमाने पर अन्य क्षेत्रों में पलायन हुआ। तब से, घटना के बाद वरुणा और असी नदी में बहुत पानी बह गया है, जीवंत लोकतंत्र में स्वस्थ समाज की वास्तविक अवधारणा को समझने के लिए आपराधिक और सांप्रदायिक मामलों के बीच अंतर करना जरूरी है। जाति, पंथ और धर्म के बावजूद समुदायों द्वारा प्राप्त वास्तविक अधिकारों का आकलन करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों और न्यायपालिका के दृष्टिकोण को देखना भी महत्वपूर्ण है।

जबकि निहित स्वार्थ वाले कुछ लोगों को पुरोला घटना में सांप्रदायिक पैटर्न देखने की जल्दी थी, लेकिन सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने के बजाय इसे एक आपराधिक मामले के रूप में देखना आवश्यक है। प्रशासन ने, संभावित परिणामों को ध्यान में रखते हुए, आदेश सीआरपीसी 144 लागू करके , जो एक निर्दिष्ट क्षेत्र में व्यक्तियों की सभा को प्रतिबंधित करता है, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती कदम उठाए। । माननीय उच्च न्यायालय के त्वरित हस्तक्षेप से, सांप्रदायिक रूप से प्रेरित महापंचायत को टाल दिया गया और प्रशासन ने क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने में तत्परता दिखाई। कानून प्रणाली को ऐसे मामलों की जांच करने और निर्णय लेने की अनुमति देना महत्वपूर्ण है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सार्वजनिक भावनाओं या सांप्रदायिक पूर्वाग्रहों के दबाव के आगे झुके बिना न्याय दिया जा सके। निष्पक्ष न्यायपालिका द्वारा समर्थित स्थानीय प्रशासन ने भी बड़ी संख्या में मुस्लिम व्यापारियों को वापस आने और बिना किसी बाधा के अपना व्यवसाय फिर से शुरू करने में मदद की है। पवित्र शहर पुरोला में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही  है।
भारत जैसे विविध और बहुलवादी समाज में, कानून का शासन और न्यायपालिका, न्याय, समानता और सद्भाव सुनिश्चित करने में मौलिक भूमिका निभाते हैं। संविधान में निहित सिद्धांत किसी के धर्म, जाति या लिंग की परवाह किए बिना व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा की गारंटी देते हैं। नागरिकों के लिए कानून प्रणाली में विश्वास रखना और ऐसे संवेदनशील मामलों को संबोधित करने और हल करने के लिए अदालतों पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है। कानून के शासन को कायम रखते हुए, हम, सभी के लिए न्याय, निष्पक्षता और समानता के मूल्यों को सुदृढ़ करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी घटनाएं (पुरोला) अक्सर राजनीतिक हेरफेर और ध्रुवीकरण के लिए प्रजनन स्थल बन जाती हैं। यह अनिवार्य है की नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और सांप्रदायिक राजनीति के जाल में नहीं फंसना चाहिए। विभिन्न धार्मिक और जातीय समूहों के बीच एकता, समझ और सम्मान को बढ़ावा देकर, हम ऐसी विभाजनकारी रणनीति पर काबू पा सकते हैं और एक मजबूत, अधिक समावेशी समाज का निर्माण कर सकते हैं, और अधिक शांतिपूर्ण व समृद्ध भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं।

लेखक : फरहत अली खान
 एम. ए. गोल्ड मेडलिस्ट

Saturday, 15 July 2023

नीम का पेड़ था बरसात भी और झूला भी*!-----*गांव में गुजरा जमाना भी ग़ज़ल जैसा था

*सम्पादकीय*
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*नीम का पेड़ था बरसात भी और झूला भी*!-----
*गांव में गुजरा जमाना भी ग़ज़ल जैसा था*!!---
सावन मास की रिमझिम फुहार के बीच खुशनूमा वातावरण में बहती पुरवा हवा, किलोल करते पक्षियों का झुन्ड, लबालब भरे पानी के कून्ड ,और आसमान से आग बरसती आग से राहत पाये जीव जन्तु शाम होते ही जगमग रौशनी बिखेरते जुगनूओ का समूह ,आसमानी आफत का संकेत देते दादुरो का विहंगम गान वाह साहब क्या नजारा होता है गांव की मिट्टी से निकलती भीनी भीनी सोधी सोधी सुगन्ध के बीच खेतों में रोपाई करती बालाओं के समूह से निकलती स्वर लहरियां आसमान में कड़कती चंचल चपला के बीच रिमझिम फुहार से जो मनोरम दृश्य उभरकर आता है गजब साहब लगता है कश्मीर की वादियों का स्वरूप यही उतर आया है!सावन मास का पावन महीना शुरु हो चुका है!भगवान भोलेनाथ अविनासी घट घट ब्यापी के पूजन अर्चन में भक्त कांवरियों का समूह नंगे पांव सारगर्भित मर्मस्पर्शी मन्त्र बोलबम- ऊं नम: शिवाय-बोलते झूमते आनन्दित होते शिवालयों के तरफ जाते को देखना भी दिल को शकून देता है!आजकल गांवों का नजारा बदल गया है! खेल खलिहान में किसानी का काम तेज हो गया!धान की रोपाई चरम पर है।लेकिन इस बदलते परिवेश में अब वो पुरानी स्मृतियां मन को कचोटती है!अब न बाग बगीचे रह गये! न सावन की कजरी न नीम के पेड़ों पर झुले रह गये!अजीब उदासी है !भारतीय संस्कृति का पुरातन वजूद गांवों से खत्म हो चला है!घनी आम की बाग, सुगन्ध बिखेरता खूबसूरत मंदिर और पलास, बसन्त के आगमन के समय भीनी भीनी सुगन्ध देता महुआ का घना पेड़,! दरवाजे के बाहर दर्द के दवा के रुप मे विख्यात स्थाईत्व पाया रेड!,हर सुबह मीठी मीठी आवाज से मन मोह लेनी वाली कूकती कोयल, सावन माह के गंवई त्योहार‌, गुल्ली डन्डा ,बित्ती,कबड्डी का खेल,नाग पंचमी के दिन पहलवानों का हूजूम जगह जगह अखाड़ों में होते दंगल,में उमड़ती भीड़ का रेलम पेल, हरहराती नदी के बीच नाव पर झूझुवा का खतरनाक खेल, पुरातन रीत रिवाज, भोरहरी में भजन, फेरी लगाते सन्तों की भैरवी,गांव गांव सावन मास से श्री कृष्ण जन्म अष्टमी तक हर शाम को कीर्तन भजन सब परिवर्तन की भेंट चढ़ गया! दो से तीन दशक के भीतर ही पूरा नज़ारा बदल गया! हर तरफ मंजर उदास है! अब न कहीं आपसी ताल मेल दिखता न लगता मेला,अब कही नही मदारी दिखाता बन्दर का खेला! खत्म हो गया बाईस्कोप का स्कोप जिसको देखते ही बच्चे दौड़ पड़ते थे। राह चलते दहशत पैदा करने वाले सैकड़ों सैकड़ों साल पुराने राह में पड़ने वाले पीपल के पेड़ जिसकी दन्तकथाओं को सुनकर सिहरन पैदा हो जाता, दिन के दोपहर शाम को सूरज ढलने के बाद कोई उस तरफ नहीं जाता, रास्ता बन्द हो जाता अब वह कही नहीं दिखते हैं उस पर रहने वाले,भूत पिसाच का प्रकोप भी विलोपित हो गया!दरवाजे पर घुंघरु बजाते बैलों की जोड़ी,सबसे मजबूत गांवों में आवागमन का संसाधन बैलगाड़ी, शाम की बैठकी में भाईचारगी की रहनुमाई करने वाला चिलम हुक्का,घनी मूंछों से शुसोभित बलशाली शरीर के साथ रौबदार आवाज से दहशत पैदा कर देने वाले वो लोग कल की बात हो गये!भारतीय संस्कृति की पहचान धोती कुर्ता अब पिछड़ेपन की निशानी होकर रह गया! जिस तरह से सब कुछ बदल रहा है वह कुछ दिन में ही भारतीय परम्परा को पूरी तरह विलुप्त कर देगा।आने वाली नस्लें आश्चर्य करेगी की हमारे पुर्वज लालटेन, ढेबरी, की रौशनी में रहते थे! बिना चप्पल नंगे पांव चलते थे! महुआ का लाटा, सा'वा ,कोदो मडुआ मक्का, बाजरे की रोटी खाते थे!बांस की खाट पर सोते थे! गांवों में बांस का झुरमुट, घना बाग बगीचा हुआ करता! अन्तर्देशीय, पोस्ट कार्ड पर समाचार मिला करता था, कागा के मुडेर पर सगुन उचारने पर मेहमान आने की तैयारी होती थी,लोग तालाब पोखरी में नहाते थे!,घास फूस छप्पर खपरैल की मकान में रहते थे! बैलों से खेती होती थी! दुल्हन को डोली मे कहार लेकर जाते थे! गांव में बिद्यालय नहीं थे!अस्पताल नहीं थे! सड़क नहीं थी! बिजली नहीं थी!लोग पैदल यात्रा करते थे!कुआं का पानी पीते थे।मगर सदाचारी और धार्मिक बहुत होते थे! यह सब कुछ आने वाली पीढ़ी के लिए आश्चर्य का बिषय होगा। बदलाव ने तो लोगों का रहन सहन  हाव भाव सब कुछ बदल दिया है।आधुनिकता का असर गांव हो या शहर हर जगह बराबर हुआ है!हर जगह पुरातन परम्परा का खात्मा लगभग हो गया है।इस सदी के बाद गुजरी सदी इतिहास बन कर रह जायेगी। महज एक दशक बाद उपरोक्त सारी बातें मिथक लगने लगेगी। सबकुछ खत्म होता जा रहा अब न संयुक्त परिवार रहा न घर में कोई मुखिया रहा।अलग अलग राग अलग अलग ढपली!हर कोई एकाकी जीवन का अनुगामी बन गया बस दुर्भाग्य के दो राहे पर खड़ा ख्वाबों की चाहत में आहत जन्म दाता ही तन्हा रहा,!उसके मन में बस एक ही सवाल है! जाएं तो जाएं कहां?

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सफर कल भी था! सफर आज भी जारी है*!*माना कुछ उम्मीदें टूटी है* *लेकिन कुछ ख्वाहिशें अभी भी बाकी है*!!

