Tuesday, 5 December 2023

कान की आत्मकथा👂* *मैं कान हूँ........👂**हम दो हैं...*👂👂 *दोनों जुड़वां भाई...*लेकिन...........हमारी किस्मत ही ऐसी है....*कि आज तक हमने एक दूसरे को देखा तक नहीं 😪*

*👂 कान की आत्मकथा👂* 


*मैं कान हूँ........👂*
*हम दो हैं...*👂👂 
*दोनों जुड़वां भाई...*

लेकिन...........
हमारी किस्मत ही ऐसी है....

*कि आज तक हमने एक दूसरे को देखा तक नहीं 😪*

पता नहीं.. 
*कौन से श्राप के कारण हमें विपरित दिशा में चिपका कर भेजा गया है 😠...*

दु:ख सिर्फ इतना ही नहीं है...
 
*हमें जिम्मेदारी सिर्फ सुनने की मिली है......*

*गालियाँ हों या तालियाँ..,*
*अच्छा हो या बुरा..*,
सब 
*हम ही सुनते हैं...*

*धीरे धीरे हमें खूंटी समझा जाने लगा...*

*चश्मे का बोझ डाला गया,*

फ्रेम की डण्डी को हम पर फँसाया गया...

ये दर्द सहा हमने...

क्यों भाई..???

*चश्मे का मामला आंखो का है*
*तो हमें बीच में घसीटने का* 
*मतलब क्या है...???*

हम बोलते नहीं 

तो क्या हुआ, 

सुनते तो हैं ना...

*हर जगह बोलने वाले ही क्यों आगे रहते है....???*

बचपन में पढ़ाई में 
किसी का दिमाग
काम न करे तो
*मास्टर जी हमें ही मरोड़ते हैं 😡...* 

जवान हुए तो
*आदमी,औरतें सबने सुन्दर सुन्दर लौंग,बालियाँ, झुमके आदि बनवाकर हम पर ही लटकाये...!!!*

 *छेदन हमारा हुआ,*
*और तारीफ चेहरे की ...!*

और तो और...
श्रृंगार देखो... 
*आँखों के लिए काजल...*
*मुँह के लिए क्रीमें...*
*होठों के लिए लिपस्टिक...*
*हमने आज तक कुछ माँगा हो तो बताओ...*

कभी किसी कवि ने, 
शायर ने 
*कान की कोई तारीफ की हो तो बताओ...*

*इनकी नजर में आँखे, होंठ, गाल,ये ही सब कुछ है...*

*हम तो जैसे किसी मृत्युभोज की*
*बची खुची दो पूड़ियाँ हैं..,* 

जिसे उठाकर चेहरे के साइड में  चिपका दिया बस...

और तो और,

*कई बार बालों के चक्कर में हम पर भी कट लगते हैं* ... 

हमें डिटाॅल लगाकर पुचकार दिया जाता है...

बातें बहुत सी हैं, 
किससे कहें...???

कहते है दर्द बाँटने से मन हल्का 
हो जाता है...

*आँख से कहूँ तो वे आँसू टपकाती हैं..*
*नाक से कहूँ तो वो बहती है...*

*मुँह से कहूँ तो वो हाय हाय करके रोता है...*

और बताऊँ...

*पण्डित जी का जनेऊ,* 
*टेलर मास्टर की पेंसिल,* 
*मिस्त्री की बची हुई गुटखे की पुड़िया*
*मोबाइल का एयरफोन सब हम ही सम्भालते हैं...*

और 

*आजकल ये नया नया मास्क का झंझट भी हम ही झेल रहे हैं...*

*कान नहीं जैसे पक्की खूँटियाँ हैं हम...*

*...... और भी कुछ टाँगना, लटकाना हो तो ले आओ भाई...*

*तैयार हैं हम दोनों भाई...!¡!*

 *हँसते रहिये* 
 *स्वस्थ रहिए ।।* 

        😂😜😍😛😍😜😂

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