*सम्पादकीय*
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*सफर कल भी था! सफर आज भी जारी है*!
*माना कुछ उम्मीदें टूटी है* *लेकिन कुछ ख्वाहिशें अभी भी बाकी है*!!
मौसम के तरह बदलते लोगों के बीच ज़िन्दगी आखरी मुकाम के तरफ लगातार बढ़ती जा रही है। उम्मीदों के रस्सीके सहारे ख़्वाहिशों की दरिया को पार करना आसान नहीं होता!मगर मानव स्वभाव है हर ख्वाहिश पूरा कर लेने के जुनून में सारी उमर यूं ही गंवा देता है।उम्मीदों के भंवर जाल में फंसा आदमी ख्वाबों की चाहत में जब बार बार आहत होता तब भी उसको यह नहीं पता होता हैआखिर वह ख्वाहिश किस काम की जिसकी चाहत मे जीवन भर राहत नहीं मिली! मगर इसका ज्ञान तो तब होता है जब ज़िन्दगी का सूरज ढलने लगता है!अन्धेरा दस्तक देने लगता विरानी चहलकदमी करती घूरने लगती है! तबाही कदम कदम कदम पर बेदम करने लगती! हर तरफ उदासी का मंजर कहीं कोई नहीं दिखता  अपना रहबर!अश्कों की वारिश में कमजर्फो का कारनामा बार बार सोचने पर विवस कर देता है। कोई अपना नहीं,! यहां सब मृणतृष्णा! सब दिखावा! इस मतलबी संसार में दौलत का अंहकार लिए गुजरा हर लम्हा आखरी सफर के तन्हा राहों में धिक्कारता है! पूछता है रे मूढ़ मानव आखिर तुम्हें क्या मिला!तन्हा आये थे तन्हा जाना है!यह जग तो केवल मुसाफिर खाना है!मालिक का विधान देखो खाली हाथ भेजता है!खाली हाथ ही वापस बुला लेता है! मगर आदमी धर्म कर्म के आवरण में निर्धारित उम्र के हर पल को प्रतिपल प्रतिस्पर्धा के प्रतिशोध में पुरस्कृत होने के लिए अहम का वहम पाले गुजार‌ देता है! आखिर में नतीजा केवल सीफर ही होता है।कितना डरावना वह पल होता है जब न धन काम आता! न दौलत! न इज्जत काम आती न शोहरत! न अपने करीब दिखते न कुछ कहने सुनने की मिलती मोहलत!,जुबां खामोश, आंखों में आंसुओ कि धार!अन्तर आत्मा की बार बार पुकार! माया के वसीभूत अपनो के विछोह का कसक लिए विवसता के जाल में उलझा शनै: शनै;उस अनन्त पथ का अनुगामी बनने लगता है आदमी जहां से फिर कभी वापसी सम्भव नहीं है।कितनी बड़ी विडम्बना है गजब की मानवी संकल्पना है! जाना कुछ भी नहीं साथ फिर भी सब कुछ अपना है! समय के सागर में जाने कितने सिकन्दर गर्त हो गये! जिनका कोई वजूद मौजूद नहीं है!मगर हम आप बस वर्तमान भले कष्टदाई हो भविष्य सजाने संवारने में दिग भ्रमित होकर संयमित जीवन छोड़ देते हैं?।नतीजा ज़िन्दगी के आखरी सफर के विरान राहों में दर्द का सौगात लिए मिलता है!यह जीवन मूल्यवान हैऔर इसी का शानिध्य पाकर कोई ज्ञानी कोई हो जाता  कोई हो जाता धनवान है!मगर वही महान है! जिसने जज़्बात को काबू में रखकर अपनी औकात को हमेशा याद रखा परम धाम का अनुभागी बन गया। जो माया के महा जाल में फंसकर उलझा अनुरागी बन गया!जीवन मरण के तारतम्य मे अनुगमन करता रहा,!चौरासी लाख योनियों में भगवान ने सबसे बुद्धिमान इन्सान को बनाया,विशेष सन्देश के साथ मृत्युलोक में निश्चित अवधि के लिए भेज दिया! मगर माया के वशीभूत जिम्मेदारियो तथा कर्मों के खेल में उलझ कर सारी उम्र गुजर जाती! सांसों का तारतम्य जब टूटने लगता है तब ज्ञान होता है!जब तक जीवन है सत्कर्म के राह पर चल कर प्रारब्ध में मिले हर पल को  इन्सानियत के राह पर चलकर जीएं साथ कुछ नहीं जायेगा।

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Friday, 14 July 2023

एक पुरुष प्रेम में क्या चाहता है...? वो चाहता है एक ऐसी स्त्री, जो मां की तरह उसे समझा सके, गल्तियों पर डांटे, सही पर प्रोत्साहित करे, स्नेह से उत्तरदायित्व निभा सके। एक पुरुष प्रेम में क्या चाहता है......? वो चाहता है एक ऐसी स्त्री, जो दोस्त की तरह साथ रहे, दुख में हँसाये, सुख की अनुभूति कराये, एकांत और निराशा से बचा सके❤️

😊एक पुरुष प्रेम में क्या चाहता है...? 
वो चाहता है एक ऐसी स्त्री,  
जो मां की तरह उसे समझा सके, 
गल्तियों पर डांटे, सही पर प्रोत्साहित करे, 
स्नेह से उत्तरदायित्व निभा सके। 
एक पुरुष प्रेम में क्या चाहता है......? 
वो चाहता है एक ऐसी स्त्री, 
जो दोस्त की तरह साथ रहे, 
दुख में हँसाये, सुख की अनुभूति कराये, 
एकांत और निराशा से बचा सके❤️
एक पुरुष प्रेम में क्या चाहता है.....? 
वो चाहता है एक ऐसी स्त्री, 
जो प्रेमी की तरह सहृदयी हो, 
उसपर अपना संचित स्नेह लुटा सके, 
रूठने पर मनाये, नाज़-नखरे उठा सके। 
एक पुरुष प्रेम में क्या चाहता है......? 
वो चाहता है एक ऐसी स्त्री,
जो समझे उसकी भावनाओं को,
सिर्फ खुद को ही सही साबित कर
त्याग की मूर्ति ना बताए.!
एक पुरुष प्रेम में क्या चाहता है...?
वो चाहता है एक ऐसी स्त्री, 
जो उसके शरीर ही नहींं आत्मा को पा सके, 
हर रिश्ते में उसकी कदर करे, 
लोगों के बिच सम्मान देने के बजाय
अकेले में उसके आत्मसम्मान को महत्व दें,
एक पुरुष पर भारी ना होकर उसका अस्तित्व बचा सके❤️😊

स्त्री ,होती है एक क़िताब की तरह, जिसे देखते हैं सब , अपनी-अपनी, ज़रुरतों के हिसाब से....

स्त्री ,
होती है एक क़िताब की तरह,
   जिसे देखते हैं सब ,
       अपनी-अपनी,
      ज़रुरतों के हिसाब से....
कोई सोचता है उसे,
   एक घटिया और सस्ते,
       उपन्यास की तरह...

तो कोई घूरता है,
   उत्सुक-सा, 
     एक हसीन रंगीन ,
        चित्रकथा समझकर...

कुछ पलटते हैं, 
   इसके रंगीन पन्ने ,
     गुज़ारने के लिए,
     अपना खाली वक़्त...

तो कुछ रख देते हैं,
     सजाकर,
      घर की लाइब्रेरी में,
        किसी बड़े लेखक की 
         कृति की तरह...
           बनाकर केवल एक,
              स्टेटस सिम्बल ....

कुछ ऐसे भी है ,
   जो इसे रद्दी समझकर ,
     पटक देते हैं,
        घर के किसी कोने में.....

तो कुछ बहुत उदार होकर, 
   पूजते हैं मन्दिर में,
     किसी आले में रखकर,
      किसी धर्म ग्रन्थ की तरह...

स्त्री होती है,
  एक क़िताब की तरह,
     जिसे, 
       पृष्ठ दर पृष्ठ 
         कोई पढ़ता ही नही....
            समझता नही,
   आवरण से लेकर
      अंतिम पृष्ठ तक
        सिर्फ़ देखता है,
            टटोलता है....

और वो रह जाती है
    अनबांची...
     अनअभिव्यक्त,
         अभिशप्त सी...
  ब्याहता होकर भी
      कुआंरी सी......

गुस्सा आए तो रूकना सीखे और* गलती हो जाए तो झुकना सीखे प्यार और *

*गुस्सा आए तो रूकना सीखे और* गलती हो जाए तो झुकना सीखे प्यार और *

सम्मान दो ऐसे तोहफे है,अगर देने लग जाए तो बेजुबान पशु पक्षी भी झुक जाते है ठंडा तवा रोटी नहीं बना* सकता,बुझी मोमबत्ती रोशनी नहीं दे सकती और नकारात्मक आदमी कभी हौसला नहीं दे सकता इनसे जितना दूर रहे,उतना अच्छा होगा किसी भी बात का घमंड मत करे,क्योंकि हम जानते हैं कि एक रात जिंदगी में ऐसी भी होगी,जिसके बाद कोई सवेरा नहीं होगा इसलिए "मैं" की मटकी को फोड़े, हदय मक्खन- मक्खन हो जायेगा क्युकि "मैं" से मुक्त होना ही मोक्ष है जीभ और शब्द सबके पास होते है,*मगर जो अपने लिए जीते है वो सब बोल देते है और जो अपनों के लिए* जीते है वो सह लेते है"जीवन" के प्रति जिस व्यक्ति की कम से कम आपत्तियां हैं,वह व्यक्ति संसार में औरों की अपेक्षा अधिक सुखी है यह बात सदैव स्मरण रहनी चाहिए कि अधिक महत्वाकांक्षाएं समस्याओं को जन्म देती है "कभी-कभी हम अपने बहुत करीबी लोगों  को समझ नहीं पाते है *क्यों कि आँख के एकदम पास रखकर किताब को पढ़ना बड़ा कठिन होता है* श्री कृष्ण ने कहा है कि मैं ना किसी का भाग्य बनाता हूं और ना ही मैं किसी के कर्मों का फल देता हूं, यह एक व्यक्ति या एक जीव का अपने कर्म है जो उसके भाग्य का निर्माण करता है जैसै हैं वैसे ही रहिये क्योंकि,मूल प्रति की कीमत छाया प्रति से अधिक होती है
*चौहान ग्रुप मुंबई*
*तहसीलदार चौहान*
*कांदीवली ईस्ट*🙏

हम में से बडी कौन है?

.                    हम में से बडी कौन है?

चार बुढिया थीं। 
उनमें विवाद का विषय था
कि हम में से बडी कौन है?

जब वे बहस करते-करते थक गयीं तो उन्होंने तय किया कि पडौस में जो नयी बहू आयी है,
उसके पास चल कर फैसला करवायें।

वह चारों बहू के पास गयीं। बहु- बहु हमारा फैसला कर दो कि हम में से कौन बडी है?

बहू ने कहा कि आप 
अपना-अपना परिचय दो!

पहली बुढिया ने कहा :

मैं भूख हूं।मैं बडी हूं न?

बहू ने कहा कि : भूख में विकल्प है ,
56 प्रकार के भोज व्यंजन से भी भूख मिट सकती है और बासी रोटी से भी !

दूसरी बुढिया ने कहा :

   मैं प्यास हूं,  मैं बडी हूं न ?

बहू ने कहा कि :
प्यास में भी विकल्प है, प्यास गंगाजल और मधुर- रस  से भी शान्त हो जाती है और वक्त पर तालाब का गन्दा पानी पीने से भी प्यास बुझ जाती है।

तीसरी बुढिया ने कहा: मैं नींद हूं, मैं बडी हूं न ?

बहू ने कहा कि : नींद में भी विकल्प है। नींद सुकोमल-सेज पर आती है किन्तु वक्त पर लोग कंकड-पत्थर पर भी सो जाते हैं।

अन्त में चौथी बुढिया ने कहा : मैं आस (आशा) हूं, मैं बडी हूं न ?

बहू ने उसके पैर छूकर कहा कि : आशा का कोई विकल्प नहीं है।

आशा से मनुष्य सौ बरस भी जीवित रह सकता है, किन्तु यदि आशा टूट जाये तो वह जीवित नहीं रह सकता, भले ही उसके घर में करोडों की 
धन दौलत भरी हो।

यह आशा और विश्वास जीवन
की शक्तियां हैं।
...........

आप सभी का दिन शुभ हो 🙏🏻😊

*वर्षा मित्र सम्मान से सभासद रफी उल्ला खान सम्मानित*

*वर्षा मित्र सम्मान से सभासद रफी उल्ला खान सम्मानित* 

मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने वार्ड नंबर छब्बीस के रफी उल्ला खान ने एक सप्ताह से चल रही वर्षा में अपने वार्ड वासियों और शहर के गरीब लोगों को दूध ब्रेड और छाता बाट कर सहायता कर रहे हैं।वे समाज सेवियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं ।जहां लोग चुनाव या खुदगर्जी के लिए केवल फोटो खिंचवाने की राजनीति करते हैं । वही रफीक उल्ला बारिश में भीगते हुए गरीबों की सेवा में तत्पर रहते हैं। मुस्लिम महासंघ ने उनकी इन सेवाओं को देखते हुए शॉल फूल माला और वर्षा मित्र सम्मान से सम्मानित किया । इस अवसर पर श्रीमती मारिया खान जिला उपाध्यक्ष उपस्थित रहीं।

Thursday, 13 July 2023

स्योहारा । संवाददाता। नगर के आर एस पी इंटर कॉलेज में बुधवार को प्रार्थना स्थल पर छात्र-छात्राओं ने संचारी रोगों को भगाने के प्रति शपथ ग्रहण की।

स्योहारा । संवाददाता। नगर के आर एस पी इंटर कॉलेज में बुधवार को प्रार्थना स्थल पर छात्र-छात्राओं ने संचारी रोगों को भगाने के प्रति शपथ ग्रहण की।

 इस मौके पर स्काउट अधिकारी रामसेवक ने सभी छात्र-छात्राओं को शपथ ग्रहण कराई। 
इस मौके पर जीव विज्ञान अध्यापक के पी पुष्पक ने संचारी रोगों के बारे में छात्र छात्राओं को विस्तार से समझाया और बताया कि यह रोग छुआछूत से  फेलते हैं। इन रोगों से बचने के लिए हमें विषाणु ,जीवाणु,फंगस इत्यादि से बचना चाहिए और संचारी रोग होने पर चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए । एक दूसरे से हाथ नहीं मिलाना चाहिए तथा भोजन करने से पहले और भोजन करने के बाद अच्छी तरह साबुन से हाथ धोने चाहिए ।
इस मौके पर प्रधानाचार्य मधुबाला शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

सावन माह में टमाटर के शिवलिंग का भव्य पूजा आरती....

प्रकाशनार्थ

सावन माह में टमाटर के शिवलिंग  का भव्य पूजा आरती....

महोदय,

प्रदेश में टमाटर के बेतहासा मूल्य वृद्धि के खिलाफ सावन माह में बाबा विश्वनाथ जी ( प्रभु शिव शंकर भगवान ) के शरण में जाकर टमाटर के शिवलिंग का जनता द्वारा भव्य पूजा आरती कर के टमाटर के दाम को तत्काल कम करने का प्रार्थना किया जाएगा
टमाटर के शिवलिंग का पूजा अभिषेक दिनांक 14 जुलाई 2023, दिन- शुक्रवार ,समय - 9:30 सुबह ,स्थान:- शिव मंदिर विद्यापीठ गेट नंबर 1 पर आयोजित किया गया है
अत: आप सभी सम्मानित छायाकार एवम पत्रकार सहित यू ट्यूब, वेबसाइट के पत्रकार बंधु से निवेदन है कि उक्त प्रमुख जनमुद्दे को कवरेज करने के लिए आप सादर आमंत्रित है

           भवदीय
         हरीश मिश्रा
उर्फ़ बनारस वाले मिश्रा जी
       पूर्व मेयर प्रत्याशी
    अपना दल कमेरावादी
        9336641479

मंगेतर ने अपनी होने वाली पत्नी को तेजाब से नहलाया, उम्र की वजह से टूटे रिश्ते का बदला लेना चाहता था शख्स*

*मंगेतर ने अपनी होने वाली पत्नी को तेजाब से नहलाया, उम्र की वजह से टूटे रिश्ते का बदला लेना चाहता था शख्स* 
*अयोध्या* थाना हैदरगंज क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां बीते सोमवार की देर रात शादी टूटने से नाराज युवक ने युवती पर सोते समय तेजाब फेंक दिया। जिससे युवती बुरी तरह झुलस गई। 
प्राथमिक इलाज के बाद युवती को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया है। वहीं घटना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई है और पूरे मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी युवक 6 फीट की दीवार फांदकर लड़की के घर में घुसा था।

 *लड़के की उम्र की वजह से तोड़ी शादी* 
बता दें कि पूरा मामला जनपद अयोध्या के थाना हैदरगंज क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक पीड़ित युवती की शादी पूराकलंदर इलाके के रहने वाले आरोपी युवक के साथ तय हुई थी। लड़के की उम्र 35 साल थी, जबकि लड़की की उम्र 22 साल थी। लड़की पक्ष का आरोप है कि लड़के ने उम्र छिपाई, जिस वजह से हमने रिश्ता तोड़ा था। लेकिन आरोपी युवक को यह बात बर्दाश्त ही हुई।

 *सोते समय लड़की के चेहरे पर डाल दिया एसिड* 
इसके बाद आरोपी युवक ने बदला लेने के लुए एक खौफनाक साजिश रची। जिसके तहत बीते सोमवार की देर रात करीब 1:30 बजे आरोपी पीड़ित लड़की के घर की 6 फीट ऊंची दीवार फांदकर आंगन में पहुंचा और उसने बोतल से तेजाब गिलास में निकाल कर लड़की के चेहरे पर डाल दिया। लड़की जैसे ही चिल्लाई तो उसकी आवाज सुनकर घर वाले जाग गए। यह देखकर आरोपी वहां से भाग निकला।

 *पुलिस ने आरोपी को दबोचा, जाएगा जेल* 
जिसके बाद आनन-फानन में युवती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए मेडिकल कॉलेज में प्राथमिक उपचार के बाद ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया है। उधर वारदात के बाद फरार हुए आरोपी को पुलिस ने उसे रात में गांव के बाहर से धर दबोचा है। वहीं, घरवालों ने बताया कि 6 माह पहले भी आरोपी रात के समय घर मे घुस गया था। उस समय हम लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आरोपी अभियुक्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले में साक्ष्य संकलन के आधार पर दो दिवस में आरोप पत्र माननीय न्यायालय में प्रेषित कर मामले में फास्ट ट्रैक ट्रायल करवाया जाएगा।

Wednesday, 12 July 2023

हलाल कावड़ यात्रा से दो हजार करोड़ से ज्यादा कमाते हैं मुसलमान* *हलाल कावड जिहाद अनभिज्ञ क्यों, अब हिंदुओं को भगवान भी नहीं बचा सकते*

*हलाल कावड़ यात्रा से दो हजार करोड़ से ज्यादा कमाते हैं मुसलमान* 

 *हलाल कावड जिहाद अनभिज्ञ क्यों, अब हिंदुओं को भगवान भी नहीं बचा सकते* 

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 *आचार्य विष्णु हरि सरस्वती* 
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मैंने कभी लव जिहाद शब्द का नाम दिया था, कभी मैंने नमाजी हिंसा जिहाद शब्द का नाम दिया था, आज मैं हलाल कांवड शब्द का नाम दे रहा हूं। हलाल कांवड का कन्सेप्त अभी तक विचारण और विमर्श से बाहर क्यों है? तुम्हारी पैरों के नीचे से जमीन सिखक रही है और तुम अभी भी अपरिचित और अज्ञानी बने बैठो हों तो फिर भगवान भी तुम्हें बचा नहीं सकते हैं।
        मेरे परिचित को एक एक कावंड चाहिए था। कांवड खोजने हमलोग निकले। बहुत खोजने के बाद अब्दुल करीम नामक व्यक्ति की दुकान से कांवड मिला। मेरा दोस्त आश्चर्यचकित नहीं था, उसे क्या मतलब कि कांवड कौन बेच रहा है? उसे कांवड खरीदना है और फिर हरिद्वार से गंगा से जल लाकर भगवान शिव मंदिर पर चढा देना है, धर्म-पुण्य का कार्य उसका पूरा हो जाता है। 
              लेकिन मेरे लिए आश्चर्य की बात है। जो लोग हिन्दू धर्म को गाली देते हैं, कांवड यात्रा को मूर्ति पूजा का प्रतीक और अंधविश्वास बता कर आलोचना करते है, खिल्ली उड़ाते हैं वे लोग ही कांवड का भी व्यापार करते हैं? साक्षात मैंने उसे देखा था। अब्दुल करीम की दुकान में सिर्फ कांवड ही नहीं था बल्कि उसके पास भगवा रंग के रेडिमेड कपड़े भी थे और डमरू भी था, इसके साथ ही साथ भगवान शंकर के पहने वाले व भगवान शंकर की रूचि वाले अन्य वस्तुए भी थी।
               मैंने पूछ दिया कि करीम अब्दुल तुम तो मुसलमान हो फिर इन वस्तुओं की विक्री कैसे करते हो और इसके प्रति रूझान क्यों बढ़ा। उसने कहना शुरू कर दिया कि मैं तो सिर्फ वस्तुए बेचता हूं, वह भी हलाल। हलाल का अर्थ होता है अगर सजीव है तो आधी गर्दन रेत कर छोड़ देना और अगर निर्जीव है तो फिर उस पर थूक देना। उसने आगे कहना शुरू कर दिया कि एक महीने के दौरान कांवड से उसे अच्छी-खासी कमाई हो जाती है, सैकड़ों मुस्लिम मजदूरों को रोजगार मिल जाता है। उसने बताया कि कांवड यात्रा से जुडे वर्क दिल्ली के मुस्लिम इलाके में होते हैं। अधिकतर अपने घरों में कावड़ बनाते हैं। कावड़ बनाने के दौरान धर्म पवित्रता का ख्याल कितना रखा जाता होगा, यह भी विचारणीय विषय है।
                       फिर अब्दुल करीम ने जानकारी दी कि सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि देश के हर जगहों पर कांवड यात्रा के दौरान मुस्लिम वर्ग कमाई में लगा रहता है। विशेषकर कानपुर में कांवड से जुडी हुए अस्थायी सैकड़ों फैक्टिरियां हैं जहां पर कांवड यात्रा से जुडी हुई आधुनिक वस्तुए बनायी जाती है और देश के कोने-कोने में आपूर्ति होती है। कानपुर की ये सैकड़ो फैक्टिरियां मुसलमानों की ही होती है जहां पर कार्य करने वाले कारीगर अधिकतर मुसलमान ही होते हैं।
     हरिद्वारा और ़रिऋिकेष से प्रतिवर्ष एक करोड़ से अधिक लोग कांवड यात्रा शुरू करते हैं और विभिन्न क्षेत्रोें में जाकर जल अर्पित करते हैं, कोई उत्तराखंड, तो कोई दिल्ली, तो कोई राजस्थान, तो कोई उत्तर प्रदेश, तो कोई हरियाणा जल लेकर जाता है। सब कांवड लेते हैं, जल के लिए कोई पीतल का वर्तन उपयोग करता है तो कोई टीन या प्लास्टिक का डब्बा उपयोग करता है। इसी तरह से झारखंड के देवघर में श्रावण मास के दौरान एक करोड़ लोग जलाभिषक करते हैं। इसी तरह से देश के अन्य भागों में श्रावण मास के दौरान जलाभिषक होता है। देश का कोई ऐसा कोना नहीं है जहां पर श्रावण मास के दौरान कंवाड यात्रा नहीं होती है। सबसे बडी बात यह है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान घोड़े और खच्चर वाले इतना कमाई कर लेते हैं कि उनके कई महीनो का जीविकापार्जन हो जाता है। अमरनाथ यात्रा के दौरान खच्चर और घोड़े उपलब्ध कराने वाले सभी मुसलमान होते हैं।
      मैंने जब शोध किया और विस्तृत जानकारी जुटाई, राज्यों से हिन्दू एक्टिविस्टों से जानकारी मांगी तो बहुत सी ऐसी जानकारियां भी सामने आयी जो अभी तक विचारण व विमर्श से बाहर है। सिर्फ कांवड वस्तुए ही नहीं बल्कि वाहन, होटल आदि वाले अधिकतर मुस्लिम होते हैं और आर्थिक कमाई करते हैं। महाकाल की नगरी उज्जैन से जानकारी मिली है कि इस नगर के अधिकतर होटल मुसलमानों का है जो हिन्दू नामों से संचालित हैं और हिन्दू सेक्युलर मानसिकता के कारण उनमें ठहरता है।
           सिर्फ कांवड यात्रा के कावड, वाहन, खानपान आदि के माध्यम दौरान दो हजार करोड़ रूपये की कमाई मुस्लिम आबादी करती है। फिर भी मुस्लिम और कम्युनिस्ट कांवड यात्रा को अंधविश्वास का प्रतीक, पानी की बर्बादी और पर्यावरण नुकसान का प्रतीक बता कर आलोचना करते हैं, खिल्ली उड़ाते हैं।
       आप विचार कीजिये कि संकट कितना घना है। हिन्दुओं के पैरों के नीचे जमीन खिसक रही है और हिन्दुओं को पता ही नहीं, हलाल कांवड भी उपयोग करने से भी बाज नहीं आते हैं।

====================
 *सपर्क* 
 *आचार्य विष्णु हरि सरस्वती* 
 *नई दिल्ली* 
Mobile... 9315206123
===================

Sunday, 9 July 2023

पूर्व प्रधानाचार्य मेजर हाजी रईस अहमद चौधरी के निधन पर हैल्पलाइन सोसायटी की एक शोक सभा सोसायटी के अध्यक्ष सुहैल ज़फ़र के आवास पर की गई।

पूर्व प्रधानाचार्य मेजर हाजी रईस अहमद चौधरी के निधन पर हैल्पलाइन सोसायटी की एक शोक सभा सोसायटी के अध्यक्ष सुहैल ज़फ़र के आवास पर की गई। 


सभा मे सोसायटी के संरक्षक डा० एच एस कालड़ा ने चौधरी साहब के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्योहारा ने एक अनमोल रत्न खौ दिया है जिसकी कमी कभी पूरी नही हो सकती । सुहैल ज़फ़र ने कहा कि रईस साहब वरिष्ठ शिक्षक होने के साथ साथ वरिष्ठ समाजसेवी एवं बहुत ही मिलनसार , खुशमिजाज इंसान थे । सभा मे शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शान्ति  मगफिरत की दुआ की गई। सभा मास्टर फहीम अहमद सिद्दीकी,लव कुमार चौहान,रईस अहमद, अनिल चौधरी, मास्टर सलीम उल्ला, हाजी अज़हर आलम,मौ०अकरम , मास्टर सुरेन्द्र सिंह,फिरोज़ हैदर एडवोकेट, शाहनवाज़ खुर्शीद आदि मौजूद रहे।

Saturday, 8 July 2023

अधिकतर मुसलमान समान नागरिक संहिता के ख़िलाफ़ नहीं हैं*मुस्लिम महासंघ*

*अधिकतर मुसलमान समान नागरिक संहिता के ख़िलाफ़ नहीं हैं*मुस्लिम महासंघ*

समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के मुद्दे पर 22वें लॉ कमीशन द्वारा लोगों और धार्मिक संगठनों की राय मांगे जाने के बाद यह एक बार फिर चर्चा में है। स्वाभाविक है कि विधि आयोग की इस चर्चा पर राजनीतिक और धार्मिक समुदायों की ओर से बयानबाजी होगी। लेकिन, सवाल ये है कि देश में समान नागरिक संहिता से  दिक्कत किसे है? जब भी समान नागरिक संहिता की चर्चा होती है तो मुसलमानों के खिलाफ कुछ इस तरह से दुष्प्रचार किया जाता है कि अगर यूसीसी लागू हो गया तो मुसलमानों की धार्मिक आस्था खतरे में पड़ जाएगी जबकि देश के अन्य कानून सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होते हैं, जिससे किसी भी धर्म के अनुयायियों और उनकी धार्मिक मान्यताओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। यदि विवाह, तलाक, भरण-पोषण, उत्तराधिकार, विरासत आदि के मामलों में एकरूपता है तो यह किसी विशेष धर्म के विरुद्ध कैसे होगी?

दूसरे, संविधान में यूसीसी के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश हैं कि राज्यों को इसे लागू करने का प्रयास करना चाहिए। यदि सरकार ऐसा करती है तो यह संविधान की मंशा के अनुरूप होगा। जब तीन तलाक को सरकार द्वारा अवैध घोषित किया गया, तो समुदाय के अधिकांश लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया क्योंकि यह उनके सर्वोत्तम हित में था। 'तीन तलाक' पर प्रतिबंध को, मुस्लिम मामलों में सरकार के हस्तक्षेप के रूप में भी प्रचारित किया गया, जबकि सच्चाई यह है कि यह मुस्लिम महिलाओं के लिए वरदान बन गया। जहां अशरफिया समुदाय के एक वर्ग ने यूसीसी का विरोध किया, वहीं पसमांदा समुदाय ने इसका स्वागत किया। इसके पीछे कारण यह है कि पसमांदा समाज शादी के मामले में भारतीय संस्कृति को अपनाता है और इसके विपरीत, अरबी/ईरानी संस्कृति के कारण अशरफ समाज में दूसरी शादी और बहुविवाह बहुत आसान और आम बात है।इसी तरह जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया तो खूब हंगामा हुआ।

 भारत के हर राज्य का अशराफ़ वर्ग, पसमांदा समाज से हर मामले में बहुत आगे है, लेकिन कश्मीर में ये अंतर और भी बड़ा है। केंद्र सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाओं सहित सामाजिक न्याय का आरक्षण, जो अब तक विशेषाधिकार के कारण पूरी तरह से लागू नहीं हो सका और जिसका सीधा नुकसान मूलनिवासी पसमांदा समुदाय को उठाना पड़ा, अब पूरी तरह से लागू किया जाएगा। परिणामस्वरूप, कश्मीर के पसमांदा भी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पसमांदा की तरह विकास के समान अवसरों के हकदार होंगे। सच तो यह है कि अगर सरकार यूसीसी पर आगे बढ़ती है तो पसमांदा मुसलमान इस पहल का स्वागत जरूर करेंगे.
लेखक फरहत अली खान एम ए गोल्ड मेडलिस्ट

एक बार एक गांव में एक साधु रहता था . सारा दिन राम-राम जपता रहता है और ढोलकी बजाकर कीर्तन करता रहता

♦#राम नाम का #चमत्कार ♦
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👉♦एक बार एक गांव में एक साधु रहता था . सारा दिन राम-राम जपता रहता है और ढोलकी बजाकर कीर्तन करता रहता. 
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उसकी कुटिया के पास जिस व्यक्ति का घर था, वह उससे बहुत परेशान था. 
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एक दिन वह व्यक्ति गुस्से में उस साधु की कुटिया में चला गया और कहने लगा कि तुम क्या दिन -रात राम- राम रटते रहते हो? 
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तुम्हें तो कोई काम धंधा नहीं है .हमें तो कमाने जाना पड़ता है. तुम्हारी ढोलकी की आवाज से मैं सो नहीं पाता. 
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साधु कहने लगा, "तुम भी मेरे साथ राम राम जप के देखो तब तुम्हें पता चलेगा कितना आनंद आता है." 
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वह व्यक्ति ने थोड़ा खींझकर कहा ,"अगर मैं तुम्हारे साथ राम-राम जपता हूं  तो क्या तुम्हारा राम मुझे खाने के लिए रोटी देगा ? 
.
साधु कहने लगा कि '"मुझे तो राम नाम की लगन लगी है मुझे तो राम जी की कृपा से हर  रोज भोजन मिल ही जाता है.
.
 तुम भी  राम- राम जप के देख लो मुझे भरोसा है भगवान तुझे खाने को जरूर देगा .
.
वह आदमी उस साधु को चुनौती देता है कि मैं तुम्हारे साथ आज राम-राम का भजन करता हूं . अगर तुम्हारे राम ने  आज मुझे रोटी खिला दी सारी उम्र राम की भक्ति में लगा दूंगा.  
.
अगर नहीं खिलाई तो, तुम ढोलकी बजाना बंद कर दोगे .
.
साधू कहता है कि मैंने तो निष्काम भाव से प्रभु राम की भक्ति की है लेकिन फिर भी मुझे तुम्हारी चुनौती मंजूर है.  
.
वह व्यक्ति साधु के साथ बैठकर  राम- राम का जाप करता है और मन में निश्चय करता है कि चाहे कुछ हो जाए मैं आज भोजन नहीं करूँगा, देखता हूँ इसका राम मुझे कैसे भोजन कराता है.
.
राम- राम का भजन करने के बाद वह सोचता है कि अगर अब मैं घर जाता हूं तो मेरी मां और बीवी मुझे खाने को कहेंगे और मुझे रोटी खानी पड़ सकती है.
.
लेकिन मुझे साधु को चुनौती में हराना है इसलिए वह घर जाने की बजाए गांव के पास के जंगल में चला जाता है .
.
जंगल में एक पेड़ पर चढ़कर बैठ जाता है. वह सोचता है कि मैं सारा दिन इस पेड़ से उतरूंगा ही नहीं, अन्न का दाना भी नहीं  खाऊंगा .
.
इस तरह मैं साधु को हरा दूंगा और उसका ढोलकी बजाना बंद हो जाएगा.
.
कुछ देर बाद उस जंगल से एक बंजारों की टोली गुजरती है .
.
उन्हें भूख लगी होती है तो बंजारों का सरदार कहता है कि आग जलाकर यहीं पर खाना बना लो .अब खाना खाकर ही आगे बढ़ेंगे .खाना बन कर तैयार हो जाता है.  
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बंजारे खाना खाने ही वाले होते हैं, कि इतनी देर में बंजारों को सूचना मिलती है कि पीछे से डाकू आ रहे हैं तो बंजारों का सरदार कहता है कि हमें यहां से चले जाना चाहिए. 
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डाकू हमारा सब कुछ लूट सकते हैं . वे बंजारे खाना वही पर छोड़ कर चले जाते हैं .वह आदमी पेड़ पर चढा़ सब कुछ देख रहा था .
.
कुछ समय बाद डाकू वहां पहुंच जाते हैं .भोजन को देखकर डाकू कहते हैं कि खुशबू तो बहुत अच्छी आ रही है .लेकिन यह भोजन किसने फिर बनाया?  
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बनाने के बाद खाया क्यों नहीं? कहीं किसी की चाल तो नहीं हमें फसाने की? हो सकता है इस भोजन में जहर हो. 
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उसी समय डाकुओं के सरदार की नजर उस व्यक्ति पर पड़ी. वह उसे नीचे आने का आदेश देता है. 
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डाकू उस व्यक्ति से पूछते हैं ,"  हमें मारने के लिए, क्या भोजन तुमने बनाया है ? 
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वह बेचारा मिन्नते करता रहता है  कि मैंने यह भोजन नहीं बनाया. इसमें जहर नहीं है. 
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यह भोजन बंजारों ने बनाया है आपके आने की खबर सुनकर वह जहां से भाग गए. लेकिन डाकूओं के आगे उसकी एक नहीं चलती.
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डाकू से कहते हैं कि अब तुम्हें यह भोजन खा कर दिखाना पड़ेगा. क्योंकि हमें लगता है कि तुमने ही यह भोजन बनाया है और इसमें जहर मिलाया ? 
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अब तुम ही  सबसे पहले यह भोजन खाओगे. वह जिद्द पर अड़ा रहता है मैं यह भोजन नहीं खाऊंगा, किसी कीमत पर नहीं खाऊंगा . 
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डाकूओं का शक ओर गहरा हो जाता है. वे बंदूक की नोक उसके सिर पर रखकर कहते हैं तुझे यह भोजन खाना पड़ेगा, नहीं तो गोली खानी पड़ेगी.
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वह व्यक्ति भोजन कर रहा है और साधु को याद करते करते आंसू उसकी आँखों से बह रहे थे. 
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उसने कहा था कि मेरा निश्चय है कि राम नाम जप लेगा तो राम तुझे भोजन भी देंगे. उसके भोजन करने के बाद डाकूओं ने से छोड़ दिया .
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अब उसे विश्वास हो गया कि बंजारों को और डाकूओं को राम जी ने ही भेजा है. 
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वह सीधा साधू की कुटिया में चला गया और जा कर उनके चरणों में प्रणाम किया और उन्हें सारा  वृतांत सुनाया. 
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अब उस साधु से भी ज्यादा उसे राम नाम की लगन लग गई. उसने अपना पूरा जीवन राम जी को समर्पित कर दिया.
#जय_श्री_राम🙏🚩
#जय_हनुमान 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🏼🚩

Friday, 7 July 2023

उप खाद गोदाम त्रिलोकपुर मे हुआ बड़ा खेला**👀 किसान के खाते से निकाल ली हाजरो रुपये की खाद*

*नौगवां अपडेट*
*@Ashok rathour@*

*👀 उप खाद गोदाम त्रिलोकपुर मे हुआ बड़ा खेला*

*👀 किसान के खाते से निकाल ली हाजरो रुपये की खाद*

*👀 जब किसान खाद निकालने उप खाद गोदाम त्रिलोकपुर मे गया तो उसे पता चला कि निकल गई खाद*

*👀 उप खाद गोदाम के खातेदार ज्वाहर के खाते से मार्च मे ही निकाल ली किसी ने खाद*

*👀 अधिकारियों ने उसे बताया आप की खाद नगला खाद गोदाम से निकाल ली गई है खाद*

*👀 बिना कोई दस्तावेज बिना कोई अंगूठा साइन से ही  कर्मचारियों ने निकाल दी खाद* 

*👀 पीड़ित ज्वाहर ने 10 दिन पूर्व SDM से लगाई थी न्याय के लिए गुहार*

*👀 पर अभी तक उसे पता भी नही लगा की मेरे खाते से किसने निकाल ली खाद*

,*👀अधिकारी कर रहे हैं टाल मटोल पीड़ित ज्वाहर न्याय के लिए लगा रहा केन सोसायटी के चक्कर*

*👀 पलिया केन सोसायटी के उप खाद गोदाम त्रिलोकपुर का मामला*

आगामी 1 सप्ताह के मौसम की भविष्यवाणी आज से जौनपुर और पूर्वांचल सहित बदल जाएगा पूरे देश का मौसम घनघोर और प्रलयंकारी उमस तथा पसीने से और गर्मी से मिलेगी सभी को राहत डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर*

 *आगामी 1 सप्ताह के मौसम की भविष्यवाणी आज से जौनपुर और पूर्वांचल सहित बदल जाएगा पूरे देश का मौसम घनघोर और प्रलयंकारी उमस तथा पसीने से और गर्मी से मिलेगी सभी को राहत डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि एवं निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर*

*आज 7 जुलाई 2023 से जौनपुर सहित पूरे देश का मौसम बदल कर अत्यंत सुखद सुहावना और तेज हवा से युक्त हो जाएगा और 1 सप्ताह से महा भयंकर प्रलयंकारी प्रचंड गर्मी उमस और पसीने से जूझ रहे देशवासियों को अत्यंत ही राहत प्राप्त हो जाएगी आज जौनपुर और सभी पड़ोसी जनपदों मऊ अंबेडकरनगर अयोध्या प्रतापगढ़ सुल्तानपुर प्रयागराज फूलपुर रावटसगंज सिंगरौली सोनभद्र चंदौली मिर्जापुर भदोही वाराणसी मुगलसराय आजमगढ़ गाजीपुर गोरखपुर बस्ती देवरिया शाहगंज में मौसम 9:00 बजे सुबह से बदल जाएगा और दोपहर के आसपास जो वर्षा शुरू होगी वह लगातार 14 से 15 जुलाई तक चलती ही रहेगी इस दौरान इन सभी जिलों में मध्यम से भारी कहीं-कहीं बहुत भारी और कहीं-कहीं प्रचंड मूसलाधार वर्षा होगी इस दौरान तापमान अधिकतम 30 से लेकर 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23 से लेकर 27 डिग्री सेल्सियस रहेगा वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत अच्छा हो जाएगा और यह 40 से लेकर 70 के बीच रहेगा सापेक्षिक आर्द्रता काल अवधि मैं 40% से लेकर 100% के बीच रहेगी और पराबैंगनी किरणों का खतरनाक स्तर 12 से घटकर 0 से 5 के बीच रहेगा जबकि प्रदूषण गंदगी और पी एम 10 और पीएम 2.5 अत्यधिक घट जाएगी*
*देश के सभी भागों में वर्षा होगी लेकिन जम्मू कश्मीर राजस्थान आंध्र प्रदेश दक्षिण के पठारी भागों में हल्की से सामान्य वर्षा होगी जबकि केरल कर्नाटक गोवा महाराष्ट्र गुजरात तमिलनाडु उड़ीसा बंगाल सिक्किम अरुणाचल प्रदेश असम मेघालय नागालैंड त्रिपुरा मैं भारी से बहुत भारी और प्रचंड मूसलाधार वर्षा होगी जबकि अंडमान निकोबार लक्ष्यदीप पांडिचेरी दमन और दीव वापी सिलवासा में मध्यम से भारी वर्षा होगी हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड नेपाल भूटान म्यांमार बांग्लादेश में प्रचंड मूसलाधार वर्षा से भयंकर बाढ़ पैदा होगी*

*महाराष्ट्र के रत्नागिरी पूरे थाने मुंबई मंत्रालय जुहू चौपाटी परेल विले परले कांदिवली ठाकुर विलेज समता नगर नई मुंबई तलोजा उल्हासनगर शहर टिटवाला बोरीवली दहिसर मीरा रोड नईगांव भयंदर वसई विरार ओसवाल सिटी विरार फटा सफले कल वे माही वापी उमरगांव दहानू रोड वलसाड से लेकर सूरत तक लगातार भारी से बहुत भारी मूसलाधार वर्षा होगी*


*देश के अन्य बचे हुए भागों जैसे बिहार राय गढ़ छत्तीसगढ़ झारखंड पश्चिमी उत्तर प्रदेश राजस्थान का पूर्वोत्तर भाग मध्य प्रदेश तेलंगाना और पाकिस्तान अधिकृत भारत में मध्यम से भारी वर्षा होने का तापमान गिरने का वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छा होने का और सापेक्षिक आर्द्रता बढ़ने का पराबैगनी किरणों का स्तर घटने का आकलन किया जाता है*
[7/7, 08:19] Dr. Dileep Singh: *डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान भारतीय एवं पाश्चात्य ज्योतिष और ज्योतिर्विज्ञान कीरो नास्त्रेदमस बाबा बेंगा ब्रह्म ऋषि भृगु रावण पाराशर नारद संहिता एवं अन्य ज्योतिष ज्योतिर्विज्ञान ग्रंथों के विशेषज्ञ केंद्र साथ में डॉ श्रीमती पद्मा सिंह (देसी कहावतें की बादलों की विशेषज्ञ)डॉ मानवेंद्र ज्योतिष विशेषज्ञ डॉ श्वेता सिंह राजकुमार मौर्य सुरेश कुमार वर्मा दिव्येंदु सिंह(कंप्यूटर सॉफ्टवेयर उपग्रह के मॉडल गणितीय मॉडल के विशेषज्ञ) कन्हैयालाल पांडे और मनीष पांडे ज्योतिष के ए राय एसके उपाध्याय (देसी कहावतों के विशेषज्ञ घाघ भद्दरी एवं अन्य अनुमानों के विशेषज्ञ) तथा नन्ही भविष्यवक्ता वैष्णवी सिंह बिटानू*

Thursday, 6 July 2023

एमक्यू इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य मेजर रईस चौधरी का सऊदी अरब के मक्का में हार्ड अटैक से देहांत

एमक्यू इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य मेजर रईस चौधरी का सऊदी अरब के मक्का में हार्ड अटैक से देहांत

 स्योहारा (डॉ०उस्मान ज़ैदी) हर दिल अजीज नैक शख्सियत वरिष्ठ समाजसेवी एवं नगर के प्रतिष्ठित  एम.क्यू.  इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य एवं रोटरी क्लब और अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़े मेजर रईस अहमद चौधरी (आयु 68 वर्ष) का अचानक हार्ट अटैक पड़ने के कारण देहांत हो गया है। आपको बताते चलें कि मेजर रईस चौधरी मुबारक हज के लिए सऊदी अरब (मक्का और मदीना) गए हुए थे। वहीं पर हुए अचानक हार्ट अटैक के कारण तबीयत बिगड़ी और वह अल्लाह को प्यारे हो गए। जैसे ही ये दुखद खबर स्योहारा आयी तो सभी लोग सन्न रह गए। यह खबर सुनकर लोग मेज़र रईस चौधरी के घर पहुंचे और उनके परिवार वालों को सांत्वना देकर ढांढस बंधाया। हर जाति समुदाय वर्ग राजनैतिक सामाजिक संगठनों सब पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं नेताओं सहित क्षेत्र वासियों ने भावभीनी आंखों से शोक प्रकट करने वाले सपा पूर्व विधायक हाजी नईम उल हसन वर्मा मेटरनिटी एंड नर्सिंग होम के संचालक एवं सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ मनोज वर्मा एम क्यों इंटर कॉलेज के प्रबंधक हाजी जकी उर रहमान एडवोकेट प्रबंधक हाजी वकील अहमद एमपी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल इशरत मनसूर सिद्दीकी उर्दू अदब अध्यक्ष कारी नाजिर चौधरी उद्योग व्यापार मंडल एवं भाजपा नेता अरुण कुमार वर्मा मनोज कुमार भटनागर अधिवक्ता अनुराग भटनागर डॉक्टर विनीत देवरा भाजपा नेता बदर खान मुजीब उल हसन स्योहारा डिग्री कॉलेज के प्रबंधक हाजी नैयर चौधरी रिजवान उल हसन हाफिज  फैजान सुरेंदर कुमार अरोड़ा समाज सेवी रमेश अरोड़ा संजीव कुमार अरोड़ा टी वी एस शोरूम एवं कांग्रेस युवा नेता हाजी नासिर चौधरी चौधरी मेडिकल स्टोर असजद चौधरी दानिश चौधरी आज़ाद मेडिकल स्टोर हैदर अली हाजी इलियास चौधरी हाफिज खलील जुनेदुर रहमान हाफिज समद साहब बसपा नेता आदिल चौधरी गोहर चौधरी मशकूर जैदी मास्टर कासिम साहब पूर्व चेयरमैन अख्तर जलील चेयरमैन फैसल वारसी सफदर हाशमी छाबड़ा पुस्तक भंडार मनोज कुमार जेपी नर्सिंग होम डायरेक्टर डॉक्टर जेपी शर्मा डॉक्टर दिव्यांग शर्मा डॉक्टर मारूफ हुसैन ज़ैदी डॉ अदनान जैदी डॉ खुर्शीद अहमद मतलूब अहमद कामरेड मुस्लिम फंड स्योहारा मैनेजर सैयद जहीर अहमद मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष महबूब जैदी शुगर मिल अधिशासी अध्यक्ष सुखबीर सिंह एडवोकेट राजेश कुमार अरुण मखारिया अतुल कुमार राजीव जैन परेश जैन उर्फ बाबा समाजसेवी संजय जैन पवन मेडिकल स्टोर पेंट काइंड पैथोलॉजी लैब दिव्यांग चौहान जिला सहकारी बैंक प्रबंधक नीरज कुमार केनरा बैंक मैनेजर प्रमोद कुमार कांग्रेस युवा नेता वली उर रहमान सागर स्वीट्स नाजिम चौधरी आसिम चौधरी इंडियन पाइप स्टोर सलीम अहमद हाफिज हनीफ अंसारी जन सेवा केंद्र एवं यूथ वेलफेयर सोसाइटी बासित अली त्रिनेत्र अनुसंधान एवं जांच फौंडेशन डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन मन्नान जैदी गणपति बजाज शोरूम गौरव गुप्ता संजय गुप्ता मास्टर शमीम अहमद जरीफ अहमद मास्टर अभय कुमार मास्टर नवेद आदि!

पुलिस बल ने कांवड़ यात्रा को गंभीरता से लेते हुए शांति व सुरक्षा हेतु फ्लैग मार्च निकाला!

पुलिस बल ने कांवड़ यात्रा को गंभीरता से लेते हुए शांति व सुरक्षा हेतु फ्लैग मार्च निकाला!
स्योहारा।(डॉ०उस्मान ज़ैदी );- कावड़ यात्रा से संबंधित शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस गंभीर व सक्रिय देखी जा रही है !पूर्वी एसपी धर्म सिंह मर्छल सी ओ धामपुर तथा थाना अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी की अगुवाई में पुलिस बल नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए मिल चौराहा पीर का बाजार झुमराज का बाजार मोहल्ला  महीगर कुरैशियान फव्वारा चौक से होते हुए समस्त नगर में शांति व सुरक्षा को लेकर फ्लैग मार्च निकाला गया सभी नागरिक कानून व्यवस्था बनाए रखने सहयोग करें सड़क किनारे किसी प्रकार का अतिक्रमण ना किया जाए जिससे कावड़ यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़े सड़क किनारे खड़े सभी वेंडर्स को हटाया गया और भविष्य मैं किसी प्रकार कि असुविधा कावड़ यात्रियों को नहीं होनी चाहिए!

जौनपुर और आसपास कब समाप्त होगी महा भयंकर उमस पसीना और गर्मी कब होगी जोरदार वर्षा पूरे जून में भयंकर गर्मी और तापमान 47 डिग्री को पार कर जाने के कारण गर्मी से अत्यधिक परेशान लोगों को जून के अंतिम सप्ताह में वर्षा से बहुत राहत मिली लेकिन 1 जुलाई से भयंकर पसीना और प्रलयंकारी उमस ने जून महीने को भी मात कर दिया है ऐसे में स्वाभाविक रूप से लोगों की जिज्ञासा है कि आखिर इतना भयंकर वातावरण कब समाप्त होगा और कब राहत मिलेगी*

*जौनपुर और आसपास कब समाप्त होगी महा भयंकर उमस पसीना और गर्मी कब होगी जोरदार वर्षा पूरे जून में भयंकर गर्मी और तापमान 47 डिग्री को पार कर जाने के कारण गर्मी से अत्यधिक परेशान लोगों को जून के अंतिम सप्ताह में वर्षा से बहुत राहत मिली लेकिन 1 जुलाई से भयंकर पसीना और प्रलयंकारी उमस ने जून महीने को भी मात कर दिया है ऐसे में स्वाभाविक रूप से लोगों की जिज्ञासा है कि आखिर इतना भयंकर वातावरण कब समाप्त होगा और कब राहत मिलेगी*

*हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम विज्ञान अनुसंधान एवं पूर्वानुमान केंद्र के विद्वानों मौसम वैज्ञानिकों पंचांग के विशेषज्ञों उपग्रह डेटा के विशेषज्ञ लोगों और देसी कहावत में पारंगत सदस्यगण ने अपनी गणना करके अनुमान लगाया है कि कल प्रचंड गर्मी भयंकर उमस घनघोर पसीना के बाद परसों अर्थात 8 जुलाई 2023 को मौसम तेजी से बदलेगा और भयंकर वज्रपात बिजली की चमक झंझावात और तेज हवाओं के साथ हर तरफ मध्यम से भारी वर्षा होगी*

*लगभग 1 सप्ताह तक जारी रहने के बाद यह वर्षा लोगों को संतुष्टि और ठंडक प्रदान करेंगी और इस प्रलयंकारी स्थिति से बहुत कुछ छुटकारा मिल जाएगा और आगे जुलाई में भी इसी तरह सूखे के अंतराल के साथ वर्षा पूरे महीने जारी रहेगी इतना अवश्य है कि 8 जुलाई शनिवार से मौसम बदलने के साथ होने वाली वर्षा कहीं-कहीं बहुत तेज रूप भी ले सकती हैं और कहीं-कहीं झंझावात का क्रम काफी तेज भी होगा इसलिए कुल मिलाकर 8 जुलाई से अच्छे मौसम के लिए ईश्वर की कृपा से सब लोग तैयार रहें डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि और निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी मौसम पूर्वानुमान एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर साथ में समस्त विद्वान सदस्य गण*

स्वीडन के प्रधानमंत्री का संकेतिक कागज जलाकर मुस्लिम महासंघ ने किया शांतिपूर्ण विरोध* । राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने कहा कि कुरान सिर्फ मुसलमानों की ही ग्रंथ नहीं बल्कि पूरी दुनिया का हर इंसान जो सूझबूझ और

*स्वीडन के प्रधानमंत्री का संकेतिक कागज जलाकर मुस्लिम महासंघ ने किया शांतिपूर्ण विरोध* । राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने कहा कि कुरान सिर्फ मुसलमानों की ही ग्रंथ नहीं बल्कि पूरी दुनिया का हर इंसान जो सूझबूझ और समझ रखता है

 वह बिना इस्लाम को कुबूल किए भी इसका लाभ ले सकता है । जैसे कि मुसलमान गीता रामायण  बाइबल इंजील जैसी धार्मिक किताबों का आदर करते हैं और लाभ लेते हैं । लेकिन स्वीडन में जो घटना घटी उसने  पूरे विश्व मे उथल पुथल मचा कर रखदी । हम सभी भारतीयों में भी गमों गुस्सा है । हम अपने सभी देशवासियों से और खासतौर से मुसलमानों से अपील करेंगे कि वह अपने जज्बातों का इजहार शांतिपूर्ण तरीके से करें जिससे हमारे मुल्क की अमनो आमान कायम रहे। हम अपने देश की मोदी सरकार से अपील करते हैं कि हमारा शांतिपूर्ण एहतेजाज स्वीकार करते हुए हमारा मैसेज स्वीडन एंबेसी के माध्यम से स्वीडन प्रधानमंत्री को भेजकर दर्ज कराएं ताकि आगे कोई इस तरीके की हिर्देविदारक घटना ना घटे । जो विश्व स्तर पर शांति के लिए खतरा बन जाएं। स्वीडन को हमारे देश भारत से सबक लेने की जरूरत ।
 फरहत अली खान राष्ट्रीय अध्यक्ष मुस्लिम महासंघ

Wednesday, 5 July 2023

देश और विदेश की एक सप्ताह के मौसम और अन्य चीजों का आकलन और भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि और निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर साथ में समस्त विद्वान सदस्य गण

 देश और विदेश की एक सप्ताह के मौसम और अन्य चीजों का आकलन और भविष्यवाणी डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि और निदेशक अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम विज्ञान अनुसंधान केंद्र जौनपुर साथ में समस्त विद्वान सदस्य गण

5 जुलाई से लेकर 12 जुलाई तक जौनपुर और आसपास के जनपदों में तेज पूर्वी दक्षिण पूर्वी पश्चिमी हवाओं के साथ बिजली की चमक गरज और वज्रपात के साथ कभी हल्की कभी माध्यम कभी भारी वर्षा होती रहेगी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों जैसे गोरखपुर देवरिया कुशीनगर बलिया इत्यादि में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी इस समय यहां का औसत तापमान अधिकतम 30 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 से 28 डिग्री सेल्सियस रहेगा वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 से 100 के बीच में मध्यम स्तर का रहेगा पराबैगनी किरणों का स्तर 0 से 7:00 के बीच होगा और जलवायु अर्थात सापेक्षिक आर्द्रता की मात्रा 35% से 99% के बीच रहेगी पी एम 10और पीएम 2.5 की मात्रा मध्यम स्तर की रहेगी

जहां तक देश की बात है तो 5 से 7 जुलाई के बीच केरल के उत्तरी और कर्नाटक के दक्षिणी और मध्य भागों में घनघोर मूसलाधार प्रलयंकारी वर्षा होगी और चारों और जल प्रलय की स्थिति होगी मुंबई और आसपास भारी से बहुत भारी वर्षा होगी पूर्वोत्तर के भागों में मध्यम से तेज वर्षा जबकि शेष भारत में हल्की वर्षा से लेकर मध्यम और कहीं-कहीं भारी वर्षा होगी दिल्ली और आसपास भी इस समय तेज मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है यही स्थिति राजस्थान मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के अनेक भागों में होगी इस समय भारत के अधिकतर भागों का तापमान न्यूनतम 15 से 25 और अधिकतम 30 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा महाराष्ट्र मैं दहानू से केरल में कन्याकुमारी तक वह गुणवत्ता सूचकांक बहुत ही अच्छा 15 से 50 के बीच रहेगा

चीन जापान दक्षिण पूर्वी एशिया और दक्षिणी अमेरिका के ब्राज़ील और अर्जेंटीना तथा यूरोप में पराग्वे में भी अनेक भागों में भयंकर बार-वर्षा और गर्मी से जनजीवन त्रस्त हो जाएगा यूरोप और अमेरिका में प्रचंड गर्मी से अत्यंत परेशानी होगी पूरी दुनिया में 3 जुलाई से 5 जुलाई का दिन सैकड़ों सालों में सबसे गर्म दिन रहेगा जहां औसत तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा

इस कालखंड में पूरे दुनिया में प्रचंड 12 वर्ष समुद्री लहरों आसमान से आने वाली औरतों और विपत्तियों प्राकृतिक आपदाओं विभीषिका से बहुत भयंकर हानि होने की प्रबल संभावना दिख रही हैं ऑस्ट्रेलिया न्यू जीलैंड अंटार्कटिका और दक्षिण अमेरिका में इस समय भीषण ठंड का मौसम रहेगा एक भयानक ज्वालामुखी विस्फोट एक भयानक भूकंप और एक जगह बादल फटने से और एक सागर महासागर में सुनामी लहरों के आने की इस कालखंड में संभावना है पूरा विश्व शीत युद्ध गृह युद्ध और विश्व युद्ध की आसन विभीशिका से अत्यंत ही त्रस्त रहेगा आतंकवाद उग्रवाद यौन अपराध हिंसक अपराध और विश्वासघात की प्रचुर वृद्धि होगी डॉ दिलीप कुमार सिंह
[7/5, 09:07] Dr. Dileep Singh: पूरे विश्व भर में इस सप्ताह महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार और घूसखोरी चरम पर रहेगी पूरी दुनिया में अमेरिका के सी आई ए रूस के केजीवी इजरायल के मोसाद और चीन पाकिस्तान इंग्लैंड के जासूसों की सक्रिय गतिविधियां जारी रहेंगी भारत के रा के जासूस बड़े-बड़े कार्यों को कार्य रूप में परिणत करने में सफल होंगे खाड़ी देशों में भयंकर स्थितियां पैदा होंगी इस कालखंड में इजराइल और अरब देशों के ईरान और सऊदी अरब के भारत के चीन और पाकिस्तान से अमेरिका के चीन से और चीन के ताइवान भारत अमेरिका से संबंध अत्यंत ही तनावपूर्ण रहेंगे रूस यूक्रेन युद्ध पर कोई निर्णय नहीं हो पाएगा इस सप्ताह परमाणु और नाभिकीय होने की आशंका न के बराबर है

युद्ध रोकने के लिए किए जा रहे सारे प्रयास विफल सिद्ध होंगे ऐसा लगता है कि आने वाले समय में यूक्रेन का सर्वनाश हो जाएगा और पुतिन अपनी शातिर चाल में कामयाब होंगे और अमेरिका रूस की मिलीभगत के चलते यूक्रेन दो खंडों में बैठ जाएगा जिस पर अमेरिका और रूस का प्रभुत्व होगा सबसे अधिक नुकसान इंग्लैंड फ्रांस जर्मनी को होगा जहां पर आतंकवादी तक ने पूरे देश को हिला कर रख देंगे और यूरोप अमेरिका को आतंकवाद और उग्रवाद के प्रतीक धर्म के बारे में गहराई से सोचने पर विवश होना होगा भारत को लाख प्रयासों और मीडिया के लाख महिमामंडित करने के बाद ही ना तो वीटो पावर मिलेगा ना संयुक्त राष्ट्र संघ में स्थाई सदस्यता मिलेगी और नवा हिंदी भाषा को अंतर्राष्ट्रीय भाषा संयुक्त राष्ट्र संघ में बना पाने में सफल होगा भारत में भी समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियंत्रण विधेयक लाने के लिए केवल डंका बजेगा कुछ होने वाला नहीं है

आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) विधानसभा कमेटी व नगर अध्यक्ष को नियुक्ति पत्र सौंपे:-डॉ०उस्मान ज़ैदी!

आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) विधानसभा कमेटी वे नगर अध्यक्ष को नियुक्ति पत्र सौंपे:-डॉ०उस्मान ज़ैदी!
डॉ०उस्मान ज़ैदी) आजाद समाज पार्टी (काशीराम ) के जिला पदाधिकारियों ने विस्तार हेतु स्योहारा पधारने पर आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष एडवोकेट हरिओम सिंह भीम आर्मी जिलाध्यक्ष प्रशांत महासागर अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सलमान हसन पंचायत सदस्य एवं जिला उपाध्यक्ष आलोक कुमार जिला सचिव डॉक्टर देशराज सिंह विधानसभा अध्यक्ष विजय पाल सिंह कार्यकर्ता के रूप में मनोज कुमार आदि को फूल मालाएं पहनाकर वे जय भीम जय भारत बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी माननीय काशीराम जी आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद आदि के गगनभेदी नारे लगाए!
                    आजाद समाज पार्टी (काशीराम) पार्टी को मजबूत करने हेतु विधानसभा कमेटी नियुक्ति पत्र दिए गए विधानसभा महासचिव इरफान मलिक अल्पसंख्यक मोर्चा के विधान सभा सचिव मोहम्मद मुस्तफा विधानसभा संगठन मंत्री आरिफ अली सेक्टर प्रभारी मुकेश कुमार आदि रोहित कुमार योगेंद्र कुमार दिलशाद अहमद आदि को सदस्यता ग्रहण कराई गई तथा आजाद समाज पार्टी के नगर अध्यक्ष डॉ उस्मान जैदी को सर्वसम्मति से नियुक्ति पत्र सौंपा डॉ उस्मान जैदी ने कहा की जो पार्टी ने मुझे जिम्मेदारी सौंपी है! उस पर मैं खरा वे पूरा उतरूंगा
बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी एवं मान्यवर कांशीराम साहब के विचारधाराओं को बहुजन हिताय बहुजन सुखाए के आदेशों का पालन करूंगा बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी एवं मान्यवर कांशीराम साहब की विचारधाराओं को जन जन तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास करते हुए संगठन को मजबूत करूंगा अंत में मोहम्मद मुस्तफा के निवास स्थान पर सभी उपस्थित जनों को जलपान ग्रहण कराया!

भाग्यशाली लोग हैं जो 60 पार कर गये। एक जापानी पुस्तक के अनुसार जापान में, डॉ वाडा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को, *'बुजुर्ग'* कहने के बजाय, *'भाग्यशाली लोग'* कहने की वकालत करते हैं।

*जय श्री सीताराम                                                                     🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹                                                बुजुर्ग नहीं भाग्यशाली लोग* 

वे भाग्यशाली लोग हैं जो 60 पार कर गये। एक जापानी पुस्तक के अनुसार जापान में, डॉ वाडा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को, *'बुजुर्ग'* कहने के बजाय, *'भाग्यशाली लोग'* कहने की वकालत करते हैं। 

डॉ. वाडा ने 60 साल के लोगों के "भाग्यशाली व्यक्ति" बनने के रहस्य को "36 वाक्यों" में* इस प्रकार समझाया :-

*1.* चलते रहो।
*2.* जब आप चिड़चिड़ा महसूस करें तो गहरी सांस लें।
*3.* व्यायाम करें, ताकि शरीर में अकड़न महसूस न हो।
*4.* गर्मियों में, एयर- कंडीशनर चालू होने पर, अधिक पानी पिएं।
*5.* आप जितना चबाएंगे, आपका शरीर और मस्तिष्क उतना ही ऊर्जावान होगा।
*6.* याददाश्त उम्र के कारण नहीं, बल्कि लंबे समय तक मस्तिष्क का उपयोग न करने के कारण कम होती है।
*7.* ज्यादा दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है।
*8.* रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को जानबूझ कर कम करने की आवश्यकता नहीं है।                                                                                                                                *9.* केवल वही काम करें, जिससे आप प्यार करते हैं।
*10.* चाहे कुछ भी हो जाए, हर समय घर में नहीं रहना चाहिए। रोज घर से बाहर जरूर निकलें, और टहलें भी।
*11.* जो चाहो खाओ, पर नियन्त्रित रखिये।
*12.* हर काम सावधानी से करें।            
*13.* उन लोगों से वह व्यवहार न करें, जिससे आप भी नापसंद करते हैं।                                                                         *14.* अपनों का ख्याल रखें।                                            *15.* बीमारी से, अंत तक लड़ने के बजाय इसके साथ जीना बेहतर है।
*16.* मुश्किल समय में, आगे बढ़ने से मदद मिलती है।                                               *17.* हर बार, खाना खाने के बाद, थोड़ा सा गुनगुना पानी, अवश्य पियें।                                               *18.* रात में, जब भी उठें, पानी अवश्य पियें। 
*19.* जब नींद नहीं आये, तो जबरदस्ती न करें।
*20.* खुशमिजाज चीजें करना, दिमाग को तेज करने वाली सबसे अच्छी गतिविधि है।                                         *21.* अपने लोगों से बातचीत करते रहें।
*22.* एक *"पारिवारिक चिकित्सक"* को, अपने आसपास जल्दी खोज लें ।
*23.* धैर्य रखें, लेकिन अत्यधिक नहीं, या हर समय अपने आप को अच्छा बनने के लिए मजबूर न करें।
*24.* नया सीखते रहें, वरना बूढ़े कहलाएंगे।
*25.* लालची मत बनो, अब जो कुछ भी तुम्हारे पास है, वही अच्छा व काफी है।                                           *27.*  जब कभी बिस्तर से उठना हो, तो तुरंत खड़े न हों,  2-3 मिनट रुककर, उठें।
*28.* जितनी अधिक परेशानी वाली चीजें हैं, उतनी ही दिलचस्प हैं।                                                                       *29.* स्नान करने के बाद कपड़े पहनते वक्त दीवार आदि का सहारा लें।
*30.* वही करें, जो अपने और दूसरों के लिए हितकारी हो।
*31.* अपने आज को, इत्मिनान से जिएं।
*32.* इच्छा, दीर्घायु का स्रोत है!
*33.* एक आशावादी के रूप में जियें।
*34.* प्रसन्नचित्त व्यक्ति, लोकप्रिय होंगे।
*35.* जीवन और जीवन के नियम आपके अपने हाथों में हैं।
*36.* इस उम्र में सब कुछ शांति से स्वीकार करे।                                        *शुभ प्रभात*                                                                                       *आपका दिन शुभ मंगलमय हो*                                                         *जय श्री राम*🙏🙏

Tuesday, 4 July 2023

धर्म, संस्कृति और पितृसत्ता से बंधे मुस्लिम लड़कियों के विवाह की जटिलता*

*धर्म, संस्कृति और पितृसत्ता से बंधे मुस्लिम लड़कियों के विवाह की जटिलता*

मुस्लिम विवाह और तलाक के नियमों की विशिष्टता ने इसे कानूनी दिग्गजों और सामाजिक वैज्ञानिकों के बीच बहस का एक दिलचस्प विषय बना दिया है। मुस्लिम विवाह की कुछ विशेषताएं अन्य धर्मों से भिन्न हैं। एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसमे विशेष रूप से मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत अनुमत प्रथा का जिक्र किया गया है जो मुस्लिम लड़कियों को 15 साल की उम्र में शादी करने की अनुमति देती है। दलील के अनुसार, यह प्रथा एक मुस्लिम लड़की के सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करती है, जिसकी गारंटी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 द्वारा दी गई है, जब उसे नाबालिग रहते हुए कानूनी रूप से बाध्यकारी विवाह में शामिल होने की अनुमति दी जाती है (देश के कानून के अनुसार)।
इस्लाम के अनुसार, जब कोई व्यक्ति युवावस्था में पहुंचता है तो उसे बड़ा माना जाता है और वह शादी की जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम होता है, इसलिए वे इस उम्र को शादी के लिए उपयुक्त मानते हैं। कुरान के अनुसार, हर कोई जो वास्तव में, बौद्धिक रूप से और आर्थिक रूप से ऐसा करने के लिए तैयार है, उसका दायित्व है कि वह शादी करे। अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए पारंपरिक सामाजिक व्यवस्थाओं ने प्रारंभिक संबंधों का समर्थन किया। इस्लाम ने वास्तव में विवाह के लिए आयु सीमा निर्दिष्ट नहीं की है, चाहे वो पुरुष हो या महिला । 18 वर्ष की आयु से पहले विवाह महिलाओं के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है, विशेषकर उन महिलाओं के लिए जो गर्भवती हो जाती हैं और कम उम्र में बच्चे पैदा करती हैं। यह उनके शारीरिक और संज्ञानात्मक कल्याण के साथ- साथ उनके बच्चों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। वास्तव में बाल विवाह ही वह कारण है जिसके कारण बहुत सी लड़कियों स्कूल छोड़ देती हैं और अशिक्षित रह जाती हैं। इस्लाम शिक्षा को एक अधिकार के रूप में उच्च मूल्य देता है, माता-पिता और अभिभावकों को यह सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि उनके बच्चे पढ़ें। कम उम्र में शादी उन सभ्यताओं में आम बात रही होगी जहां लड़कियों से शोध करने या नौकरी पाने की उम्मीद नहीं की जाती थी। हालाँकि, यह अब कोई समस्या नहीं है क्योंकि अब दुनिया भर में ऐसी कई महिलाएँ हैं जो विभिन्न प्रकार की वयस्क भूमिकाएँ निभाती हैं। और पारंपरिक रूप से परिपक्व होने की उम्मीद करती है और शादी से पहले वयस्कता के लिए बेहद तैयार रहती है। इस्लाम के अनुसार अगर आपको लगता है कि आप इसके लिए भावनात्मक रूप से तैयार है तो आपको शादी कर लेनी चाहिए। इसलिए, मानसिक परिपक्वता विवाह का सबसे महत्वपूर्ण घटक है। इसके अलावा परिपक्वता के लिए कोई निर्धारित आयु नहीं है, बल्कि, यह अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग उम्र में विकसित होता है।

बाल विवाह की प्रथा पर पूर्ण रूप से रोक लगाना अति आवश्यक है। यह स्वीकार करने की आवश्यकता है कि विवाह के लिए मन की परिपक्वता की आवश्यकता होती है जिसके लिए अधिक व्यावहारिक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। संक्षेप में समाज में धार्मिक रूढ़िवाद की व्यापकता को देखते हुए किसी भी महत्वपूर्ण परिवर्तन के लिए, नीति निर्माताओं और आम जनता को शिक्षित किया जाना चाहिए और साथ ही उनकी मान्यताओं को बेहतरी के लिए बदल दिया जाना चाहिए। शिक्षा को, पितृसत्तात्मक मान्यताओं और लैंगिक रूढ़ियों को धीरे-धीरे बदलने और समाप्त करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि वे बाल विवाह के मूलभूत कारण हैं, खासकर युवा लड़कियों में इन प्रथाओं को समाज से समाप्त किया जाना चाहिए क्योंकि इक्कीसवीं सदी के लोगों में इस अन्याय को पहचानने की दूरदर्शिता है। अभी नहीं तो कभी नहीं स्थिति से निपटने के लिए उपयुक्त मुहावरा है !